नर्क में भी संभावना नहीं, अमेरिकी राज्य बनने के ऑफर पर भड़के ट्रूडो
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'नर्क में भी संभावना नहीं', अमेरिकी राज्य बनने के ऑफर पर भड़के ट्रूडो

Justin Trudeau: कनाडा को अमेरिका का 51वां राज्य बनने का ऑफर डोनाल्ड ट्रंप कर रहे हैं। लेकिन इस मामले पर जस्टिन ट्रूडो ने कड़ी आपत्ति दर्ज की है।


Canada News: जस्टिन ट्रूडो को अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा। अब वो कनाडा के पीएम नहीं रहे। ट्रूडो (Justin Trudeau) को सत्ता क्यों छोड़नी पड़ी। आखिर वो दबाव कौन सा था। क्या भारत (India Canada Relation) का दबाव काम आया या जब डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के राष्ट्रपति चुने गए। इसमें दो मत नहीं कि खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर के प्रकरण में भारतीय पक्ष पहले दिन से अपने नजरिए पर कायम रहा। जस्टिन ट्रूडो ने अमेरिका के मौजूदा राष्ट्रपति जो बाइडेन की आड़ में समय समय पर निशाना साधते रहे। लेकिन ट्रंप के आने के बाद तस्वीर बदली। आधिकारिक तौर पर डोनाल्ड ट्रंप वैसे तो हरदीप सिंह निज्जर पर कुछ नहीं बोले हैं। लेकिन टैरिफ और कनाडा को अमेरिका का एक प्रांत होने का राग अलापते रहते हैं।



नवंबर के महीने में साफ हो गया कि अमेरिका के अगले राष्ट्रपति ट्रंप (Donald Trump) होंगे। उसी समय ट्रंप ने कहा कि हम कनाडा को इतनी सब्सिडी देते हैं जो व्यवहारिक नहीं है। अमेरिका और कनाडा के बीच व्यापारिक रिश्ते बराबरी पर नहीं हैं। हम 25 फीसद टैरिफ लगाएंगे। इसके साथ यह भी कहा कि बेहतर होगा कि कनाडा, अमेरिका का 51वां राज्य बन जाए। इससे हर तरह की मुश्किलों का समाधान होगा। लेकिन उनके इस बयान पर जस्टिन ट्रूडो भड़के और कहा कि नर्क में भी इसकी संभावना नहीं है।

कनाडा के विदेश मंत्री ने भी प्रधानमंत्री ट्रूडो की टिप्पणी में अपना पक्ष जोड़ते हुए कहा कि देश डोनाल्ड ट्रंप की धमकियों से कभी पीछे नहीं हटेगा। विदेश मंत्री मेलानी जोली ने ट्रंप पर आरोप लगाया कि उन्होंने अपनी टिप्पणियों से कनाडा के बारे में पूरी तरह से समझ की कमी दिखाई है। ट्रंप के सहयोगी एलन मस्क के स्वामित्व वाले सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर उन्होंने कहा कि हमारी अर्थव्यवस्था मजबूत है। हमारे लोग मजबूत हैं। हम धमकियों के सामने कभी पीछे नहीं हटेंगे। कनाडा की प्रतिक्रिया आने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के बयान के बाद आई है जिसमें उन्होंने कहा था कि वह कनाडा और संयुक्त राज्य अमेरिका के विलय के लिए आर्थिक बल का उपयोग करने के लिए तैयार हैं। यह बयान कनाडा के प्रधानमंत्री द्वारा लिबरल पार्टी के नेता और प्रधानमंत्री के रूप में अपने इस्तीफे की घोषणा के कुछ घंटों बाद आया है।

ट्रंप ने कहा था कि कनाडा और संयुक्त राज्य अमेरिका, यह वाकई बहुत बड़ी बात होगी।" फ्लोरिडा मार-ए-लागो स्थित अपने घर पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोलते हुए कहा कि आप उस कृत्रिम रूप से खींची गई रेखा से छुटकारा पा सकते हैं, और आप देख सकते हैं कि वह कैसी दिखती है, और यह राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए भी बहुत बेहतर होगा। उन्होंने कनाडा के सैन्य खर्च के बारे में भी चिंता जताई और कहा, "उनके पास बहुत छोटी सेना है। वे हमारी सेना पर निर्भर हैं। यह सब ठीक है, लेकिन, आप जानते हैं, उन्हें इसके लिए भुगतान करना होगा। यह बहुत अनुचित है।"

यह पूछे जाने पर कि क्या वे कनाडा को अपने नियंत्रण में लाने के लिए सैन्य बल का उपयोग करेंगे, नए राष्ट्रपति ने कहा "नहीं, आर्थिक बल का। नवंबर में अपनी चुनावी जीत के बाद से ट्रंप ने ने बार-बार कनाडा को 51वां अमेरिकी राज्य बनने के लिए उकसाया है। इससे पहले उन्होंने कनाडा के सामानों पर 25 प्रतिशत तक टैरिफ लगाने की धमकी दी थी, जब तक कि उत्तरी अमेरिकी देश साझा सीमा पर सुरक्षा बढ़ाने और अमेरिका में ड्रग्स और अवैध अप्रवासियों को कम करने के लिए पर्याप्त कदम नहीं उठाता।

कनाडा की सरकार ने अमेरिका-कनाडा सीमा पर सख्त सुरक्षा उपाय लागू करने का वादा किया है, लेकिन कहा है कि अगर ट्रंप अपनी धमकियों पर अमल करते हैं तो वह काउंटर-टैरिफ लगाने पर विचार करेगी। कनाडा और अमेरिका के बीच कथित तौर पर एक ट्रिलियन डॉलर का व्यापार संबंध है। कनाडा सरकार के आंकड़ों के अनुसार, 2023 में प्रतिदिन लगभग C$3.6bn ($2.5bn) मूल्य की वस्तुएं और सेवाएं सीमा पार करती हैं। जानकारों का कहना है कि अगर डोनाल्ड ट्रंप पदभार संभालने के बाद अपनी धमकी या ऑफर पर अमल करते हैं तो इससे कनाडा की अर्थव्यवस्था को काफी नुकसान हो सकता है।

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