कभी कहा था ट्रम्प को अमेरिका का हिटलर अब उन्हीं के साथ उपराष्ट्रपति बन करेंगे काम
जेडी वेंस को डोनाल्ड ट्रम्प का प्रमुख आलोचक माना जाता रहा है. जेडी वेंस ने डोनाल्ड ट्रम्प को धोखेबाज़ तक कहा है. इतना ही नहीं वेंस ने उन्हें नैतिक आपदा भी कहा था.
JD Vance And Donald Trump : डोनाल्ड ट्रम्प अमेरिका के राष्ट्रपति चुन लिए गए हैं. वो देश के 47वें राष्ट्रपति होंगे. उनके साथ ही वाइट हाउस पहुँचने वाले दूसरे व्यक्ति हैं जेडी वेंस, जिन्हें जनता ने अमेरिका का उपराष्ट्रपति चुना है. जेडी वेंस एक ऐसी हस्ती हैं, जो ट्रम्प के प्रमुख आलोचक रहे हैं और मुखर होकर उनकी आलोचना करते रहे हैं. देखना ये होगा कि आने वाले दिनों में राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति के बीच किस तरह का तालमेल रहेगा और जो पुराना रवैया था, वही आगे भी रहेगा या फिर साथ काम करने के चलते उसमें कुछ परिवर्तन आएगा.
अमेरिका के इतिहास में 40 साल की उम्र में उपराष्ट्रपति बनने वाले तीसरे शख्स
जेडी वेंस की बात करें तो वो ओहियो के सीनेटर से उपराष्ट्रपति पद पर पहुंचे हैं. वो ट्रम्प के आलोचक के तौर पर जाने जाते हैं. जेडी वेंस उन तीन लोगों की सूची में शामिल हुए हैं, जिन्होंने 40 साल की उम्र में उपराष्ट्रपति पद प्राप्त किया है. साथ ही किसी प्रमुख पार्टी के राष्ट्रपति पद के टिकट पर आने वाले पहले मिलेनियल ( यानी जिनका जन्म 1981 से 1996 के बीच हुआ हो) हैं. उनकी राजनीतिक यात्रा, जो ट्रम्प के साथी के रूप में उनकी वर्तमान भूमिका में परिणत होती है, ग्रैंड ओल्ड पार्टी की विकसित होती गतिशीलता में एक दिलचस्प रुख प्रदान करती है।
कभी ट्रम्प को कहा था अमेरिका का हिटलर
जेडी वेंस की बात करें तो वो ट्रम्प के मुख्य आलोचक रहे हैं. 2016 में जब ट्रम्प पहली बार राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार बने थे तो वेंस ने उनकी तुलना हिटलर से करते हुए अमेरिका का हिटलर बताया था. साथ ही ट्रम्प को नैतिक आपदा की संज्ञा भी दी थी. सिर्फ इतना ही नहीं वेंस ने ट्रम्प की निंदा करते हुए उन्हें धोखेबाज़ तक कहा था.
आलोचना करते करते अपना बैठे ट्रम्प का रास्ता
अमेरिकी मीडिया रिपोर्ट्स पर गौर करें तो ये कहा जाता है कि वेंस ने जिस तेजी से ट्रम्प की आलोचना की ठीक उसी तेजी से उन्होंने अपने रुख में बदलाव भी किया. ये बात वर्ष 2020 की है, जब वेंस ने नाटकीय रूप से ट्रम्प की राजनीती को अपनाया. मार-ए-लागो में कई व्यक्तिगत बैठकों और फॉक्स न्यूज़ पर उपस्थिति के माध्यम से वेंस ने उसी तरह से खुद को प्रस्तुत किया, जिस तरह से ट्रम्प राजनीती करते हैं. इसका नतीजा ये रहा कि वर्ष 2022 में वेंस सीनेट चुनाव में जीत हासिल करते हुए ओहियो के सीनेट चुने गए.
ट्रम्प के प्रति दिखाया था समर्थन
अगर वेंस की बात करें तो वो ऐसे कई रिपब्लिकन हस्तियों और संभावित उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवारों में से एक थे, जिन्होंने इस वर्ष की शुरुआत में डोनाल्ड ट्रम्प के खिलाफ चले आपराधिक मामले में उनके प्रति अपना समर्थन जताया था और उनके साथ खड़े होकर सार्वजनिक रूप से अपनी वफादारी भी व्यक्त की थी.
वेंस का उपराष्ट्रपति पद तक पहुंचना
अब जेडी वेंस अमेरिका के उपराष्ट्रपति चुने जा चुके हैं. उनका सीनेटर से उपराष्ट्रपति तक का ये सफ़र बेहद ही दिलचस्प रहा है. बेशक वेंस ट्रम्प के आलोचक रहे हों लेकिन ट्रम्प ने वेंस के सामने उपराष्ट्रपति पद की पेशकश रखी थी. ये उस समय की बात है जब पेंसिल्वेनिया के बटलर में एक सभा में ट्रम्प पर गोली चलायी गयी थी. इस घटना के दो दिन बाद, ट्रम्प ने वेंस से संपर्क किया था और उनके सामने उपराष्ट्रपति पद की पेशकश की थी, साथ ही सोशल मीडिया पर निर्णय की घोषणा की थी.
वेंस को बताया गया था सबसे ज्यादा वफादार
ट्रम्प की पेशकश रखने के बाद जूनियर ट्रम्प ( डोनाल्ड ट्रम्प के बेटे ) और अमेरिका की प्रमुख मीडिया हस्ती टकर कार्लसन सहित वेंस के समर्थकों ने संभावित उम्मीदवारों की सूची में शुमार तमाम लोगों में से वेंस को ट्रम्प का सबसे वफादार बताया था.
विवाद और वेंस
वेंस भी विवादों से अछूते नहीं रहे हैं. सबसे चर्चित विवाद 'चाइल्ड लेस कैट लेडी' रहा, जो उन्होंने कमला हैरिस को लेकर डेमोक्रेटिक पार्टी पर किया था. 2021 के पॉडकास्ट में, वेंस ने डेमोक्रेटिक पार्टी के बारे में भड़काऊ टिप्पणी करते हुए कहा था कि इस पार्टी का नेतृत्व "चाइल्ड लेस कैट लेडी" द्वारा किया जा रहा है. उनकी इस टिपण्णी ने आलोचकों से बहुत अधिक प्रतिक्रिया प्राप्त की थी, जिन्होंने उन पर एक महिला विरोधी एजेंडे को बढ़ावा देने का आरोप लगाया था. हालाँकि वेंस ने यह स्पष्ट करने का प्रयास किया कि यह टिप्पणी डेमोक्रेटिक पार्टी के "परिवार विरोधी" रुख के उद्देश्य से थी, न कि बिना बच्चों वाले व्यक्तियों पर हमला करने के लिए.
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