आखिर क्या है योम किप्पुर? जिसे जंग के बीच भी मना रहा है इजरायल
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आखिर क्या है 'योम किप्पुर'? जिसे जंग के बीच भी मना रहा है इजरायल

मिडिल ईस्ट में इजरायल एक साथ कई मोर्चों पर जंग लड़ रहा है. इसी बीच इजरायल का प्रमुख त्योहार 'योम किप्पुर' भी शुरू हो चुका है.


Israel sacred festival Yom Kippur: मिडिल ईस्ट में इजरायल एक साथ कई मोर्चों पर जंग लड़ रहा है. ऐसे में पूरे मध्य-पूर्व में संकट के बादल छाए हुए हैं. दुनिया के अधिकतर देश क्षेत्र में युद्ध विराम के लिए कोशिशें कर रहे हैं. लेकिन फिलहाल कोई कामबायी मिलते हुए दिखाई नहीं दे रही है. इसी बीच इजरायल का प्रमुख त्योहार 'योम किप्पुर' भी शुरू हो चुका है. यह यहूदी धर्म के सबसे पवित्र उत्सवों में से एक है. 10 दिन तक चलने वाले इस त्योहार में यहूदी अपने पापों का प्रायश्चित करते हैं और उपवास रखते हैं.

साल 1973 के बाद पहली बार है, जब इस त्योहार को इजरायल जंग के बीच में मना रहा है. क्योंकि त्योहार की शुरूआत गाजा से रॉकेट फायर, लेबनान में हवाई हमलों और ईरान के साथ तनाव के बीच हुआ है. शुक्रवार को जैसे ही सूरज डूबा और इजरायलियों ने त्योहार की शुरुआत की. देश में हवाई हमले के सायरन कस्बों और शहरों में बजते रहे.

इजरायल रक्षा बलों (IDF) का कहना है कि पवित्र दिन के शुरुआती घंटों में भी गाजा से इजरायली क्षेत्र में 120 से अधिक रॉकेट दागे गए थे. उसी समय इजरायल ने दक्षिणी लेबनान में हिजबुल्लाह के गढ़ों पर हमले करके जवाबी कार्रवाई जारी रखी. शुक्रवार को इजरायली सैनिकों ने लेबनान में संयुक्त राष्ट्र अंतरिम बल (यूएनआईएफआईएल) की चौकी पर गोलीबारी की, जिसमें दो श्रीलंकाई शांति सैनिक घायल हो गए. यह घटना ठीक एक दिन पहले हुई, जब इसी तरह के हमले में दो इंडोनेशियाई शांति सैनिक घायल हो गए थे. इजरायली सेना ने हमले को स्वीकार करते हुए अपने कार्यों का बचाव करते हुए कहा कि सैनिकों ने यूएनआईएफआईएल की स्थिति के पास "खतरे" का जवाब दिया था.

भारत "चिंतित"

भारत ने पश्चिम एशिया में बिगड़ती सुरक्षा स्थिति, खासकर इजरायल और लेबनान के बीच संयुक्त राष्ट्र द्वारा मान्यता प्राप्त ब्लू लाइन पर झड़पों पर गहरी चिंता व्यक्त की है. भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा कि हम ब्लू लाइन पर बिगड़ती सुरक्षा स्थिति से चिंतित हैं. हम स्थिति पर बारीकी से नज़र रख रहे हैं.

संयुक्त राष्ट्र ने की निंदा

संयुक्त राष्ट्र ने शांति सैनिकों पर हमले की निंदा अंतरराष्ट्रीय कानून के उल्लंघन के रूप में की और कई विश्व नेताओं ने जवाबदेही की मांग की. संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने संयुक्त राष्ट्र के ठिकानों पर गोलीबारी को "असहनीय" बताया और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इजरायल से संयुक्त राष्ट्र बलों को निशाना बनाने वाले अभियान बंद करने का आह्वान किया. फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों सहित यूरोपीय नेताओं ने अपना आक्रोश व्यक्त किया और इजरायल से संयुक्त राष्ट्र मिशनों की पवित्रता का सम्मान करने का आग्रह किया.

हिजबुल्लाह की धमकी

शुक्रवार को हिजबुल्लाह ने इजरायली नागरिकों को देश के उत्तरी हिस्से में आवासीय इलाकों में स्थित सैन्य स्थलों से दूर रहने की चेतावनी दी. आतंकवादी समूह ने इजरायली सेना पर अपने सैन्य प्रतिष्ठानों के लिए नागरिक क्षेत्रों का ढाल के रूप में उपयोग करने का आरोप लगाया. खासकर हाइफा, तिबेरियास और एकर जैसे प्रमुख शहरों में. हिजबुल्लाह ने गाजा में इजरायल के सैन्य अभियान के खिलाफ व्यापक जवाबी कार्रवाई के तहत इजरायल में कई रॉकेट दागे हैं. इन लगातार हमलों के कारण लेबनान और इजरायल दोनों में व्यापक तबाही और जानमाल की हानि हुई है.

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