पन्नू केस में यूएस की टिप्पणी, वाशिंगटन पोस्ट में रॉ अफसर का जिक्र
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पन्नू केस में यूएस की टिप्पणी, वाशिंगटन पोस्ट में रॉ अफसर का जिक्र

गुरपतवंत सिंह पन्नू के मामले में वाशिंगटन पोस्ट में रॉ अधिकारी के नाम पर अमेरिका ने सधी टिप्पणी की है. हालांकि भारत सरकार ने खबरों को बेबुनियाद बताया है.


Gurpatwant singh pannun : गुरपतवंत सिंह पन्नू, इस नाम की पहचान से हम सब वाकिफ है.यह खालिस्तानी आतंकी है जो अमेरिका में रह कर भारत के खिलाफ जहर उगलता रहता है. कुछ महीनों पहले यह खबर आई कि रॉ का एक अधिकारी इसकी हत्या की योजना में शामिल था. वो अधिकारी निखिल गुप्ता नाम के शख्स के जरिए पूरी योजना को अंजाम देने की कोशिश कर रहा था. अमेरिका ने अपने आंतरिक मामले में दखल मानते हुए भारत से आपत्ति जताई. भारत सरकार ने भी स्पष्ट कर दिया कि अव्वल तो हम इस तरह को कोई काम नहीं करते. हालांकि अमेरिका के आरोपों की जांच करेंगे. इन सबके बीच वाशिंगटन पोस्ट ने दावा किया है कि पन्नू को मारने के षड़यंत्र में भारतीय खुफिया एजेंसी का अधिकारी शामिल है. लेकिन भारतीय विदेश मंत्रालय ने इस तरह के दावे को बेसिर पैर का बताया है. इन सबके बीच अमेरिका ने वाशिंगटन पोस्ट के दावे पर प्रतिक्रिया दी है.

वाशिंगटन पोस्ट में रॉ अधिकारी का नाम, अमेरिका ने दी सधी टिप्पणी


वाशिंगटन पोस्ट के दावे के बाद अमेरिकी गृह मंत्रालय के मुख्य उप प्रवक्ता वेदांत पटेल ने कहा कि सरकार लगाताकर भारत से संपर्क में है. वेदांग पटेल ने यह भी कहा कि हम भारत से सीधे संपर्क में हैं और अपनी चिंता ने उन्हें अवगत कराते रहेंगे. लेकिन इससे अधिक वो कुछ और नहीं कह सकते. बता दें कि वाशिंगटन पोस्ट ने भी अज्ञात स्रोत का हवाला देते हुए बताया है कि पिछले साल अमेरिकी जमीन पर पन्नू को मारने की योजना में रॉ (किसी विक्रम यादव नाम के शख्स का जिक्र) का अधिकारी शामिल था. यह बात अलग है कि भारत ने तुरंत वाशिंगटन पोस्ट के दावे को अवांछनीय और अपुष्ट करार देते हुए कि इस गंभीर मामले में जांच जारी है.

भारत ने नकारा

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि जब इस विषय पर सरकार ने उच्च स्तरीय कमेटी का गठन किया है तो इस तरह की बात का तुक नहीं है. कयासबाजी और गैर जिम्मेदार टिप्पणी से किसी का फायदा नहीं होने वाला है. पिछले साल नवंबर में अमेरिकी अभियोजन पक्ष ने आरोप लगाया कि भारतीय नागरिक निखिल गुप्ता रॉ के एक अधिकारी के साथ मिलकर गुरपतवंत सिंह पन्नू को मारने की योजना में शामिल था. बता दें,भारत में कई आतंकी गतिविधियों के लिए पन्नू , भारत में वांछित अपराधी है. पन्नू के पास अमेरिका और कनाडा की दोहरी नागरिकता है. यूएपीए के तहत पन्नू आतंकी घोषित है.

ट्रूडो के बयान के बाद अमेरिका में उठा मामला

खास बात यह है कि पन्नू के मारने की योजना का मामला पिछले साल सितंबर के आखिरी दिनों में आई. 2023 के सितंबर महीने में कनाडा की संसद में पीएम जस्टिन ट्रूडो ने कहा कि हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंसी का हाथ है. इस तरह के आरोप के बाद भारत ने कड़ा प्रतिवाद किया था. बता दें कि कनाडा के सरे में अज्ञात हमलावरों ने खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या कर दी थी.

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