8 दिन का था मिशन गुजारने पड़े 286 दिन, जानें-सुनीता विलियम्स ने कैसे बिताए
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8 दिन का था मिशन गुजारने पड़े 286 दिन, जानें-सुनीता विलियम्स ने कैसे बिताए

सुनीता विलियम्स का स्पेस मिशन सिर्फ आठ दिनों का था। लेकिन तकनीकी खराबी की वजह से वो धरती पर वापस नहीं आ सकीं और 286 दिन आईएसएस पर रहना पड़ा


Sunita Williams Return: अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर नौ महीने बिताने के बाद नासा के अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर सुरक्षित रूप से पृथ्वी पर लौट आए हैं। हालांकि, यह मिशन उनके लिए आसान नहीं था, क्योंकि वे केवल आठ दिनों के लिए अंतरिक्ष में गए थे। बीते साल जून में सुनीता विलियम्स ने आठ दिन के मिशन के लिए स्पेस की उड़ान भरी थी, लेकिन तकनीकी खराबियों और कई समस्याओं के चलते उन्हें 286 दिन अंतरिक्ष में बिताने पड़े। आठ दिन की तैयारी के साथ गए इन अंतरिक्ष यात्रियों के लिए नौ महीने से अधिक समय तक स्पेस में रहना आसान नहीं था।

मिशन के दौरान क्या किया

अपने विस्तारित प्रवास के दौरान, सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर ने ISS के रखरखाव में मदद की। उन्होंने लगातार स्पेसवॉक किए और अंतरिक्ष यान की मरम्मत में भी योगदान दिया। दोनों ने मिलकर स्टेशन के उपकरणों की मरम्मत की, NICER एक्स-रे टेलीस्कोप पर लाइट फिल्टर लगाए और एक अंतरराष्ट्रीय डॉकिंग एडेप्टर पर एक रिफ्लेक्टर डिवाइस बदला। इसके अलावा, उन्होंने स्पेस से अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में भी अपना वोट डाला।

अंतरिक्ष से मतदान

सुनीता विलियम्स ने सितंबर 2024 में कहा था कि 'अनपेक्षित' परिस्थितियों का सामना करना उनकी ट्रेनिंग का हिस्सा है और इसलिए वह अंतरिक्ष में सहज महसूस कर रही थीं। ISS हर 24 घंटे में पृथ्वी की 16 परिक्रमा करता है, जिससे अंतरिक्ष यात्रियों को हर 45 मिनट में सूर्योदय या सूर्यास्त देखने को मिलता है।

बुच, सुनीता, डॉन पेटिट और निक हेग को पिछले साल के अमेरिकी चुनाव में मतदान करने का मौका मिला। ह्यूस्टन स्थित मिशन कंट्रोल सेंटर ने ISS को एन्क्रिप्टेड ईमेल के माध्यम से मतपत्र भेजे, जिन्हें अंतरिक्ष यात्रियों ने भरकर सैटेलाइट के माध्यम से न्यू मैक्सिको में एक ग्राउंड टर्मिनल पर भेजा। वहां से मतपत्र मिशन कंट्रोल को भेजे गए, जिन्होंने उन्हें संबंधित काउंटी क्लर्कों को इलेक्ट्रॉनिक रूप से फाइल करने के लिए भेजा।

स्वास्थ्य और दैनिक दिनचर्या

सुनीता विलियम्स ने बताया कि वह सुबह 6:30 बजे उठती थीं और हर दिन दो घंटे व्यायाम करती थीं। यह व्यायाम उन्हें शून्य गुरुत्वाकर्षण में रहने से होने वाली हड्डियों के घनत्व में कमी से बचाने में मदद करता था। इसके लिए उन्होंने तीन अलग-अलग मशीनों का इस्तेमाल किया।

इसके अलावा, दोनों अंतरिक्ष यात्रियों ने लगातार वैज्ञानिक अनुसंधान और प्रयोगों में भाग लिया। उन्होंने पौधों के जल प्रबंधन, सब्जी उत्पादन प्रणाली, अंतरिक्ष चिकित्सा, रोबोटिक्स और जीवन-समर्थन प्रणालियों पर अध्ययन किया।

अंतरिक्ष में त्योहारों का उत्सव

क्रिसमस के अवसर पर, अंतरिक्ष यात्रियों ने अपने दोस्तों और परिवार को पृथ्वी से शुभकामनाएं भेजीं। पूरे दल ने सांता टोपी और रेनडियर एंटलर पहनकर उत्सव मनाया ताकि वे अलगाव महसूस न करें। यह छोटे-छोटे प्रयास उन्हें मानसिक रूप से मजबूत बनाए रखने में सहायक रहे।

पृथ्वी पर वापसी और आगे की प्रक्रिया

जब सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर धरती पर लौटे, तो लंबे अंतरिक्ष प्रवास के कारण कुछ स्वास्थ्य संबंधी चुनौतियों का सामना करना पड़ा। हालांकि, वापसी के दौरान वे मुस्कुराते हुए नजर आए। अब वे मेडिकल निगरानी और पुनर्वास प्रक्रिया से गुजर रहे हैं। स्वास्थ्य परीक्षणों के बाद वे अपने परिवारों से मिलेंगे और पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण, ताजी हवा और घर के आराम का आनंद लेंगे।

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