सिंधु जल संधि पर नई तनातनी, पाकिस्तान की फिर भारत को युद्ध की धमकी
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सिंधु जल संधि पर नई तनातनी, पाकिस्तान की फिर भारत को युद्ध की धमकी

भारत द्वारा पहलगाम आतंकी हमले के बाद सिंधु जल संधि को भी निलंबित कर दिया गया था। इस निर्णय के बाद से पाकिस्तान की ओर से बौखलाहट भरी प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं।


भारत के खिलाफ अपनी हालिया धमकी में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ़ ने कहा कि दुश्मन हमारी एक बूंद पानी भी नहीं छीन सकता। यह बयान पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो और सेना प्रमुख फील्ड मार्शल असीम मुनीर की ओर से दी गई धमकियों के बाद आया है। इस्लामाबाद में एक समारोह को संबोधित करते हुए शरीफ़ ने कहा कि "मैं आज दुश्मन को बताना चाहता हूं कि अगर तुमने हमारे पानी को रोकने की धमकी दी तो याद रखो तुम हमारी एक बूंद पानी भी नहीं छीन सकते।" उन्होंने चेतावनी दी कि "अगर तुमने ऐसा करने की कोशिश की तो तुम्हें फिर ऐसा सबक सिखाया जाएगा कि कान पकड़ने पर मजबूर हो जाओगे।"

लगातार धमकियां

यह धमकी ऐसे समय आई है, जब पाकिस्तान की ओर से लगातार भारत को जल को लेकर युद्ध की धमकी दी जा रही है। सोमवार को बिलावल भुट्टो ने सिंध में एक सभा को संबोधित करते हुए भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सिंधु नदी परियोजनाओं को पाकिस्तान की "संस्कृति, इतिहास और सभ्यता पर हमला" करार दिया। भुट्टो ने कहा कि अगर भारत ने सिंधु जल संधि को निलंबित करने की कार्रवाई जारी रखी तो पाकिस्तान के पास युद्ध के सिवा कोई विकल्प नहीं बचेगा।

असीम मुनीर की धमकी

पाकिस्तान के सेना प्रमुख फील्ड मार्शल असीम मुनीर ने रविवार को अमेरिका के फ्लोरिडा राज्य में आयोजित एक डिनर में कहा कि हमारे पास मिसाइलों की कोई कमी नहीं है। हम भारत को बांध बनाने देंगे और जैसे ही वो बनाएगा, हम उसे 10 मिसाइलों से उड़ा देंगे। सिंधु नदी भारत की पारिवारिक संपत्ति नहीं है। मुनीर ने यह भी कहा कि भारत द्वारा सिंधु जल संधि को निलंबित करना पाकिस्तान के 25 करोड़ लोगों को भुखमरी की कगार पर ला सकता है।

भारत का जवाब

पाकिस्तान सेना प्रमुख की परमाणु हमले की धमकी पर भारत ने सख्त प्रतिक्रिया दी है। भारत ने स्पष्ट किया है कि वह किसी भी तरह की "न्यूक्लियर ब्लैकमेलिंग" के आगे नहीं झुकेगा और अपने राष्ट्रीय सुरक्षा हितों की रक्षा के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएगा। विदेश मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने कहा कि इस तरह की गैर-जिम्मेदाराना टिप्पणियां अंतरराष्ट्रीय समुदाय को पाकिस्तान के परमाणु नियंत्रण प्रणाली की गंभीर खामियों और वहां की सेना और आतंकी संगठनों की मिलीभगत को उजागर करती हैं।

सिंधु जल संधि पर विवाद

भारत द्वारा अप्रैल में पहलगाम आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान के खिलाफ कई कड़े कदम उठाए गए, जिसमें 1960 की सिंधु जल संधि को भी निलंबित करना शामिल है। इस निर्णय के बाद से पाकिस्तान की ओर से बौखलाहट भरी प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं।

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