इस बार ट्रंप या बाइडेन, जानें- स्विंग स्टेट और सेफ स्टेट में फर्क
x

इस बार ट्रंप या बाइडेन, जानें- स्विंग स्टेट और सेफ स्टेट में फर्क

अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में स्विंग स्टेट और सेफ स्टेट के बारे में अक्सर सुनते होंगे. यहां पर हम दोनों के बीच फर्क को बताएंगे. स्विंग स्टेट की चुनाव में अहम भूमिका रहती है.


US Presidential Election 2024: अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में स्विंग स्टेट और सेफ स्टेट की चर्चा होती है. डेमोक्रेट्स या रिपबल्किन किसी के पक्ष में जब ये राज्य मतदान करते हैं तो उसके जीतने की संभावना बढ़ जाती है. यही वजह है कि दोनों दल के उम्मीदवार इन राज्यों पर अधिक ध्यान देते हैं. ऐसे में आपके दिमाग में सवाल उठते होंगे कि भला स्विंग और सेफ स्टेट क्या हैं. स्विंग का अर्थ है इधर से उधर होना. यानी कि मतदाताओं का एक बड़ा जिस किसी उम्मीदवार की तरफ झुक जाए उसकी जीत तय हो जाती है कि क्योंकि वो कैंडिडेट सेफ स्टेट में बेहतर कर रहा होता है. स्विंग स्टेट को बैटलग्राउंड स्टेट, पर्पल स्टेट भी कहते हैं.

2016 में ये थे स्विंग स्टेट
यहां पर हम 2016 और 2020 के स्विंग स्टेट की बात करेंगे जो ट्रंप और बाइडेन की जीतने की वजह बने. 2016 में स्विंग राज्य कोलोराडो,फ्लोरिडा,आयोवा, मिशिगन, नेवादा, न्यू हैम्पशायर, उत्तरी कैरोलिना, ओहियो, पेंसिल्वेनिया, वर्जीनिया, विस्कॉन्सिन थे. इन स्विंग राज्यों में से हिलेरी क्लिंटन ने कोलोराडो,नेवादा, न्यू हैम्पशायर और वर्जीनिया में जीत हासिल की थी. दसरी ओर अंतिम विजेता डोनाल्ड ट्रम्प ने फ्लोरिडा,आयोवा,मिशिगन,उत्तरी कैरोलिना,ओहियो, पेंसिल्वेनिया और विस्कॉन्सिन को हराकर कुल 114 इलेक्टोरल कॉलेज वोट हासिल किए थे.इन स्विंग राज्यों में से अधिकांश को जीतने की ट्रम्प की क्षमता और विशेष रूप से उन अधिक आबादी वाले राज्यों को जो अधिक इलेक्टोरल कॉलेज वोट देते हैं जो उनकी जीत में निर्णायक साबित हुए.

स्विंग स्टेट की सर्वमान्य परिभाषा नहीं

स्विंग स्टेट की कोई एक मान्य परिभाषा नहीं है, इसमें जीत और हार का बेहतर बेहद कम होता है. इसका मतलब यह कि लड़ाई कांटे की होती है. मतदाता अंत तक उम्मीदवारों को भनक नहीं लगने देते जैसा कि सेफ स्टेट में वोटर्स डेमोक्रेट्स या रिपबल्किन को एक तरफा मत देते हैं. 1992 से अमेरिका में यह ट्रेंड देखा गया है कि इन राज्यों ने कभी डेमोक्रेट्स तो कभी रिपब्लिकन को मौका दिया.अगर 2020 की बात करें तो एरिजोना, जॉर्जिया, मिशिगन, पेंसिल्वेनिया और विस्कांसिवन स्विंग स्टेट के तौर पर माने जाते हैं. इन पांचों राज्यों में 2022 के मिड टर्म में गवर्नर के चुनाव भी हो चुके हैं. इनमें से एरिजोना, जॉर्जिया, पेंसिल्वेनिया और विस्कांसिन में सीनेट सदस्यों के लिए भी चुनाव होने हैं. 2020 के चुनाव में सात राज्यों में जीत का अंतर 3 फीसद से भी कम था.इनमें एरिजोना, जॉर्जिया, मिशिगन, पेंसिल्वेनिया और विस्कांसिन के साथ साथ नॉर्थ कैरोलिना और नेवादा भी शामिल थे.
1992 में सबसे अधिक और 2012 में सबसे कम स्विंग स्टेट
1992 से पहले अमेरिका में स्विंग स्टेट की संख्या बहुत अधिक नहीं थी. लेकिन 1992 के बाद से बड़ा बदलाव आया. डेमोक्रेट्स हों या रिपब्लिकन दोनों दलों को कुछ राज्यों में ज्यादा चुनौती का सामना करना पड़ता है. इन राज्यों में मतदाता किसी एक दल के साथ नहीं बंधे रहते हैं.1992 में 22 राज्यों में स्विंग देखा हालांकि इसमें चुनाव दर चुनाव बदलाव भी हुआ. मसलन 1996 में 5, 2000 में 3, 2012 में 2, 2016 में ६, 2020 में पांच राज्य स्विंग स्टेट की तरह थे. स्विंग स्टेट भी बेहतर भविष्यवक्ता की तरह काम करते हैं. फ्लोरिडा 2000 के चुनाव में निर्णायक राज्य था. पिछले नौ चुनावों में, नेवादा और ओहियो आठ बार समग्र चुनाव परिणाम के लिए निर्णायक साबित हुए थे. अमेरिकी चुनाव में 1988 से एक बड़ा ट्रेंड यह नजर आया कि जो कैंडिडेट नेवाडा और ओहियो में जीत दर्ज करता सहै उसके राष्ट्रपति बनने की संभावना बढ़ जाती है.2000 के बाद से पांच राज्यों,कोलोराडो,फ्लोरिडा,नेवादा,ओहियो और वर्जीनिया ने एक चुनाव को छोड़कर सभी चुनावों में निर्णायक जीत हासिल करने वाले उम्मीदवार के साथ खड़ा रहा.
Read More
Next Story