हिसाब किताब बराबर लेकिन जंग अभी खत्म नहीं, इस युद्ध का अंत कब?
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'हिसाब किताब बराबर लेकिन जंग अभी खत्म नहीं', इस युद्ध का अंत कब?

हमास के मुखिया याह्या सिनवार के मारे जाने की पुष्टि इजरायल कर चुका है। लेकिन अहम सवाल यह है कि क्या अब यह संघर्ष रुक जाएगा।


Israel Hamas War: हमास के मुखिया याह्या सिनवार को इजरायली डिफेंस फोर्स ने मार गिराया है। डीएनए टेस्ट के बाद इसकी पुष्टि हो चुकी है। इन सबके बीच इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने दो बड़ी बात कही। उन्होंने कहा कि 7 अक्तूबर का हिसाब बराबर कर चुके है, हमारा इरादा गाजा पर शासन करने का नहीं है। गाजा में जो लोग सरेंडर करने के साथ बंधकों की रिहाई में मदद करेंगे उनके खिलाफ किसी तरह की कार्रवाई नहीं होगी। उन्हें गाजा से सुरक्षित जाने भी दिया जाएगा।

'जो बाधा बनेगा उसे नहीं छोड़ेंगे'
नेतन्याहू ने कहा कि जब वो बंधकों की बात करते हैं तो उसमें सिर्फ इजरायली नहीं है। हमास के बंधन में कुल 23 देशों के 100 से अधिक बंधक है। हमारा इरादा किसी तरह बंधकों की सुरक्षित रिहाई है। जो हमारे मकसद में बाधा बनेगा उसे हम किसी भी कीमत पर छोड़ने वाले नहीं हैं। ईरान के आतंक के खेल का खात्मा कर चुके हैं, नसरल्लाह, मोहसिन, हानियाह सब मारे जा चुके हैं।

सात अक्टूबर का मास्टरमाइंड

पिछले साल यानी 2023 की तारीख सात अक्टूबर थी। गाजा की तरफ से हमास ने इजरायल पर मिसाइलों की बारिश कर दी थी। इजरायल की सीमा में घुसकर कत्लेआम किया और बंधक भी बना लिए। इस सरप्राइज अटैक से इजरायल की सरकार सकते में तो आ ही गई दुनिया को भी आश्चर्य हुआ। हालांकि हमले के तुरंत बाद पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने जंग का ऐलान करते हुए कहा कि हमास के खात्मे तक जंग जारी रहेगी। उस कड़ी में गाजा में जंग जारी है। फिलिस्तीनियों के मुताबिक उसके करीब 40 हजार से अधिक नागरिक मारे गए हैं जिनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। बता दें कि इसी साल अगस्त के महीने में हानियेह को इजरायल ने मार गिराया था और उसके बाद याह्या सिनवार को हमास की कमान सौंपी गई थी।
बहुरुपिया था याह्या सिनवार
याह्या सिनवार को कई नाम से जाना जाता था। जैसे कोई हमास का ओसामा बिन लादेन, खाम यूनिस का जल्लाद। इजरायल तो उसे आतंक का हिटलर कहता था। सिनवार के बारे में कहा जाता है कि जिस किसी शख्स पर उसे इजरायल के प्रति वफादारी का शक होता था उसे तड़पा कर मारता था भले ही वो शख्स फिलिस्तीनी ही क्यों ना हो। वो बच्चों के साथ बंदूक की नुमाइश करता था। यानी कि बच्चों के हाथों में किताब, कॉपी और कलम की जगह बंदूक पसंद करता था। उनके दिल और दिमाग में इजरायल के लिए नफरत के बीज रोपता था। गाजा में उसने टनल के जरिए अपने कुख्यात ऑपरेशन को अंजाम देता था।


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