
नेपाल में मानसून का कहर: भूस्खलन में 40 लोगों की मौत; उड़ानें रद्द करनी पड़ीं
मानसून नेपाल के सात में से पांच प्रांतों कोशी, मधेस, बागमती, गंडकी और लुम्बिनी — में सक्रिय है। बागमती और ईस्ट राप्ती नदियों के आसपास रेड अलर्ट जारी किया गया है।
भारी बारिश के कारण नेपाल के कोशी प्रांत सहित पूर्वी नेपाल में भूस्खलन से कम से कम 40 लोग मारे गए हैं। पांच लोग लापता हैं। नेपाल सरकार ने अगले तीन दिनों के लिए काठमांडू में वाहनों के प्रवेश और निकास पर रोक लगा दी है और घरेलू उड़ानें भी रोक दी गई हैं।
कोशी प्रांत में मारे गए 37 लोगों में से, देउमाई और माइजोगमाई नगरपालिकाओं में आठ-आठ, इलाम नगरपालिका और संडकपुर ग्रामीण नगरपालिका में छह-छह, सूर्य उदय नगरपालिका में पांच, मंगसेबुंग में तीन और फकफोकथुम गाँव में एक व्यक्ति की मौत हुई है। यह जानकारी नेशनल डिजास्टर रिस्क रिडक्शन एंड मैनेजमेंट अथॉरिटी (NDRRMA) ने दी है।
सेना तैनात
भूस्खलन के कारण पंचथर में एक व्यक्ति की मौत हुई, वहीं खोतांग और उदयपुर जिलों में एक-एक व्यक्ति बाढ़ में बह गया। रासुवा जिले से चार लोग लापता हैं क्योंकि उन्हें बाढ़ ने बहा लिया। पंचथर जिले में एक व्यक्ति भी भूस्खलन में दफन होने के बाद लापता है।
नेपाल सेना को रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए तैनात किया गया है। चार घायल, जिनमें एक गर्भवती महिला भी शामिल है, को हवाई मार्ग से धारान नगरपालिक में इलाज के लिए भेजा गया है। खराब मौसम के कारण बचाव कार्य प्रभावित हो रहे हैं।
बिजली गिरने से मौत और घायल
इसके अलावा, रविवार सुबह रौतहट जिले में बिजली गिरने से तीन लोगों की मौत हो गई। नेपाल के विभिन्न क्षेत्रों में बिजली गिरने की घटनाओं में सात लोग घायल हुए। भोजपुर जिले में तीन, खोतांग जिले में तीन और मकवानपुर जिले में एक व्यक्ति घायल हुआ।
नदियों के आसपास रेड अलर्ट
मानसून नेपाल के सात में से पांच प्रांतों — कोशी, मधेस, बागमती, गंडकी और लुम्बिनी — में सक्रिय है। बागमती और ईस्ट राप्ती नदियों के आसपास रेड अलर्ट जारी किया गया है। शुक्रवार रात से काठमांडू और देश के अन्य हिस्सों में लगातार बारिश हो रही है।
त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा (TIA) से घरेलू उड़ानें खराब मौसम के कारण रद्द कर दी गई हैं। काठमांडू के TIA के महाप्रबंधक हंसा राज पांडे ने PTI को बताया कि काठमांडू, भरतपुर, जनकपुर, भद्रपुर, पोखरा और टुम्लिंगटार से घरेलू उड़ानें अगले आदेश तक रद्द रहेंगी।
NDRRMA ने एक नोटिस जारी किया है जिसमें कहा गया है कि शनिवार से सोमवार तक काठमांडू घाटी में वाहनों के प्रवेश और निकास पर रोक लगा दी गई है ताकि लोग आपदा में फंसने से बच सकें। अधिकारियों ने लोगों से अनुरोध किया है कि अगले तीन दिनों तक लंबी दूरी की बसें या अन्य वाहन केवल आपात स्थिति में ही चलाएँ।