
Operation Sindoor: जीत का दावा तबाही के सबूत, पाक की दोहरी रणनीति बेनकाब
ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान के नेता अलग-अलग दावे कर रहे हैं। ड्रोन हमले, नूर खान एयरबेस और युद्धविराम पर बयान खुद पाकिस्तान को ही बेनकाब कर रहे हैं।
Pakistan Claim On Operation Sindoor: पाकिस्तान में किसकी बात पर यकीन किया जाए। यह सवाल बहुत पेचीदा है। मई 2025 में ऑपरेशन सिंदूर के बाद से पाकिस्तान कई तरह की बात करता है। मसलन चीफ ऑफ डिफेंस फोर्स आसिम मुनीर कहते हैं कि भारत को सबक सिखा दिया। राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी, पीएम शहबाज शरीफ, रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ एक सुर में बोलते हैं कि तबाही हमारी नहीं उनकी हुई थी। इन सबके बीच पाकिस्तान के उप प्रधनामंत्री इशाक डार (Pakistan Deputy Prime Minister Ishaq Dar) कुछ और कहते हैं। आठ महीने बाद उन्होंने कहा कि भारत की तरफ से 36 घंटे में 80 ड्रोन्स ने अटैक किये। हमारा नूर खां एयरबेस (Noor Khan Airbase) पूरी तरह से तबाह हो गया।
विदेश मंत्री भी रहे डार ने कहा कि 36 घंटे में, कम से कम 80 ड्रोन भेजे गए। उन्होंने ऑपरेशन के पैमाने पर जोर दिया। हालांकि उन्होंने दावा किया कि पाकिस्तान 80 में से 79 ड्रोन को रोकने में सक्षम था। उन्होंने पिछले हफ्ते साल के आखिर में प्रेस ब्रीफिंग के दौरान बोलते हुए कहा कि फिर भारत ने 10 मई की सुबह नूर खान एयरबेस पर हमला करके गलती की, जिसके बाद पाकिस्तान ने जवाबी कार्रवाई की।
शहबाज शरीफ (Shebaz Sharif) के डिप्टी की टिप्पणियां इस्लामाबाद के पहले के रुख से एक महत्वपूर्ण बदलाव थीं, जिसने भारतीय हमलों से हुए नुकसान की सीमा को काफी हद तक कम करके आंका था। डार ने आगे कहा कि इस्लामाबाद ने मई के संघर्ष के दौरान पाकिस्तान और भारत के बीच मध्यस्थता का अनुरोध नहीं किया था। दरअसल अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो (Marco Rubio) और सऊदी विदेश मंत्री प्रिंस फैसल बिन फरहान (Faisal bin Farhan) ने नई दिल्ली से बात करने की इच्छा जताई थी। उन्होंने दावा किया कि 10 मई को, रूबियो ने उन्हें सुबह लगभग 8.17 बजे फोन किया, जिसमें उन्होंने बताया कि भारत युद्धविराम के लिए तैयार है और पूछा कि क्या पाकिस्तान सहमत होगा। डार ने कहा कि पाकिस्तान कभी युद्ध नहीं चाहता था।
सऊदी विदेश मंत्री प्रिंस फैसल ने बाद में उनसे भारत से बात करने की अनुमति लेने के लिए संपर्क किया और बाद में पुष्टि की कि युद्धविराम पर सहमति हो गई है। डार ने यह भी दावा किया कि पाकिस्तान ने 7 मई की हवाई लड़ाई के दौरान सात भारतीय जेट विमानों को मार गिराया, बिना अपने दावों के समर्थन में कोई सबूत दिए। मंत्री ने पाकिस्तान की स्थिति को दोहराया कि क्षेत्र में स्थायी शांति जम्मू और कश्मीर विवाद के समाधान से जुड़ी है।
डार का यह बयान पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी द्वारा यह स्वीकार करने के बाद आया कि उनके सैन्य सचिव ने उन्हें मई में भारत के साथ चार दिवसीय संघर्ष के दौरान एक बंकर में जाने की सलाह दी थी। हालांकि उन्होंने शनिवार को एक सार्वजनिक सभा में बताया कि उन्होंने उस सलाह को अस्वीकार कर दिया था।
हमले शुरू होने के बाद जरदारी (Pakistan President Asif Ali Zardari) ने खुलासा किया कि उनके सैन्य सचिव ने उनसे एक बंकर में शरण लेने का अनुरोध किया था। वह (सचिव) मेरे पास आए और कहा कि युद्ध शुरू हो गया है। चलो बंकरों में चलते हैं। लेकिन मैंने उनसे कहा कि अगर शहादत आनी है तो वह यहीं आएगी। नेता बंकरों में नहीं मरते। वे युद्ध के मैदान में मरते हैं। जरदारी ने यह भी दावा किया कि उन्हें चार दिन पहले ही युद्ध के बारे में पता था।
हाल ही में, सैटेलाइट तस्वीरें सामने आईं, जिनसे पता चला कि इस साल मई में भारत के ऑपरेशन सिंदूर हमलों के बाद पाकिस्तान के नूर खान एयरबेस पर पुनर्निर्माण गतिविधि चल रही थी। इस्लामाबाद से 25 किलोमीटर से भी कम दूरी पर स्थित नूर खान (Noor Khan Airbase) एक रणनीतिक एयरबेस है जहां पाकिस्तान एयर फ़ोर्स (Pakistan Airforce) के अहम एसेट्स रखे हैं। हालांकि भारत ने कभी यह कन्फर्म नहीं किया कि उसने कौन सी मिसाइलों का इस्तेमाल किया, लेकिन इस बात की पूरी संभावना है कि नूर खान में मौजूद ठिकाने को ब्रह्मोस या SCALP एयर-लॉन्च्ड लैंड अटैक मिसाइलों, या दोनों से निशाना बनाया गया था।
ऑपरेशन सिंदूर के दौरान ब्रह्मोस (Brahmos) को भारतीय वायु सेना के Su-30 फाइटर जेट्स से लॉन्च किया गया था, जबकि SCALP को राफेल से लॉन्च किया गया था। भारत ने 26 अप्रैल को जम्मू और कश्मीर के पहलगाम (Pahalgam Terror Attack) में आतंकवादियों द्वारा 26 नागरिकों के नरसंहार का बदला लेने के लिए 7 मई, 2025 की सुबह ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) लॉन्च किया था।

