बोया पेड़ बबूल का तो... इस्लामाबाद जाने पर क्यों अड़े हैं इमरान समर्थक
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बोया पेड़ बबूल का तो... इस्लामाबाद जाने पर क्यों अड़े हैं इमरान समर्थक

Pakistan Crisis: पाकिस्तान फिर अशांत हो चुका है। इमरान खान समर्थक किसी भी कीमत पर उन्हें जेल से आजाद कराना चाहते हैं तो शरीफ सरकार ने अपने तेवर तल्ख कर लिए हैं।


Pakistan Crisis Latest News: इस्लामाबाद में दंगा-फसाद मचा हुआ हैइमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ के समर्थक इस्लामाबाद में बवाल काट रहे हैं...नजारा वही इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद हिंसा, बवाल और मारकाट जैसा है। इमरान समर्थक इस्लामाबाद के डी चौक पहुंचने के लिए जान की बाजी लगा रहे हैं...तो उन्हें रोकने के लिए पाकिस्तानी पुलिस, रेंजर्स और अन्य सुरक्षाकर्मी पूरी ताकत से उन्हें रोक रहे हैं फिर भी पीटीआई के कार्यकर्ता और समर्थक काबू में नहीं हैं।

पीटीआई समर्थकों को आगे बढ़ने से रोकने के लिए कंटेनर की दीवार बनाई गई लेकिन वह भी काम नहीं आई। इमरान की रिहाई की मांग करते हुए पीटीआई समर्थक इस्लामाबाद में दाखिल हो चुके हैं।उनकी झड़पें हो रही हैं। छावनी में तब्दील हो चुके इस्लामाबाद में चप्पे-चप्पे पर सुरक्षाकर्मी तैनात हैं। हिंसक झड़पों में अब तक छह लोगों के मारे जाने और 50 से ज्यादा लोगों के घायल होने की खबर है...कहीं घायलों की संख्या 100 बताई गई है ।जिनमें बड़ी तादाद में सुरक्षाकर्मी शामिल हैं।

इस हिंसा में कितने लोग मारे गए हैं और कितने घायल हैं। इस पर भी अलग-अलग दावे हैं। बीबीसी की रिपोर्ट में कहा गया है कि जिन छह लोगों की जान गई हैं....उनमें चार अर्धसैनिक बल के जवान और दो प्रदर्शनकारी हैं। दरअसल, यह विरोध मार्च इमरान खान के आह्वान पर ही हुआ है। एक्स पर अपने एक ट्वीट में खान ने कुछ दिनों पहले कहा कि अब यह लड़ाई अंत तक जारी रहेगी...उन्होंने अपने समर्थकों से इस्लामाबाद में तब तक डटे रहने के लिए कहा है जब तक कि उनकी मांगें पूरी नहीं हो जाती...जाहिर है, इमरान खान इस बार आर-पार की लड़ाई के मूड में हैं...इस बार वह पीछे नहीं हटना चाहते....वह अपनी लड़ाई सड़क और अदलात दोनों जगह लड़ रहे हैं। भ्रष्टाचार के एक मामले में उनकी रिहाई तो हुई लेकिन उन्हें तुरंत गिरफ्तार कर लिया गया....शहबाज सरकार और पाकिस्तानी सेना नहीं चाहते कि वह जेल में से बाहर आएं...उनकी पूरी कोशिश इमरान को जेल में रखने की है.... बावजूद इसके इमरान खान का हौसला टूटा नहीं है...वह अपनी रिहाई के लिए पूरी ताकत लगा रहे हैं....

इस्लामाबाद में यह बवाल ऐसे समय हो रहा है जब पाकिस्तान के अलग-अलग हिस्सों में आए दिन आतंकवादी हमले हो रहे हैं...इन हमलों में सुरक्षाकर्मियों और आम नागरिकों की जानें जा रही हैं....जहां जिसको मौका मिल रहा है उसे निपटा दे रहा है पाकिस्तान में हालात गृह युद्ध जैसे बनते जा रहे हैं। कई रिपोर्टों में तो यहां तक दावा किया गया कि उग्र प्रदर्शनकारियों को काबू में करने के लिए उन्हें गोली मारने के आदेश भी जारी किए गए हैं हिंसा, बवाल, गोलीबारी, मौतों पर पाकिस्तान में कई तरह के दावे किए गए हैं। कौन सी और किसकी बात सही है....इस पर यकीन करना मुश्किल है...पाकिस्तानी मीडिया कुछ और ...तो पीटीआई कुछ अलग दावा करती है।

पीटीआई समर्थकों ने अपने इस उग्र प्रदर्शन से शहबाज सरकार पर दबाव बनाने की पुरजोर कोशिश की है लेकिन सरकार झुकने के लिए तैयार नहीं है... इंटीरियर मिनिस्टर यानी कि गृह मंत्री मोहसिन नकवी और सूचना मंत्री अता तरार ने मंगलवार को बकायदा प्रेस कॉन्फ्रेंस की और इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में इमरान खान के साथ किसी तरह की बातचीत या किसी तरह के डील से इंकार कर दिया..दोनों मंत्रियों ने साफ शब्दों में कहा कि प्रदर्शनकारियों से कोई बात नहीं होगी। गृह मंत्री ने दावा किया कि पीटीआई समर्थकों को डी-चौक से पीछे ढकेल दिया गया है...नकवी ने इस हिंसा के लिए इमरान खान की पत्नी बुशरा बीवी को भी जिम्मेदार ठहराया...उन्होंने कहा कि बुशरा के उकसाने पर लोग बेकाबू हुए...उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी...

आर्थिक मोर्चे पर बुरी तरह लड़खड़ा रहे पाकिस्तान के लिए... मौजूदा हालात उसे और पीछे धकेल रहे हैं... रिपोर्टों की मानें तो इमरान खान की पार्टी के इस प्रदर्शन के चलते पाकिस्तान को हर दिन 190 बिलियन रुपये यानी 19 हजार करोड़ रुपये का आर्थिक नुकसान हो रहा है. यह उग्र प्रदर्शन अगर आगे भी जारी रहा तो पाकिस्तान की हालत बद से बदतर होती चली जाएगी... पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक, पीटीआई के विरोध प्रदर्शनों की वजह से पिछले 18 महीनों में सरकारी खजाने को ....2.7 अरब रुपये से अधिक का नुकसान हो चुका है....बहरहाल, अभी न तो इमरान खान अपने तेवर नरम कर रहे हैं और न ही पाकिस्तान की सरकार किसी तरह के समझौते के मूड में है इमरान और सरकार के बीच टकराव का यह दौर कौन की करवट लेगा...इसके बारे में अभी कुछ नहीं कहा जा सकता....

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