
'GenZ' प्रोटेस्ट में मारे गए लोगों को 'शहीद' का दर्जा, नेपाल की अंतरिम प्रधानमंत्री सुशीला कार्की का एलान
नेपाल के सरकार विरोधी प्रदर्शनों में जो लोग मारे गए हैं वो अब ‘शहीद’ माने जाएंगे। नेपाल सरकार उनके परिजनों को मुआवजा देगी और घायलों का अस्पताल में इलाज का खर्च सरकार उठाएगी।
काठमांडू, नेपाल (पीटीआई फोटो): नेपाल की अंतरिम प्रधानमंत्री सुशीला कार्की ने पदभार संभालने के बाद सुरक्षा बल और सरकारी अधिकारियों के साथ बैठक की।
नेपाल की अंतरिम प्रधानमंत्री सुशीला कार्की ने औपचारिक रूप से पदभार ग्रहण करने के बाद Gen Z प्रदर्शनों में जान गंवाने वालों को “शहीद” घोषित किया। मुख्य सचिव एकनारायण अर्याल ने बताया कि सरकार ने प्रदर्शनकारियों की मौत को शहादत के रूप में मान्यता दी है और परिवारों को 10 लाख नेपाली रुपये का मुआवज़ा दिया जाएगा।
अर्याल ने कहा कि सरकार ने अस्पतालों को निर्देश दिया है कि वे घायलों को मुफ्त इलाज उपलब्ध कराएँ, और इस नए आदेश के तहत उपचार पहले ही शुरू हो चुका है।
कार्की ने शनिवार (13 सितम्बर) को काठमांडू के विभिन्न अस्पतालों का दौरा किया और उपचार ले रहे घायल प्रदर्शनकारियों से मुलाकात की।
कार्की पर अमेरिका की प्रतिक्रिया
इस बीच, अमेरिका ने सुशीला कार्की की नियुक्ति का स्वागत किया, इसे पिछले सप्ताह की अशांति के बाद स्थिरता की दिशा में एक कदम बताया।
नेपाल में अमेरिकी राजदूत डीन आर. थॉम्पसन ने ‘X’ पर पोस्ट कर कहा कि वॉशिंगटन “शांति की बहाली और हालिया दुखद घटनाओं के बाद शांतिपूर्ण समाधान का स्वागत करता है।”
थॉम्पसन ने राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल और युवा नेताओं की सराहना की कि उन्होंने संकट के दौरान लोकतांत्रिक समाधान के प्रति प्रतिबद्धता दिखाई। उन्होंने नेपाली सेना और उसके प्रमुख जनरल अशोक राज सिग्देल की भी भूमिका को स्वीकार किया, जिन्होंने व्यवस्था बहाल करने और नागरिक सत्ता हस्तांतरण को सुनिश्चित करने में मदद की।
अमेरिकी राजदूत ने कहा कि उनकी सरकार आने वाले महीनों में अंतरिम नेतृत्व के साथ मिलकर काम करने की इच्छुक है, जब वे नए चुनावों की तैयारी करेंगे। उन्होंने यह भी जोड़ा कि अमेरिका नेपाल की क्षति पर शोक साझा करता है, लेकिन यह राजनीतिक समझौता आगे शांतिपूर्ण भविष्य की संभावना खोलता है।
नेपाल की राजनीतिक रिक्तता का अंत
इससे पहले सप्ताह की शुरुआत में हिंसक प्रदर्शनों के बाद केपी शर्मा ओली सरकार के पतन से पैदा हुई राजनीतिक रिक्तता को खत्म करते हुए, पूर्व सुप्रीम कोर्ट मुख्य न्यायाधीश सुशीला कार्की को शुक्रवार रात अंतरिम प्रधानमंत्री पद की शपथ दिलाई गई।
73 वर्षीय कार्की नेपाल की पहली महिला बनीं जिन्होंने देश का नेतृत्व संभाला। राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल ने उन्हें शपथ दिलाई और साथ ही प्रतिनिधि सभा को भंग कर दिया। अंतरिम सरकार को छह महीने में संसद के चुनाव कराने का आदेश दिया गया है।