सोने के दामों में तेज गिरावट, ऑलटाइम से 8500 रुपये सस्ता हो गया सोना, जानें कारण

अप्रैल में ऑलटाइम हाई को छूने के बाद सोने के दामों में 8468 रुपये या 8.52 फीसदी तक की कमी आ चुकी है.;

Update: 2025-05-15 06:56 GMT
सोने के दामों में गिरावट

Gold Price Fall: पिछले कुछ महीनों में ऐसे लोग जो सोने के दामों में तेज उछाल के बाद सोने की खरीदारी करने से चूक गए थे उनके लिए अच्छी खबर है. ऑलटाइम हाई से सोने के दामों में भारी कमी आ चुकी है. गुरुवार 15 मई 2025 को मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज पर सोने के दाम गिरकर 91,000 रुपये के नीचे फिसलते हुए 90,890 प्रति 10 ग्राम पर आ गया है. इसके पहले सत्र में सोना 92265 रुपये पर क्लोज हुआ था. यानी एक ही दिन में सोने के दामों में 1375 रुपये प्रति 10 ग्राम दामों में कमी देखी जा रही है.

8500 रुपये सस्ता हो गया सोना

आपको बता दें सोने के दाम अक्षय तृतीया से पहले अप्रैल 2025 में 99,358 रुपये के ऑलटाइम हाई पर जा पहुंचा था. एक लाख के आंकड़े को छूने से कुछ ही फासले की दूरी पर रह गया था. हालांकि सोने पर 3 फीसदी जीएसटी को जोड़ दें तो कीमत एक लाख रुपये के ऊपर चला जाता है. ग्लोबल से लेकर घरेलू मार्केट में मई महीने में सोने के दामों में ऊपरी स्तरों से भारी गिरावट देखी जा रही है. अप्रैल में ऑलटाइम हाई को छूने के बाद सोने के दामों में 8468 रुपये या 8.52 फीसदी तक की कमी आ चुकी है.

अमेरिका-चीन ट्रेड समझौते के चलते सोने के दामों में गिरावट

मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के सीनियर एनालिस्ट, कमोडिटी रिसर्च, मानव मोदी ने सोने की कीमतों को लेकर कहा, इस हफ्ते की शुरुआत में अमेरिका और बीजिंग के बीच रेसिप्रोकल टैरिफ घटाने और ट्रेड वॉर रोकने के चलते सोने के दामों में गिरावट देखी जा रही है. यह कदम दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के बीच एक संभावित व्यापार युद्ध को शांत करने की दिशा में उठाया गया है. उन्होंने कहा, पिछले महीने अमेरिका और चीन ने एक-दूसरे पर जवाबी टैरिफ लगाए थे, जिससे वैश्विक मंदी की आशंका और बढ़ गई थी. हालांकि,अब दोनों देशों ने टैरिफ में 115% की कटौती की है और 90 दिनों का ब्रेक लिया है, जिससे बाजार से जोखिम प्रीमियम हट गया है और सोने की कीमतों पर दबाव बना हुआ है.

चीन में बढ़ा सोने में निवेश

फेडरल रिजर्व (Federal Reserve) की पॉलिसी तैयार करने वाले इस समय ब्याज दरों को स्टेबल बनाए हुए हैं और यह आंकलन कर रहे हैं कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ और व्यापार समझौते कीमतों और अर्थव्यवस्था को कैसे प्रभावित करेंगे. मानव मोदी के मुताबिक, चीन की सोने में दिलचस्पी बनी हुई है. सोने की फिजिकल डिमांड की जगह वैश्विक तनाव के देखते हुए अब निवेश के तौर पर सोने की डिमांड में वहां तेजी देखी जा रही है. डॉलर इंडेक्स (Dollar Index) भी मजबूत बना हुआ है और 101 के स्तर के नीचे बना हुआ है. दूसरी ओर डॉलर के मुकाबले रुपया 85 के लेवल के पार पहुंच गया है. उन्होंने कहा, हाल ही में आई अमेरिकी उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) की रिपोर्ट उम्मीद से कम रही है, जिससे अब बाजार की नजर आज आने वाले PPI (उत्पादक मूल्य सूचकांक), रिटेल सेल्स और मैन्युफैक्चरिंग इंडेक्स के आंकड़ों पर है. अगर ये आंकड़े भी अपेक्षा से कम रहते हैं, तो इससे सोने की कीमतों को समर्थन मिल सकता है.

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