
पाक के मंत्री ख्वाजा आसिफ ने खोली पोल, अमेरिका है वैश्विक अस्थिरता का जनक
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने आरोप लगाया कि अमेरिका भारत-पाक तनाव भड़काकर मुनाफा कमाता है और उसका सैन्य उद्योग वैश्विक संघर्षों पर टिका है।
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने एक बार फिर विवादों को हवा दे दी है। इस बार उन्होंने अमेरिका पर भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव को भड़काकर मुनाफा कमाने का आरोप लगाया है। उनका यह बयान एक वायरल वीडियो के ज़रिए सामने आया, जिसमें आसिफ यह दावा करते दिख रहे हैं कि अमेरिका जानबूझकर उपमहाद्वीप के दो परमाणु ताक़तों के बीच तनाव बनाए रखता है।
इस बयान के बाद वैश्विक स्तर पर तीखी बहस और आलोचनाएं शुरू हो गई हैं। वीडियो में आसिफ ने आरोप लगाया कि बीते सौ वर्षों में अमेरिका ने दुनियाभर में सैकड़ों युद्ध शुरू किए और उनसे आर्थिक लाभ उठाया है। वहीं उन्होंने चीन का बचाव करते हुए कहा कि “पिछले 100 वर्षों में अमेरिका ने 260 युद्ध लड़े हैं, जबकि चीन ने केवल तीन। इसके बावजूद अमेरिका का सैन्य उद्योग एक विशाल, संगठित सेक्टर है, जो उनकी अर्थव्यवस्था का अहम हिस्सा है और यही वजह है कि वे दुनिया में संघर्ष पैदा करते रहते हैं।”
भारत-पाक तनाव की पृष्ठभूमि में आया बयान
ख्वाजा आसिफ का यह बयान उस समय आया है जब भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर पहुंच चुका था, खासतौर पर 22 अप्रैल को कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद। भारत ने जांच में पाया कि हमले में पाकिस्तानी नागरिक शामिल थे, जिसके बाद ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत जवाबी कार्रवाई की गई। तीन दिनों तक चले सैन्य तनाव ने दुनियाभर में चिंता की लहर पैदा कर दी। हालांकि बाद में दोनों देशों के बीच संघर्षविराम पर सहमति बन गई।
अमेरिका पर फिर से सीधा हमला
यह पहला मौका नहीं है जब ख्वाजा आसिफ ने अमेरिका को निशाने पर लिया है। स्काई न्यूज़ को दिए एक इंटरव्यू में उन्होंने यह स्वीकार किया था कि पाकिस्तान ने अतीत में आतंकवादी संगठनों को समर्थन दिया और यह ‘अमेरिका का गंदा काम’ करने के तहत किया गया। जब उनसे यह पूछा गया कि पाकिस्तान ने कैसे इन संगठनों को पनाह दी, तो उन्होंने कहा, “हमने 3 दशकों तक अमेरिका, पश्चिम और ब्रिटेन के लिए गंदा काम किया।”
हालांकि बाद में उन्होंने यह कहते हुए सफाई दी कि यह एक "भूल" थी और अब पाकिस्तान उसी की सजा भुगत रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान में हुई कई आतंकी घटनाएं उसी नीति का परिणाम हैं।
“अमेरिका दोनों तरफ खेलता है” - आसिफ
वायरल वीडियो में आसिफ ने सीरिया, मिस्र, अफगानिस्तान और लीबिया जैसे देशों का उदाहरण देते हुए कहा कि ये कभी समृद्ध देश थे, लेकिन लंबे युद्धों ने इन्हें बर्बाद कर दिया। उन्होंने अमेरिकी हस्तक्षेप को इन देशों की तबाही का मुख्य कारण बताया।
उन्होंने दावा किया कि अमेरिका युद्ध के दोनों पक्षों के साथ खेलता है और इसका सैन्य-औद्योगिक ढांचा युद्ध और अस्थिरता से ही फलता-फूलता है। “उनकी रक्षा प्रणाली एक आर्थिक मशीन है जो अराजकता और अस्थिरता पर जीवित रहती है,” उन्होंने कहा।
ऑनलाइन आलोचना और तंज
ख्वाजा आसिफ के इस बयान पर ऑनलाइन तीखी प्रतिक्रिया देखने को मिली। एक यूज़र ने कहा, “जब पाकिस्तान को मदद की ज़रूरत होती है तो वो अमेरिका के आगे घुटने टेक देता है और जैसे ही राहत मिलती है, वही अमेरिका दोषी बन जाता है।” एक अन्य यूज़र ने तंज कसा, “ऐसे देश का रक्षा मंत्री अमेरिका को दोष दे रहा है, जिसकी पूरी सैन्य नीति एक विदेशी देश पर निर्भर है।
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री का यह विवादास्पद बयान केवल भारत और अमेरिका ही नहीं, बल्कि वैश्विक राजनीति में भी नए सवाल खड़े कर रहा है।क्या अमेरिका सच में वैश्विक संघर्षों से मुनाफा कमा रहा है या यह पाकिस्तान की अपनी विफलताओं को छिपाने की कोशिश है? जवाब आने वाले दिनों में सामने आ सकते हैं, लेकिन फिलहाल, ये बयान अंतरराष्ट्रीय मंच पर पाकिस्तान की स्थिति को और भी उलझा सकता है।