जरूरत है हेल्थ बीमा, पॉलिसी खरीदते समय इन पांच बातों को ना करें इग्नोर
आजकल स्वास्थ्य बीमा देने वाली कंपनियां लुभावने वादे करती हैं. हालांकि आप जब हेल्थ इश्योरेंस खरीदने के बारे में सोचे तो कुछ आम बातों को नजरअंदाज ना करें.
Health Insurance:अनिश्चितताओं से जीवन भरा हुआ है. खासतौर से स्वास्थ्य का मुद्दा बेहद अहम है. जो लोग आर्थिक तौर पर सशक्त हैं वो बीमारियों में होने वाले खर्च को वहन कर सकते हैं. लेकिन आर्थिक तौर पर कमजोर लोगों के लिए बीमारी में होने वाले खर्च को वहन कर पाना मुश्किल हो जाता है कभी कभी तो ऐसी स्थिति बन जाती है कि घर जमीन सब बेचना पड़ जाता है. एक तरह से कर्ज के जाल में व्यक्ति फंस जाता है. इस तरह के हालात से बचने के लिए स्वास्थ्य के क्षेत्र में अलग अलग इंश्योरेंस कंपनियां बीमा की सुविधा देती हैं. लेकिन यहां अहम सवाल ये है कि कौन सी बीमा कंपनी कम प्रीमियम में बेहतर सुविधा देती है. यहां पर हम पांच तरीके बताएंगे जिसकी मदद से आप खुद स्वास्थ्य बीमा कंपनी का चयन कर सकते हैं.
कौन कौन सी बीमारी शामिल हैं पहले उसे देखें
जब आप स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी को खरीदने के बारे में सोचते हैं तो सबसे पहले ध्यान दें कि बीमा कंपनी किन किन बीमारियों को कवर कर रही है. क्या बीमा कंपनी की पॉलिसी में अस्पताल में होने वाला खर्च, एंबुलेंस में खर्च कैशलेस इलाज, डे केयर खर्च मैटरनिटी खर्च(डिलिवरी) शामिल है या नहीं. स्वास्थ्य बीमा खरीदने से पहले यह जरूर देखें कि आप किस रोग के लिए कवर चाहते हैं. यहां पर ध्यान देने वाली बात यह है कि जितना अधिक बीमारी को कवर करेंगे उतना ही अधिक प्रीमियम देना होगा.लिहाजा आप अपनी जरूरत के हिसाब से ही फैसला लें.
वेटिंग पीरियड क्लॉज को ध्यान से देखें
स्वास्थ्य बीमा खरीदते समय इस पर जरूर ध्यान दें. उदाहरण के लिए जब आप बीमा खरीदते हैं तो कुछ ऐसी बीमारियां होती हैं जिनके लिए वेटिंग पीरियड होता है, उदाहरण के लिए कुछ बीमारियों का कवर दो या तीन साल बाद मिलता है. मैटरनिटी एक्सपेंस का कवर पीरियड 2 से 4 साल का होता है. मसलन अगर आप बीमा 2024 में कराते हैं तो मैटरनिटी एक्सपेंस पाने के लिए 2026 या 2028 का इंतजार करना पड़ सकता है. ऐसी सूरत में उन स्वास्थ्य बीमा पर ध्यान दें जिनका वेटिंग पीरियड कम होता है.
व्यक्तिगत की जगह पूरे परिवार के लिए बीमा खरीदें
फैमिली के लिए खरीदा जाने वाला स्वास्थ्य बीमा,व्यक्तिगत स्वास्थ्य बीमा की तुलना में कम खर्चीला होता है. सामान्य तौर पर किसी परिवार में एक ही साथ सभी लोग बीमार नहीं होते. फैमिली फ्लोटर प्लान का सबसे बड़ा फायदा होता है कि जिस समय जो शख्स बीमार हो उसके इलाज के लिए सुविधा मिल जाती है. इस प्लान में आपको कई अतिरिक्त सुविधाएं भी मिल जाती हैं जो व्यक्तिगत प्लान में नहीं मिलती हैं.
जिनका सेटलमेंट रेशियो बेहतर हो..
स्वास्थ्य बीमा खरीदते समय इसका ध्यान जरूर रखें. उदाहरण के लिए आप इस बात पर खास ध्यान दें कि कौन सी बीमा कंपनी है जो आसानी से क्लेम को सेटल करती हैं, अक्सर बीमा कंपनियां तरह तरह की शर्त लगा देती है जिसकी वजह से स्वास्थ्य बीमा होते हुए भी आप उसका इस्तेमाल नहीं कर पाते हैं. सीएसआर यानी क्लेम सेटलमेंट रेशियो अधिक होने का अर्थ यह है कि आपके क्लेम के पास होने की संभावना ज्यादा रहती है.
रिन्यू होने वाले प्लान को चुनें
इसका सीधा मतलब यह है कि ऐसी पॉलिसी का चुनाव करें जिसका रिन्यूअल आसानी से हो सके. स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी हर एक साल पर रिन्यू करानी पड़ती है. इसके साथ यह भी ध्यान दें कि अगर तय समय में आपने पॉलिसी का इस्तेमाल नहीं किया है तो रिन्यू कराते समय कंपनी आपको और कोई सुविधा दे रही है या नहीं. आमतौर पर यदि आपने स्वास्थ्य बीमा राशि का उपयोग नहीं किया है तो प्रीमियम कुछ सस्ता हो जाता है.