ईरान की जनता ने कट्टरपंथ को त्यागा, राष्ट्रपति चुनाव में सुधारवादी नेता मसूद की जीत
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ईरान की जनता ने कट्टरपंथ को त्यागा, राष्ट्रपति चुनाव में सुधारवादी नेता मसूद की जीत

ईरान में हुए इस बड़े उलटफेर के चलते अब सुधारवादी नेता मसूद पजेश्कियन को राष्ट्रपति पद के लिए हुए चुनाव में जीत हासिल हुई है. अब उनका राष्ट्रपति बनना तय है.


Iran President Election: ईरान में हुए राष्ट्रपति चुनाव में जनता ने कट्टरपंथ की जगह सुधारवाद को चुना है. यही वजह है कि ईरान में हुए इस बड़े उलटफेर के चलते अब सुधारवादी नेता मसूद पजेश्कियन को राष्ट्रपति पद के लिए हुए चुनाव में जीत हासिल हुई है. अब उनका राष्ट्रपति बनना तय है. शुक्रवार को सुधारवादी नेता मसूद और कट्टरपंथी नेता सईद जलीली के बीच हुए सीधे मुकाबले में जनता ने वोटिंग की थी. जिसके परिणाम अब आ चुके हैं. जहाँ जलीली को 1 करोड़ 35 लाख वोट मिले हैं तो वहीँ मसूद को 1 करोड़ 63 लाख वोट. इस परिणाम ने ईरान की जनता के मन की बात को भी स्पष्ट कर दिया है.


पेजेश्कियन की जीत का जश्न शुरू

सुधारवादी नेता मसूद पेजेक्शियन की जीत के साथ ही ईरान में उनके समर्थकों ने जश्न मनाना शुरू कर दिया है. वहीँ अगर ईरान में राष्ट्रपति चुनाव की बात करें तो मतदान के शुरूआती दौर का मतदान 28 जून को हुआ था, जिसमें किसी भी उम्मीदवार को 50 प्रतिशत से ज्यादा वोट नहीं मिले थे. यही वजह रही कि दोनों ही शीर्ष उम्मीदवारों के बीच सीधी वोटिंग करवाई गयी.

हार्ट सर्जन हैं मसूद पेजेश्कियन

मसूद पेजेश्कियन एक हार्ट सर्जन हैं और वो ईरान के स्वास्थ्य मंत्री रह चुके हैं. उनकी छवि एक सुधारवादी नेता की है. वो पश्चिमी देशों के साथ बेहतर रिश्तों पर विश्वास रखते हैं. मसूद हमेशा लो प्रोफोइल और चमक-दमक से दूर रहे हैं. मसूद 2008 से उत्तर-पश्चिमी शहर ताब्रीज से सांसद हैं. पेजेश्कियान ने मोहम्मद खातमी की सरकार में 2001 से 2005 तक स्वास्थ्य मंत्री का पद संभाला था.


इब्राहीम रईसी की मौत के बाद कराये गए चुनाव

बता दें कि ईरान के राष्ट्रपति इब्राहीम रईसी की हेलीकाप्टर दुर्घटना में हुई मौत के बाद ये चुनाव कराये गए थे. ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्लाह अली खामनी ने चुनाव के महत्व को समझते हुए ये निर्णय लिया था, जिसके बाद जल्द राष्ट्रपति चुनाव कराये गए.

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