जो बाइडेन का प्रोस्टेट कैंसर हड्डियों तक फैला, ट्रंप ने जताई चिंता
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अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन की गंभीर बीमारी को मौजूदा राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चुनाव प्रचार के दौरान मुद्दा बनाया था।

जो बाइडेन का प्रोस्टेट कैंसर हड्डियों तक फैला, ट्रंप ने जताई चिंता

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन को एडवांस स्टेज का प्रोस्टेट कैंसर हो गया है, जिसकी कोशिकाएं अब उनकी हड्डियों तक फैल चुकी हैं।


Joe Biden cancer: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन को प्रोस्टेट कैंसर होने की पुष्टि हुई है। मेडिकल रिपोर्ट्स के अनुसार, कैंसर की कोशिकाएं अब उनकी हड्डियों तक फैल चुकी हैं, जिससे उनकी स्थिति बेहद गंभीर मानी जा रही है।

हाल ही में बाइडेन को पेशाब में दिक्कत महसूस हुई थी, जिसके बाद उन्होंने मेडिकल चेकअप करवाया। जांच में पता चला कि उन्हें एडवांस स्टेज का प्रोस्टेट कैंसर है। उनके ऑफिस की ओर से जारी बयान में बताया गया है कि बाइडेन और उनका परिवार इलाज के विकल्पों पर विचार कर रहा है।

ग्लेसन स्कोर 9, उम्र 82 वर्ष

प्रोस्टेट कैंसर की गंभीरता को मापने के लिए ग्लेसन स्कोर का उपयोग किया जाता है, जो 1 से 10 के बीच होता है। जो बाइडेन का स्कोर 9 बताया गया है, जो यह दर्शाता है कि कैंसर आक्रामक और उन्नत अवस्था में है। 82 वर्षीय बाइडेन ने इस बार राष्ट्रपति चुनाव नहीं लड़ा था। वर्ष 2023 में उनके सीने से एक घाव हटाया गया था, जिसे कैंसर से संबंधित बताया गया था। तब डॉक्टरों ने कहा था कि संबंधित टिशू को सफलतापूर्वक निकाल दिया गया है और आगे इलाज की जरूरत नहीं है।

ट्रंप और मेलानिया ने जताया दुख

बाइडेन की बीमारी की खबर के बाद पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनकी पत्नी मेलानिया ट्रंप ने शोक और संवेदना प्रकट की है। उन्होंने बाइडेन के जल्द स्वस्थ होने की कामना करते हुए कहा, "हम चाहते हैं कि वह लंबा और स्वस्थ जीवन जिएं।"

वहीं ट्रंप की करीबी और राजनीतिक कार्यकर्ता लॉरा लूमर ने सोशल मीडिया पर दावा किया कि बाइडेन जुलाई 2024 से ही गंभीर रूप से बीमार हैं और उनके पास केवल दो महीने का समय बचा है। लूमर ने आरोप लगाया कि डेमोक्रेट पार्टी ने बाइडेन की बीमारी को लंबे समय तक जनता से छिपाया।

बाइडेन के स्वास्थ्य पर पहले से उठते रहे हैं सवाल

गौरतलब है कि डोनाल्ड ट्रंप चुनाव प्रचार के दौरान अक्सर बाइडेन की मानसिक और शारीरिक फिटनेस पर सवाल उठाते रहे हैं। उन्होंने कई बार दावा किया था कि बाइडेन की सोचने और निर्णय लेने की क्षमता कमजोर हो गई है। बढ़ते दबाव और स्वास्थ्य कारणों से बाइडेन ने 2024 का राष्ट्रपति चुनाव नहीं लड़ा। डेमोक्रेट पार्टी की ओर से कमला हैरिस उम्मीदवार बनीं, लेकिन उन्हें चुनाव में हार का सामना करना पड़ा।बाइडेन की बीमारी ने अमेरिकी राजनीति में गहरी चिंता और बहस को जन्म दिया है, खासकर ऐसे समय में जब देश नए नेतृत्व की ओर बढ़ रहा है।

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