
जश्न मना रहे लिवरपूल के फैन्स पर गाड़ी चढ़ाने वाला ड्राइवर गिरफ्तार
स्थानीय पुलिस ने बताया कि कई लोग घायल हुए हैं, लेकिन संख्या की पुष्टि नहीं की गई है। मौके पर एयर एंबुलेंस और कई आपातकालीन वाहन पहुंचे।
इंग्लैंड के लिवरपूल शहर में सोमवार को उस वक्त अफरातफरी मच गई जब एक मिनीवैन ने प्रीमियर लीग जीत का जश्न मना रहे फैन्स की भीड़ में घुसकर कई लोगों को कुचल दिया। 53 वर्षीय ब्रिटिश व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया गया है।
क्या है मामला
लिवरपूल की फुटबॉल टीम ने इस सीज़न में रिकॉर्ड की बराबरी करते हुए 20वीं बार प्रीमियर लीग खिताब जीता। जश्न के लिए हजारों लोग सड़कों पर जमा हुए थे। तभी एक मिनीवैन तेज़ी से आई और भीड़ में घुस गई।
प्रत्यक्षदर्शियों की ज़ुबानी
हैरी राशिद, जो अपनी पत्नी और दो बेटियों के साथ परेड में शामिल थे, उन्होंने कहा, “सब कुछ बहुत तेजी से हुआ। पहले बस ‘पॉप, पॉप, पॉप’ की आवाज़ें आईं — लोग गाड़ी की बोनट से टकराकर गिर रहे थे।”
एक अन्य दर्शक पीटर जोन्स ने बताया कि कार ने जोरदार हॉर्न बजाते हुए भीड़ को चीर दिया और कई लोग सड़क पर गिर पड़े।
"कुछ लोग कार को रोकने की कोशिश कर रहे थे, खिड़कियां तोड़ी गईं, लेकिन वह गाड़ी आगे बढ़ता रहा।"
गंभीर हालात
स्थानीय पुलिस ने बताया कि कई लोग घायल हुए हैं, लेकिन संख्या की पुष्टि नहीं की गई है। मौके पर एयर एंबुलेंस और कई आपातकालीन वाहन पहुंचे।
क्या यह जानबूझकर किया गया?
राशिद ने कहा कि कार ने एक बार रुकने के बाद फिर से रफ्तार पकड़ी और बाकी लोगों पर चढ़ा दी।
“वो जानबूझकर लग रहा था। मेरी बेटी चीखने लगी, कई लोग ज़मीन पर पड़े थे। वो सब तो बस परेड का आनंद लेने आए थे।”
सरकार की प्रतिक्रिया
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीयर स्टार्मर ने घटना को “भयावह” बताया और कहा, “मेरी संवेदनाएं घायलों और प्रभावितों के साथ हैं। मैं पुलिस के त्वरित एक्शन के लिए उन्हें धन्यवाद देता हूं।”
पुलिस की अपील
Merseyside Police ने लोगों से कहा है कि अफवाहें न फैलाएं और हादसे से जुड़ा “कष्टदायक कंटेंट” ऑनलाइन साझा न करें।
लिवरपूल क्लब का बयान
क्लब ने एक संक्षिप्त बयान में कहा, “हमारी प्रार्थनाएं और संवेदनाएं सभी प्रभावितों के साथ हैं।”
परेड की झलक
भारी बारिश के बावजूद हजारों फैन्स लिवरपूल की सड़कों पर उतर आए थे। टीम के खिलाड़ी "Ours Again" लिखी बसों पर सवार होकर परेड कर रहे थे। 16 किमी लंबी यात्रा के दौरान चारों ओर पुलिस सुरक्षा तैनात थी। परेड के अंत में रॉयल लिवर बिल्डिंग से आतिशबाज़ी की गई।