
गाजा के नागरिकों को इजरायल की चेतावनी, 'शहर छोड़ो या आतंकवादी कहे जाओगे'
Gaza humanitarian crisis: इस पूरे घटनाक्रम ने दुनिया को सोचने पर मजबूर कर दिया है कि क्या इजरायल सच में युद्ध को खत्म करना चाहता है या सिर्फ दिखावे के तौर पर शांति की बात कर रहा है?
Israel Gaza latest news in Hindi: इजरायल और फिलिस्तीन के बीच जारी युद्ध को लेकर अब बड़ा सवाल उठ रहा है कि क्या इजरायल सच में शांति चाहता है? एक तरफ इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से बातचीत कर रहे हैं, ताकि गाजा में शांति लाई जा सके. वहीं, दूसरी तरफ इजरायल की सेना गाजा पर भारी बमबारी कर रही है और आम लोगों को शहर खाली करने का अंतिम अल्टीमेटम दे रही है.
गाजा के नागरिकों को चेतावनी
बुधवार को इजरायली सेना ने गाजा शहर में भारी बमबारी की. साथ ही, वहां रहने वाले लोगों को साफ कहा गया कि वो दक्षिण की ओर पलायन करें, नहीं तो उन्हें आतंकवादी या आतंक समर्थक माना जाएगा. इजरायल के रक्षा मंत्री योव गैलांत और मंत्री इजरायल कैट्ज़ ने कहा कि सेना गाजा शहर की पूरी तरह से घेराबंदी कर चुकी है. कैट्ज़ ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा कि गाजा के नागरिकों के लिए यह आखिरी मौका है. तुरंत दक्षिण की ओर चले जाएं और हमास से खुद को अलग करें. जो नहीं जाएगा, उसे आतंकवादी माना जाएगा.
गाजा दो हिस्सों में बंटा
इजरायली सेना ने नेत्ज़ारिम कॉरिडोर पर कब्जा कर लिया है, जो गाजा को उत्तर और दक्षिण हिस्सों में जोड़ता है. इसके बाद से अब गाजा का उत्तर भाग दक्षिण से अलग हो गया है. सेना का कहना है कि जो भी नागरिक गाजा शहर से दक्षिण की ओर जाएगा, उसे इजरायली सैन्य चेकपॉइंट्स से होकर गुजरना होगा.
क्या ट्रंप की शांति योजना को मानेगा हमास?
वहीं, दूसरी ओर हमास ने पुष्टि की है कि वह डोनाल्ड ट्रंप के युद्धविराम प्रस्ताव पर विचार कर रहा है. ट्रंप का प्रस्ताव युद्ध रोकने और हमास द्वारा पकड़े गए बंधकों की रिहाई से जुड़ा है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, हमास के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि ट्रंप की योजना में कई ऐसे बिंदु हैं, जो हमास को स्वीकार नहीं हैं. ऐसे में अभी फिलहाल कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी गई है. उन्होंने यह भी बताया कि अन्य फिलिस्तीनी संगठनों से सलाह लेने के बाद ही कोई फैसला लिया जाएगा.
अब भी गाजा में फंसे हैं हजारों लोग
इजरायल द्वारा गाजा पर पिछले एक महीने से किए जा रहे हमलों के कारण अब तक 4 लाख से ज्यादा लोग शहर छोड़ चुके हैं. लेकिन फिर भी हजारों लोग अब भी गाजा शहर में फंसे हुए हैं. इनमें से कई ऐसे हैं, जो शारीरिक रूप से अशक्त हैं या उनके पास निकलने का साधन नहीं है.