
समंदर में तैरने लगा कैप्सूल, इस तरह सुनीता की वापसी का मिशन हुआ पूरा
9 महीने बाद इंटरनेशनल स्पेश स्टेशन से सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर की सुरक्षित वापसी हो चुकी है। फ्लोरिडा के तट पर पैराशूट के जरिए लैंडिंग कराई गई।
Sunita Williams: 9 महीने पहले सुनीता विलियम्स और उनके सहयोगी बुच विलमोर सिर्फ आठ दिन के मिशन पर इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर पांव रखे। लेकिन उन्हें भी नहीं पता था कि आठ दिन का सफर महीनों में बदल जाएगा। आईएसएस पर तकनीकी खराबी क्या आई कि धरती वापसी पर ब्रेक लग गया। क्या आम क्या खास सबके मन में उलझन और दिमाग में सवाल कि अब क्या होगा। क्या दोनों एस्ट्रोनॉट्स धरती पर वापसी कर सकेंगे या उनकी पूरी जिंदगी वहीं गुजर जाएगी। लेकिन विज्ञान के कौशल की वजह से दोनों एस्ट्रोनॉट्स वापसी कर चुके हैं।
सुनीत विलियम्स भले ही तकनीकी खामी की वजह से आईएएस पर फंसी रही। लेकिन उन्होंने एक रिकॉर्ड भी बनाया है। सुनीता विलियम्स ने कुल 286 दिन अंतरिक्ष में बिताए, जिससे वह एक यात्रा में सबसे अधिक समय तक ISS पर रहने वाली तीसरी महिला वैज्ञानिक बन गई हैं। इस सूची में पहले स्थान पर 328 दिनों के साथ क्रिस्टीना कोच हैं, जबकि पैगी व्हिटसन 289 दिनों के साथ दूसरे स्थान पर हैं।
सुरक्षित वापसी
भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर ने 9 महीने से अधिक समय अंतरिक्ष में बिताने के बाद सफलतापूर्वक पृथ्वी पर वापसी की। उनका ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट भारतीय समयानुसार बुधवार सुबह 3:27 बजे फ्लोरिडा के तट पर पानी में लैंड हुआ। अंतरिक्ष स्टेशन से पृथ्वी पर लौटने में उन्हें करीब 17 घंटे लगे।
लैंडिंग के बाद, रिकवरी टीम ने कैप्सूल का हैच खोला और एस्ट्रोनॉट्स को बाहर निकाला। इस दौरान, सुरक्षा जांच पूरी करने के बाद उन्हें रिकवरी पोत 'मेगन' पर चढ़ाया गया। उनके कैप्सूल के उतरने के बाद बोट से उन्हें निकालने का वीडियो भी सामने आया है।
पैराशूट लैंडिंग और रिकवरी प्रक्रिया
ड्रैगन कैप्सूल ने पैराशूट के साथ समुद्र में लैंड किया। उतरने के करीब 10 मिनट तक सुरक्षा जांच की गई, ताकि तापमान संतुलित हो सके। कैप्सूल के अंदर और बाहर के तापमान को सामान्य स्तर पर आने देने के बाद ही इसे खोला गया। इस दौरान, रिकवरी टीम कैप्सूल के आसपास मौजूद रही और सुनिश्चित किया कि अंतरिक्ष यात्री सुरक्षित रूप से बाहर निकलें।
मिशन की मुख्य उपलब्धियां
सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर का सफल स्पेस मिशन पूरा
ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट की सफल लैंडिंग फ्लोरिडा के तट पर
एस्ट्रोनॉट्स की मेडिकल जांच और रिकवरी टीम द्वारा सुरक्षित निकासी
कौन हैं सुनीता विलियम्स?
सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर पिछले साल जून में नासा के क्रू फ्लाइट टेस्ट मिशन के तहत गए थे। यह मिशन बोइंग स्टारलाइनर स्पेसक्राफ्ट की परीक्षण उड़ान थी, जिसका उद्देश्य एस्ट्रोनॉट्स को अंतरिक्ष स्टेशन तक सुरक्षित ले जाना और वापस लाना था।
हालांकि, यह मिशन केवल आठ दिनों का होना था, लेकिन तकनीकी गड़बड़ियों के कारण उनकी वापसी बार-बार टलती रही। अंततः, यह आठ दिन का मिशन 286 दिनों के बाद सफलतापूर्वक पूरा हुआ।
नासा का बयान
सुनीता विलियम्स और उनके साथी अंतरिक्ष यात्री की सुरक्षित वापसी पर नासा ने कहा कि सब कुछ योजना के अनुसार हुआ और सभी अंतरिक्ष यात्री पूरी तरह सुरक्षित हैं।