
व्हाइट हाउस से कुछ दूरी पर गोलीबारी, ट्रंप ने दी कड़ी चेतावनी
वॉशिंगटन डीसी में व्हाइट हाउस के पास नेशनल गार्ड के दो जवानों पर संदिग्ध ने गोली चलाई। दोनों गंभीर हैं। FBI, मेयर और ट्रंप ने हमले की कड़ी निंदा की।
अमेरिका की राजधानी वॉशिंगटन डीसी में व्हाइट हाउस से कुछ ही दूरी पर वेस्ट वर्जीनिया नेशनल गार्ड के दो जवानों पर गोलीबारी हुई। दोनों सैनिक हाई-विजिबिलिटी पेट्रोलिंग पर थे, जब अचानक एक संदिग्ध ने उन पर हमला कर दिया। जवानों को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
FBI और प्रशासन की प्रतिक्रिया
FBI डायरेक्टर काश पटेल और वॉशिंगटन डीसी की मेयर म्यूरिल बाउजर ने पुष्टि की कि घायल जवानों की स्थिति गंभीर है।
मेयर बाउजर ने स्पष्ट कहा कि नेशनल गार्ड के सदस्यों को निशाना बनाकर हमला किया गया है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी घटना की निंदा करते हुए कहा कि "नेशनल गार्ड पर हमला करने वाले को छोड़ा नहीं जाएगा।"
विवादित शुरुआती दावा
वेस्ट वर्जीनिया के गवर्नर ने शुरुआत में दावा किया कि दोनों सैनिकों की मौत हो गई है, लेकिन बाद में बयान वापस लिया और कहा कि उनके ऑफिस को "विभिन्न रिपोर्टें" मिल रही हैं।
गवर्नर कार्यालय ने बाद में सैनिकों की वास्तविक स्थिति पर कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दी।
हमलावर गिरफ्तार, कोई और संदिग्ध नहीं
CNN के मुताबिक, संदिग्ध हमलावर को मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया गया।
उसके भी पैर में गोली लगी है, लेकिन उसकी चोटें गंभीर नहीं हैं। पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार व्यक्ति के अलावा कोई दूसरा संदिग्ध नहीं है।
अधिकारियों के अनुसार, हमलावर जांच में सहयोग नहीं कर रहा है और गिरफ्तारी के समय उसके पास कोई पहचान पत्र नहीं मिला।
घटना कैसे हुई?
मेट्रोपॉलिटन पुलिस डिपार्टमेंट के एग्जीक्यूटिव असिस्टेंट चीफ जेफरी कैरोल के अनुसार:
घटना बुधवार दोपहर करीब 2:15 PM पर हुई। नेशनल गार्ड के जवान पेट्रोलिंग कर रहे थेतभी एक संदिग्ध ने पास आकर बंदूक निकाली और फायरिंग शुरू कर दी।गार्ड के सदस्यों ने तुरंत जवाबी कार्रवाई कर हमलावर को काबू कर लिया। हमलावर को भी नज़दीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
फेडरल एंगल और सुरक्षा चिंता
FBI डायरेक्टर काश पटेल ने कहा कि यह हमला सीधे संघीय अधिकारियों पर हमला है।उन्होंने इसे "घिनौना अपराध" बताया और दोषी को कड़ी सजा दिलाने की बात कही।उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने कहा कि अभी हमले का मकसद स्पष्ट नहीं है।
ट्रंप प्रशासन की कानूनी कार्रवाई
राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि शूटर को “बहुत बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी।”हमले के तुरंत बाद ट्रंप प्रशासन ने एक संघीय अपील कोर्ट में अर्ज़ी दायर कर उस फैसले पर आपातकालीन स्टे मांगा जिसमें जज ने वॉशिंगटन डीसी में नेशनल गार्ड की तैनाती को गैर-कानूनी बताया था।

