अमेरिकी सांसद ने पाकिस्तानी प्रतिनिधि मंडल से कहा जैश-ए-मोहम्मद को ख़त्म करो
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अमेरिकी सांसद ने पाकिस्तानी प्रतिनिधि मंडल से कहा जैश-ए-मोहम्मद को ख़त्म करो

अमेरिकी सांसद ब्रैड शेर मैन ने पाकिस्तान को आड़े हाथों लेते हुए आतंकी संगठन के खिलाफ कार्रवाई के लिए कहा. उन्होंने जैश-ए-मोहम्मद को “घृणित समूह” भी बताया.


America's strong words to Pakistan : बिलावल भुट्टो ज़रदारी के नेतृत्व में वॉशिंगटन दौरे पर पहुंचे पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल ने कोशिश थी कि भारत के 'ऑपरेशन सिंदूर' (जो पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) और पाकिस्तान के मुख्य क्षेत्रों में स्थित आतंकवादी ठिकानों के खिलाफ था) के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय समर्थन जुटाया जाए। लेकिन इसके बजाय उन्हें वरिष्ठ अमेरिकी सांसद ब्रैड शेरमैन की ओर से जैश-ए-मोहम्मद जैसे “आतंकी संगठन” को खत्म करने की दो-टूक सलाह मिली।


पाकिस्तान को हरसंभव प्रयास करने चाहिए’

शुक्रवार, 6 जून को हुई बैठक में शेरमैन ने स्पष्ट रूप से कहा कि जैश-ए-मोहम्मद वही आतंकवादी समूह है जिसने वॉल स्ट्रीट जर्नल के पत्रकार डैनियल पर्ल की हत्या की थी, जिनका परिवार उनके निर्वाचन क्षेत्र में रहता है।


ब्रैड शेरमैन ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा:

“मैंने पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल को आतंकवाद से लड़ने के महत्व को रेखांकित किया, विशेष रूप से जैश-ए-मोहम्मद समूह के खिलाफ, जिसने 2002 में मेरे निर्वाचन क्षेत्र के निवासी डैनियल पर्ल की हत्या की थी। पर्ल का परिवार आज भी मेरे क्षेत्र में रहता है, और पाकिस्तान को चाहिए कि वह इस घृणित समूह को खत्म करने और क्षेत्र में आतंकवाद से लड़ने के लिए हरसंभव प्रयास करे।”


धार्मिक अल्पसंख्यकों की रक्षा हो’

शेरमैन ने पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल से यह भी कहा कि वे अपने देश में धार्मिक अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करें ताकि वे बिना किसी हिंसा या डर के अपने धर्म का पालन कर सकें और लोकतांत्रिक प्रक्रिया में भाग ले सकें।

उन्होंने पाकिस्तान में धार्मिक अल्पसंख्यकों की सुरक्षा को एक “महत्वपूर्ण मुद्दा” बताया और कहा:
“पाकिस्तान में रहने वाले ईसाई, हिंदू और अहमदिया मुस्लिमों को उनके धर्म का पालन करने और लोकतांत्रिक प्रक्रिया में हिस्सा लेने की पूरी स्वतंत्रता और सुरक्षा मिलनी चाहिए, बिना किसी हिंसा, उत्पीड़न, भेदभाव या अन्यायपूर्ण न्याय व्यवस्था के डर के।”


शकील आफरीदी को रिहा किया जाए’

सांसद ब्रैड शेरमैन ने पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल से डॉ. शकील आफरीदी को रिहा करने का अनुरोध भी किया। आफरीदी वही डॉक्टर हैं जिन्होंने अमेरिका की मदद की थी ओसामा बिन लादेन को पकड़ने में और बदले में पाकिस्तान ने उन्हें 33 साल की सजा दी।

शेरमैन ने लिखा:
“मैंने पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल से आग्रह किया कि वे अपनी सरकार तक यह संदेश पहुंचाएं कि डॉ. शकील आफरीदी को रिहा किया जाए, जो अब भी जेल में हैं, सिर्फ इसलिए कि उन्होंने अमेरिका की मदद की थी ओसामा बिन लादेन को मारने में। डॉ. आफरीदी को रिहा करना 9/11 के पीड़ितों के लिए न्याय की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा।”

डॉ. आफरीदी ने CIA की मदद से खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में पोलियो टीकाकरण कार्यक्रम के जरिए बिन लादेन के परिवार के डीएनए नमूने जुटाए थे। मई 2011 में अमेरिकी हमले के तुरंत बाद पाकिस्तानी अधिकारियों ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया था और बाद में कोर्ट ने 33 साल की सजा सुना दी।


सिंधु जल विवाद

बैठक में भारत द्वारा पहलगाम आतंकी हमले के बाद रोकी गई सिंधु जल संधि की स्थिति पर भी चर्चा हुई। शेरमैन ने कहा कि चीन को भारत के खिलाफ ऐसा कोई कदम नहीं उठाना चाहिए जिससे इस क्षेत्र में जल प्रवाह पर असर पड़े, और भारत को भी पाकिस्तान के खिलाफ ऐसा कोई प्रतिकूल कदम नहीं उठाना चाहिए।

उन्होंने लिखा:
“सिंधु नदी के जल अधिकार इस बैठक का एक प्रमुख विषय रहा। चीन को भारत के खिलाफ जल प्रवाह रोकने जैसा कोई नकारात्मक कदम नहीं उठाना चाहिए। और भारत को भी पाकिस्तान के खिलाफ सिंधु जल को लेकर ऐसा कोई कदम नहीं उठाना चाहिए जिससे नुकसान हो। पाकिस्तान के भीतर, पंजाब और सिंध में बहने वाला पानी करोड़ों लोगों की जीवनरेखा है, और इसकी उपलब्धता सुनिश्चित होनी चाहिए।”

ये है पृष्ठभूमि

पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल की यह यात्रा उस समय हुई है जब कांग्रेस सांसद शशि थरूर के नेतृत्व में भारतीय संसद के बहुदलीय प्रतिनिधिमंडल की अमेरिका यात्रा चल रही है। बिलावल भुट्टो ज़रदारी और थरूर के नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल लगभग एक ही समय अमेरिका पहुंचे।

भुट्टो ने न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस और सुरक्षा परिषद के राजदूतों से मुलाकात की और फिर वॉशिंगटन पहुंचे। यह प्रयास भारत के साथ जारी संघर्ष और कश्मीर मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय मंच पर उठाने के लिए किया गया था।

वहीं, भारतीय प्रतिनिधिमंडल अमेरिका के प्रमुख नीति निर्माताओं को 'ऑपरेशन सिंदूर' और भारत की आतंकवाद विरोधी नीति की जानकारी दे रहा है।


(एजेंसियों से प्राप्त जानकारी के साथ)


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