क्या होता है कोल्ड लावा? जो छोड़ जाता है तबाही के निशान
कोल्ड लावा पानी, ज्वालामुखी की राख, चट्टान के टुकड़े और बर्फ के टुकड़ों से तैयार होता है. यह गीले कंक्रीट की तरह अधिकतर नदी-घाटियों में बहता है.
Cold Lava: इंडोनेशिया के सुमात्रा द्वीप पर कुछ दिन पहले भारी बारिश और ज्वालामुखी की ढलानों में कीचड़ (कोल्ड लावा) से भयावह हालात बन गए. इस कोल्ड लावा के चलते 22 घर और 16 पुल तबाह हो चुके थे और कई लोगों की मौत होने की भी खबर थी. स्थानीय लोगों का कहना था कि कोल्ड लावा उनके घरों की तरफ आ रहा था, जिस वजह से उनको घर छोड़ना पड़ा.सड़कों पर कीचड़ ही कीचड़ पसरा हुआ था. ऐसे में आइए जानते हैं कि कोल्ड लावा क्या होता है?
रफ्तार
इंडोनेशिया में कोल्ड लावा को लहार कहा जाता है. यह पानी, ज्वालामुखी की राख, चट्टान के टुकड़े और बर्फ के टुकड़ों से तैयार होता है. यह गीले कंक्रीट की तरह अधिकतर नदी-घाटियों में बहता है. खड़ी ढलानों पर तो इसकी रफ्तार 75 से 80 किलोमीटर प्रति घंटे की हो जाती है.
कंक्रीट का मिश्रण
युनाइटेड स्टेट्स जियोग्राफिकल सर्वे (USGS) के अनुसार, कोल्ड लावा गीले कंक्रीट के घोल की तरह दिखता है. इसके रास्ते में जो भी आता है, उसको कुचल कर रख देता है, फिर चाहे वह इमारत, पुल और घर की क्यों न हो. इसके रास्ते में आने वा्ली चीज या तो दफन हो जाती है या फिर उसका हिस्सा बन जाती है.
ऐसे आता है कोल्ड लावा
USGS के अनुसार, कोल्ड लावा वैसे तो ज्वालामुखी विस्फोट से उत्पन्न होता है. हालांकि, ज्वालामुखी विस्फोट न होने पर भी कोल्ड लावा आ सकता है. जैसे कभी-कभी भारी बारिश या बर्फबारी ज्वालामुखी की राख का एक मिश्रण बना देती है, जिसे कोल्ड लावा कहा जाता है.
मचाता है तबाही
कोल्ड लावा अधिकतर तबाही मचाने वाला होता है. कई बार तो यह ज्वालामुखी विस्फोट से निकलने वाले लावे से ज्यादा विकराल रूप ले लेता है. यही वजह है कि इंडोनेशिया में आए कोल्ड लावा ने तबाही मचाने का काम किया था.