
चीन ने अमेरिका से किया विश्वासघात? ट्रंप ने लगाए गंभीर आरोप
US China Trade War: ट्रंप प्रशासन मौजूदा क़ानूनों का इस्तेमाल करते हुए चीन पर अस्थायी रूप से 15% तक के नए टैरिफ लगाने की योजना भी बना सकता है.
China-US Trade Dispute: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को चीन पर टैरिफ समझौते का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि अब वे व्यापार के मामलों में नरमी नहीं बरतेंगे. इस बयान के साथ ही अमेरिका और चीन के बीच व्यापारिक तनाव एक बार फिर बढ़ गया है.
ट्रंप ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म Truth Social पर लिखा कि दो हफ्ते पहले चीन गंभीर आर्थिक संकट में था! मैंने जो बहुत ऊंचे टैरिफ लगाए थे, उन्होंने चीन के लिए अमेरिकी बाजार — जो कि दुनिया में सबसे बड़ा है — में व्यापार करना लगभग असंभव बना दिया. हमने चीन से कारोबार करना लगभग पूरी तरह से बंद कर दिया और इसका उनके ऊपर विनाशकारी असर हुआ. कई फैक्ट्रियां बंद हो गईं और वहां ‘सिविल अनरेस्ट’ की स्थिति पैदा हो गई.
उन्होंने आगे लिखा कि मैंने स्थिति को भांपते हुए चीन को बचाने के लिए तेज़ी से एक समझौता किया. क्योंकि मुझे नहीं लगा कि यह स्थिति और खराब होनी चाहिए. इस डील के बाद चीज़ें स्थिर हो गईं और चीन में कारोबार सामान्य हो गया. सब खुश थे — यह अच्छी खबर है! लेकिन बुरी खबर ये है कि चीन ने इस समझौते का पूरी तरह से उल्लंघन किया है। अब ‘Mr. Nice Guy’ बनने का कोई मतलब नहीं है.
ट्रेड टॉक्स ठप
ट्रंप के इन आरोपों के कुछ ही समय बाद अमेरिकी ट्रेजरी सेक्रेटरी स्कॉट बेसेन्ट ने एक इंटरव्यू में बताया कि चीन के साथ व्यापार वार्ताएं “थोड़ी रुकी हुई हैं.” वहीं, अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि जेमीसन ग्रीयर ने भी एक इंटरव्यू में ट्रंप की बात का समर्थन किया और कहा कि अमेरिका ने अपने हिस्से की सभी ज़िम्मेदारियाँ निभाईं. लेकिन चीन धीरे-धीरे ही अनुपालन कर रहा है. उन्होंने कहा कि चीन के रवैये पर गंभीरता से चर्चा और कार्रवाई की आवश्यकता है.
नए टैरिफ की तैयारी
सूत्रों के मुताबिक, ट्रंप प्रशासन मौजूदा क़ानूनों का इस्तेमाल करते हुए चीन पर अस्थायी रूप से 15% तक के नए टैरिफ लगाने की योजना भी बना सकता है. इस घटनाक्रम से साफ है कि आने वाले समय में अमेरिका और चीन के बीच व्यापारिक रिश्ते और अधिक तनावपूर्ण हो सकते हैं.