ट्रंप के टैरिफ वार से डायमंड इंडस्ट्री पर संकट, 20% तक घट सकता है भारत का डायमंड एक्सपोर्ट
डायमंड इंडस्ट्री बीते दो सालों से संकट से जुझ रही थी. लैब ग्रोन डायमंड ने भी दिक्कतें बढ़ा दी थी. अब अमेरिकी टैरिफ ने कट एंड पॉलिश्ड डायमंड इंडस्ट्री मुश्किलें बढ़ा दी है.
अमेरिका के भारत पर लगाये गए 50 फीसदी टैरिफ का बड़ा असर डायमंड एक्सपोर्ट्स पर पड़ने के आसार हैं. एक अनुमान के मुताबिक मौजूदा वित्त वर्ष में डॉयमंड एक्सपोर्ट्स में 20 फीसदी तक की गिरावट आ सकती है. बीते दो सालों से कट एंड पॉलिश्ड डायमंड एक्सपोर्ट्स वैसे ही कमी का सामना करता रहा है उसपर से अमेरिकी टैरिफ ने इस इंडस्ट्री की मुश्किलें और भी बढ़ा दी है.
२०% तक घट सकता है पॉलिश्ड डॉयमंड एक्सपोर्ट
कुल पॉलिश्ड डायमंड के प्रोसेसिंग में भारत की हिस्सेदारी करीब 90 फीसदी है. ऐसे में अमेरिका के पास दूसरे देशों से आयात करने का विकल्प फिलहाल सीमित है. और अमेरिका के हाई टैरिफ के बाद वहां के कंज्यूमर के लिए भारत से निर्यात किए जाने वाले कट एंड पॉलिश्ड डायमंड महंगा हो जाएगा जिससे इसके डिमांड पर बड़ा असर देखने को मिल सकता है और भारत से किए जाने एक्सपोर्ट में गिरावट आ सकती है. ऐसे में केयरएज रेटिंग्स ने अपने रिपोर्ट में कहा है कि वित्त वर्ष 2025-26 में कट एंड पॉलिश्ड डायमंड के एक्सपोर्ट में 17-20 फीसदी तक की कमी आ सकती है और कुल एक्सपोर्ट घटकर 11 बिलियन डॉलर रह सकता है.
अमेरिका में सबसे ज्यादा होता है डायमंड का खपत
वैश्विक संकट के चलते तराशे गए डायमंड इंडस्ट्री (Cut and Polished Diamond) को बीते दो सालों से संकट का सामना करना पड़ रहा है. वित्त वर्ष 2024-25 में साल दर साल एक्सपोर्ट्स में 17.5 फीसदी की कमी देखने को मिली थी और कुल एक्सपोर्ट्स 13.3 बिलियन डॉलर का रहा था. अब राष्ट्रपति ट्रंप के एक्सपोर्ट्स पर भारी भरकम टैरिफ लगाने के फैसले के बाद डायमंड इंडस्ट्री की मुश्किलें और बढ़ गई है. अमेरिका सबसे ज्यादा डायमंड के खपत करने वाले देशों में शुमार है. केयरएज रेटिंग्स ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि डायमंड इंडस्ट्री सिंगल डिजिट प्रॉफिट मार्जिन पर ऑपरेट करता है. और अमेरिका के 50 फीसदी टैरिफ एलान के बाद पूरे डायमंड इंडस्ट्री के सामने वैल्यू चेन से लेकर मुनाफे और नगदी का संकट खड़ा हो गया है.
पहले लैब ग्रोन डॉयमंड से जूझ रहा था इंडस्ट्री
केयरएज रेटिंग्स के डायरेक्टर अखिल गोयल ने कहा, " हीरे की खपत करने वाले बड़े देशों में टैरिफ 50% तक बढ़ने से हीरा उद्योग (CPD) जो पहले से कमजोर मांग से जूझ रहा है उस डिमांड में और भी कमी आएगी. इस उद्योग को पहले से ही लैब में बने हीरों (Lab Grown Diamonds) से कड़ी प्रतिस्पर्धा मिल रही है. भारत और चीन जैसे दूसरे बाजार इस गिरावट की भरपाई करने की ज्यादा क्षमता नहीं रखते.”
80 फीसदी कमाई निर्यात से
भारत का पॉलिश्ड डायमंड उद्योग 80% कमाई निर्यात से करता है और इसमें सबसे बड़ा बाजार अमेरिका है, जो दुनिया की हीरे की कुल डिमांड का 40% से ज्यादा हिस्सा अमेरिका से ही आता है. वित्त वर्ष 2024-25 में भारत के कुल निर्यात का 37% सीधे अमेरिका एक्सपोर्ट किया गया था. अमेरिकी टैरिफ की मार का सामना करने के लिए डायमंड इंडस्ट्री उत्पादन घटा रही हैं और ओवरसप्लाई से बचने के लिए ग्राहकों को डिलीवरी टालने का विकल्प दे रही हैं. कंपनियां अपने कैपिटल का उपयोग कर रही हैं और कर्ज और उधारी घटा रही हैं, खर्च कम कर रही हैं और स्टॉक छोटा रख रही हैं ताकि मुनाफा बनाया जा सके.