जापान में बच्चे पैदा नहीं कर रहे लोग! जनसंख्या में भारी गिरावट, अब हफ्ते में 3 वीक ऑफ देगी सरकार
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जापान में बच्चे पैदा नहीं कर रहे लोग! जनसंख्या में भारी गिरावट, अब हफ्ते में 3 वीक ऑफ देगी सरकार

Japan low fertility rate: टोक्यो सरकार देश की कम प्रजनन दर को बढ़ाने के लिए अपने कर्मचारियों को एक हफ्ते में केवल चार दिन काम करने की योजना लागू करने जा रही है.


Japan declining population: जापान एक विकसित देश है और टेक्नोलॉजी में काफी आगे है. लेकिन जापान (Japan) इन दिनों एक गंभीर समस्या से जूझ रहा है. देश में लोगों द्वारा बच्चे पैदा न करना सरकार के लिए चुनौती बना हुआ है. इस वजह से यहां की जन्मदर काफी घट (Japan low fertility rate) गई है. लोग नौकरी और काम की वजह से परिवार पर ध्यान नहीं दे पा रहे हैं. यहां तक कि देश की महिलाएं भी काम और करियर को लेकर काफी जुनूनी हैं. इस वजह से जापान (Japan) को घटती जनसंख्या (Japan declining population) को कंट्रोल कर पाना मुश्किल हो रहा है. हालांकि, ऐसा नहीं है कि जापानी सरकार इस समस्या से निजात पाने के लिए कुछ नहीं कर रही है. इसी कड़ी में टोक्यो सरकार ने लोगों को बच्चा पैदा करने के लिए एक हफ्ते में 3 वीक ऑफ देने की पेशकश की है.

टोक्यो सरकार युवा परिवारों को बच्चे पैदा करने के लिए प्रोत्साहित करने और देश की कम प्रजनन दर (Japan low fertility rate) को बढ़ाने के लिए अपने कर्मचारियों को एक हफ्ते में केवल चार दिन काम करने की योजना लागू करने जा रही है. इसको लेकर टोक्यो के गवर्नर युरिको कोइके ने घोषणा की है. उनके मुताबिक, टोक्यो सरकार के कर्मचारी अप्रैल से हर सप्ताह तीन दिन की छुट्टी ले सकेंगे.

टोक्यो मेट्रोपॉलिटन असेंबली के चौथे नियमित सत्र में भाषण में गवर्नर ने कहा कि हम लचीलेपन के साथ कार्यशैली की समीक्षा करेंगे, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि किसी को भी प्रसव या बच्चे की देखभाल जैसी जीवन की घटनाओं के कारण अपना करियर नहीं छोड़ना पड़े. बता दें कि इस समय जापान की प्रजनन दर (Japan low fertility rate) अब तक के सबसे निचले स्तर पर है. नई नीति का मकसद दंपतियों को माता-पिता बनने के लिए प्रोत्साहित करना है.

जापान के स्वास्थ्य, श्रम और कल्याण मंत्रालय के अनुसार, युवाओं को परिवार शुरू करने के लिए प्रोत्साहित करने के सरकार के तीव्र प्रयासों के बावजूद पिछले साल यह प्रति महिला अपने पूरे जीवनकाल में केवल प्रजनन दर घटकर 1.2 बच्चे रह गया है. जनसंख्या स्थिर रहने के लिए यह आंकड़ा कम से कम 2.1 होना चाहिए. कोइके ने एक नई नीति की भी घोषणा की. इसके तहत राथमिक विद्यालय जाने वाले बच्चों के माता-पिता को अपने वेतन का एक हिस्सा जल्दी काम छोड़ने के अवसर के लिए बदलने की अनुमति होगी.

उन्होंने कहा कि देश के लिए इन कठिन समय में टोक्यो को हमारे लोगों के जीवन, आजीविका और अर्थव्यवस्था की सुरक्षा और सुधार के लिए पहल करनी चाहिए. स्वास्थ्य, श्रम और कल्याण मंत्रालय के अनुसार, जापान में पिछले साल केवल 727,277 पैदा हुए. जापान में ओवरटाइम मज़दूरी की संस्कृति, जो अक्सर महिलाओं को बच्चे पैदा करने और नौकरी के बीच चयन करने के लिए मजबूर करती है, आंशिक रूप से इसके लिए ज़िम्मेदार हो सकती है.

विश्व बैंक के अनुसार, पिछले साल देश की श्रम शक्ति भागीदारी में लैंगिक असमानता पुरुषों के लिए 72% और महिलाओं के लिए 55% थी, जो अन्य उच्च आय वाले देशों की तुलना में अधिक है. दूसरी ओर, चार दिवसीय कार्य सप्ताह सरकारी कर्मचारियों को अपने परिवार के साथ बिताने के लिए अधिक समय प्रदान कर सकता है. नीति का लक्ष्य कामकाजी माता-पिता, विशेष रूप से महिलाओं को उनके पेशेवर और बच्चों की देखभाल की ज़िम्मेदारियों के बीच बेहतर संतुलन बनाने में सहायता करना है. एक नया तंत्र जो छोटे बच्चों के माता-पिता को हर दिन अपने काम के घंटों में दो घंटे तक की कटौती करने की अनुमति देता है, वह भी कार्यक्रम का हिस्सा है.

नई व्यवस्था टोक्यो मेट्रोपॉलिटन सरकार के 160,000 से अधिक कर्मचारियों को शुक्रवार की छुट्टी देगी. एनजीओ 4 डे वीक ग्लोबल द्वारा आयोजित वैश्विक परीक्षण श्रृंखला के हिस्से के रूप में 2022 में चार दिवसीय कार्य सप्ताह पायलट कार्यक्रम में कई व्यवसायों ने भाग लिया. ट्रायल में भाग लेने वाले 90% से ज़्यादा कर्मचारियों ने हफ़्ते में चार दिन काम करने की इच्छा जताई. उन्होंने कहा कि इससे उनकी खुशी, काम-ज़िंदगी का संतुलन और शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य बेहतर हुआ. उनके काम-परिवार के बीच टकराव, थकान, तनाव और थकान सब कम हो गए.

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