
बांग्लादेश हिंसा: हादी की मौत के बाद प्रदर्शन और तोड़फोड़, यूनुस सरकार को अल्टीमेटम
शरीफ उस्मान हादी जुलाई 2024 के विद्रोह के प्रमुख चेहरा थे। वह इंकलाब मंच के प्रवक्ता और भारत के कट्टर आलोचक थे।
बांग्लादेश में हाल ही में छात्र नेता शरीफ उस्मान हादी की हत्या के बाद भड़की हिंसा में एक मासूम बच्ची को जिंदा जलाए जाने की दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, शनिवार को लक्ष्मीपुर सदर उपजिला में बीएनपी के एक नेता के घर को बाहर से बंद करके आग लगा दी गई। इस हमले में एक बच्ची की मौत हो गई और तीन अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए।
हादी की हत्या और देशव्यापी हिंसा
12 दिसंबर को ढाका के बिजोयनगर इलाके में चुनावी अभियान के दौरान नकाबपोश बंदूकधारियों ने हादी के सिर में गोली मारी थी। गुरुवार को उनका सिंगापुर में इलाज के दौरान निधन हो गया। 32 वर्षीय हादी को ढाका विश्वविद्यालय मस्जिद के पास राष्ट्रीय कवि काजी नजरुल इस्लाम की समाधि के बगल में कड़ी सुरक्षा के बीच दफनाया गया। उनकी हत्या के बाद पूरे बांग्लादेश में हमले और तोड़फोड़ की घटनाएं हुईं, जिनमें गुरुवार को चटोग्राम* में सहायक भारतीय उच्चायुक्त के आवास पर पत्थरबाजी भी शामिल है।
इंकलाब मंच का अल्टीमेटम
हादी की मौत के तुरंत बाद उनकी पार्टी इंकलाब मंच ने अंतरिम सरकार को 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया और हत्या के दोषियों की गिरफ्तारी की मांग की। इस अल्टीमेटम को शनिवार दोपहर ढाका के शाहबाग चौराहे पर हजारों लोगों की मौजूदगी में जारी किया गया। इंकलाब मंच के प्रवक्ता ने हादी की जनाजा नमाज के बाद चेतावनी दी कि हादी के हत्यारों को तुरंत गिरफ्तार किया जाए।
हादी का राजनीतिक सफर
शरीफ उस्मान हादी जुलाई 2024 के विद्रोह के प्रमुख चेहरा थे। वह इंकलाब मंच के प्रवक्ता और भारत के कट्टर आलोचक थे। 32 वर्षीय हादी ने घोषणा की थी कि वह ढाका-8 निर्वाचन क्षेत्र से स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में 13वें संसदीय चुनाव में भाग लेंगे। उनके परिवार ने शाहबाग में हादी की याद में स्मारक निर्माण की मांग की है। हादी की मौत के बाद बांग्लादेश में सत्ता परिवर्तन आंदोलन की शुरुआत हुई थी। यूनुस सरकार ने हादी की हत्या पर एक दिन का राजकीय शोक घोषित किया और उनके शव को संसद के पास दफनाया गया। सुरक्षा के मद्देनजर पूरे ढाका में निगरानी बढ़ा दी गई।
दिल्ली में बांग्लादेश उच्चायोग की सुरक्षा बढ़ी
बांग्लादेश में बढ़ती हिंसा के बाद नई दिल्ली स्थित बांग्लादेश उच्चायोग की सुरक्षा भी कड़ी कर दी गई है। दिल्ली पुलिस ने उच्चायोग और आसपास अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किए। गुरुवार रात से सुरक्षा बढ़ाई गई थी, शुक्रवार को आसपास बैरिकेडिंग और वाहनों की जांच की गई।

