अगर युद्ध हुआ तो एटम बम का करेंगे प्रयोग, रूस में पाक राजनयिक की धमकी
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मुहम्मद खालिद जमाली रूस में पाकिस्तान के राजदूत हैं। उन्होंने आरटी टीवी से कहा कि अगर भारत युद्ध या सिंधु के पानी को रोकता है तो जवाब देने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ा जाएगा।

अगर युद्ध हुआ तो एटम बम का करेंगे प्रयोग, रूस में पाक राजनयिक की धमकी

पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान की तरफ से भड़काऊ बयान की बाढ़ सी आ गई है। रूस में पाकिस्तान के राजदूत मोहम्मद खालिद जमाली ने कहा कि आक्रमण होने पर पूरी ताकत से जवाब देंगे


भारत और पाकिस्तान के बीच कश्मीर में हालिया आतंकी हमले के बाद बढ़े तनाव के बीच रूस में पाकिस्तान के राजदूत मुहम्मद खालिद जमाली ने चेतावनी दी है कि यदि भारत ने पाकिस्तान पर हमला किया या उसके लिए आवश्यक जल प्रवाह को बाधित किया, तो पाकिस्तान "पूर्ण शक्ति, पारंपरिक और परमाणु दोनों" के साथ जवाब देगा।

भारत पर आक्रामक योजना का आरोप

शनिवार को रूसी समाचार चैनल RT से बातचीत में राजदूत जमाली ने दावा किया कि पाकिस्तान के पास भारत द्वारा सैन्य आक्रामकता की योजना के सबूत हैं। उन्होंने कहा, "कुछ लीक हुए दस्तावेजों के अनुसार पाकिस्तान के कुछ इलाकों पर हमले की योजना बनाई गई है। इससे हमें लगता है कि यह हमला कभी भी हो सकता है और इसकी संभावना निकट है।"

जल संधि पर टकराव

भारत द्वारा सिंधु जल संधि को निलंबित किए जाने को लेकर भी पाकिस्तान ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। जमाली ने कहा, “निचले जल उपयोगकर्ता के जल को छीनना, उसे रोकना या मोड़ना पाकिस्तान के खिलाफ युद्ध की कार्यवाही होगी, और इसका जवाब पूरी शक्ति से दिया जाएगा।” उन्होंने यह भी कहा कि भारत की यह कार्रवाई युद्ध के बराबर मानी जाएगी।

परमाणु युद्ध की चेतावनी

राजदूत ने कहा कि दोनों देशों के पास परमाणु हथियार हैं, इसलिए अत्यधिक सतर्कता और तनाव घटाने की आवश्यकता है। “दो परमाणु शक्तियों के बीच इस तरह का तनाव अत्यंत खतरनाक है। इसलिए, तनाव कम करने की दिशा में गंभीर प्रयास किए जाने चाहिए।”

पाकिस्तान पहले ही कश्मीर हमले की "तटस्थ और विश्वसनीय जांच" की मांग कर चुका है। जमाली ने कहा कि “इस मामले में अंतरराष्ट्रीय समुदाय की भूमिका अहम है। हम उम्मीद करते हैं कि चीन और रूस जैसी शक्तियां इस जांच में भाग लेंगी।”

कूटनीतिक संबंधों में गिरावट

इस बीच, भारत ने पाकिस्तानी उच्चायोग के कर्मचारियों को कम कर दिया है, पाकिस्तानी राजनयिकों को निष्कासित किया है और स्थलीय सीमा को बंद कर दिया है। इसके जवाब में पाकिस्तान ने भी इसी तरह की प्रतिकारात्मक कार्रवाई की है। भारत ने पाकिस्तानी नागरिकों के लिए वीज़ा सेवाएं भी निलंबित कर दी हैं और शनिवार को नई दिल्ली ने पाकिस्तान के साथ पहले से ही ठप हो चुके व्यापारिक संबंधों को और कमजोर करने के लिए कई नए कदमों की घोषणा की।

आतंकी हमला: पृष्ठभूमि

22 अप्रैल को दोपहर में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम के पास बैसरान घाटी में एक भीषण आतंकी हमला हुआ था। यह स्थान पर्यटकों में काफी लोकप्रिय है और पहलगाम से करीब 6 किमी की दूरी पर स्थित है। इस हमले की जिम्मेदारी ‘द रेसिस्टेंस फ्रंट’ नामक आतंकी संगठन ने ली है, जो माना जाता है कि पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा हुआ है। कश्मीर पुलिस ने कहा है कि हमले में शामिल तीन संदिग्धों की पहचान हो चुकी है, जिनमें से दो पाकिस्तानी नागरिक हैं।

भारत और पाकिस्तान के बीच एक बार फिर गहराते टकराव से दक्षिण एशिया में शांति के लिए खतरे की घंटी बज रही है। जब तक दोनों पक्ष कूटनीतिक मार्ग को नहीं अपनाते, तब तक किसी भी छोटी सी चिंगारी से बड़ा संघर्ष उत्पन्न हो सकता है।

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