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रविवार को ईरान से दागी गई मिसाइल के हमले के बाद बचावकर्मी ने दो बच्चों को घटनास्थल से निकाल। ( फोटो- एपी/पीटीआई)

अमेरिकी हमले के बाद रूस की शरण में ईरान, ईरानी विदेश मंत्री आज जाएंगे रूस

ईरान ने अपने तीन परमाणु ठिकानों पर अमेरिकी बमबारी का बदला लेने का ऐलान किया है। ईरान ने होरमुज़ जलडमरूमध्य बंद करने की चेतावनी दी है।


अपने परमाणु ठिकानों पर अमेरिकी हमले के बाद ईरान अब रूस की ओर देख रहा है। ईरानी विदेश मंत्री अब्बास अराक़ची आज रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मिलने के लिए मास्को रवाना हो रहे हैं।

अराक़ची ने इस्तांबुल में प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “अमेरिका ने ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमला कर आखिरी और सबसे खतरनाक रेड लाइन पार कर दी। अब यह पूरी तरह अमेरिका की जिम्मेदारी है कि ईरान आगे क्या जवाब देता है।”

ईरानी विदेश मंत्री अब्बास अराक़ची ने कहा,"अमेरिका ने संयुक्त राष्ट्र चार्टर का गंभीर उल्लंघन किया है, जिसका असर लंबे समय तक रहेगा। उन्होंने कहा कि ईरान की सुरक्षा और हितों की रक्षा के लिए सभी विकल्प खुले हैं और कोई रेड लाइन अब बाकी नहीं रही है। अराक़ची ने यह भी स्पष्ट किया कि अब कूटनीति कोई विकल्प नहीं है।

ट्रंप क्या चाहते हैं?

इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान में शासन में बदलाव की तरफ इशारा किया। सोमवार सुबह, ट्रंप ने सोशल मीडिया पर लिखा, “अगर मौजूदा ईरानी शासन ‘MAKE IRAN GREAT AGAIN’ में असफल हो रहा है, तो Regime Change क्यों नहीं होना चाहिए? — MIGA!!!”

यह बयान अमेरिकी रक्षा मंत्री पीट हेकसेथ के उस बयान के विपरीत था, जिसमें उन्होंने कहा था कि अमेरिका का "Regime Change" कोई लक्ष्य नहीं है।

भविष्य की चेतावनियां

ईरान ने संकेत दिए हैं कि वह होरमुज़ जलडमरूमध्य को बंद कर सकता है यह वो रास्ता है जिससे दुनिया का लगभग 20% तेल व्यापार होता है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस रास्ते के बंद होने से भारत में कच्चे तेल की कीमतें दोगुनी हो सकती हैं।

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