US राष्ट्रपति पद की दौड़ से बाहर होने के बाद पहली बार बाइडेन ने तोड़ी चुप्पी, कहा- ट्रंप के लिए...
अमेरिकी राष्ट्रपति पद की दौड़ से बाहर होने के बाद अपने पहले इंटरव्यू में जो बाइडेन ने अपना नाम वापस लेने के फैसले के बारे में बात की.
US Presidential Electon: अमेरिकी राष्ट्रपति पद की दौड़ से बाहर होने के बाद अपने पहले इंटरव्यू में जो बाइडेन ने अपना नाम वापस लेने के फैसले के बारे में बात की. उन्होंने कहा कि यह निर्णय आंशिक रूप से उनके इस विश्वास से प्रेरित था कि ट्रंप पर राष्ट्रीय ध्यान बनाए रखना और नवंबर चुनाव की तैयारी में डेमोक्रेटिक पार्टी को एकजुट करना महत्वपूर्ण था.
उन्होंने कहा कि हालांकि राष्ट्रपति बनना एक बड़ा सम्मान है. मुझे लगता है कि देश के प्रति मेरा दायित्व है कि मैं वह करूं जो मैं कर सकता हूं. सबसे महत्वपूर्ण चीज जो आप कर सकते हैं और वह है कि हमें ट्रंप को हराना चाहिए.
बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति ने डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ राष्ट्रपति पद की बहस में अपने निराशाजनक प्रदर्शन के बाद 21 जुलाई को दौड़ से बाहर होने के अपने फैसले की घोषणा की. इस बहस की डेमोक्रेट्स ने आलोचना की और कई लोगों ने बाइडेन से पीछे हटने का आह्वान किया.
81 वर्षीय बाडेन ने कहा कि जब मैंने पहली बार चुनाव लड़ा तो मैंने खुद को एक संक्रमणकालीन राष्ट्रपति के रूप में सोचा. उन्होंने आगे कहा कि मैं यह भी नहीं बता सकता कि मैं कितना बूढ़ा हूं. मेरे लिए इसे अपने मुंह से निकालना मुश्किल है. ट्रंप के हारने की स्थिति में सत्ता के शांतिपूर्ण हस्तांतरण के बारे में अपनी शंकाओं को व्यक्त करते हुए बाइडेन ने कहा कि अगर ट्रंप हारते हैं तो मुझे बिल्कुल भी भरोसा नहीं है. वह जो कहते हैं, वही करते हैं. हम उन्हें गंभीरता से नहीं लेते. वह सच कहते हैं, 'अगर हम हार गए, तो खून-खराबा होगा, यह चुनाव चुराया हुआ होगा.
उन्होंने कहा कि देखिए कि वे अब स्थानीय चुनाव जिलों में क्या करने की कोशिश कर रहे हैं, जहां लोग वोटों की गिनती करते हैं या उन राज्यों में लोगों को नियुक्त कर रहे हैं, जहां वे वोटों की गिनती करने जा रहे हैं, है न? बाइडेन राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार कमला हैरिस और उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार टिम वाल्ज़ के लिए अपने समर्थन के बारे में मुखर रहे हैं. उन्होंने कहा कि उपराष्ट्रपति कमला हैरिस और गवर्नर टिम वाल्ज़ सभी अमेरिकियों की ओर से अभियान चला रहे हैं और जब वे चुने जाएंगे तो वे सभी अमेरिकियों की ओर से शासन करेंगे.