भारत ने पाकिस्तान की एयरलाइंस और विमानों पर प्रतिबंध 24 सितंबर सुबह तक बढ़ाया

अप्रैल महीने में पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच पारस्परिक हवाई क्षेत्र बंदी पाँचवें महीने में पहुंच गई है।;

Update: 2025-08-23 01:04 GMT
भारत ने ये कदम पाकिस्तान द्वारा अपने हवाई क्षेत्र को भारतीय विमानों और एयरलाइंस के लिए बंद करने की समयसीमा बढ़ाने के दो दिन बाद उठाया

भारत ने शुक्रवार देर रात एक नया नोटिस टू एयरमेन (NOTAM) जारी करते हुए पाकिस्तान की एयरलाइंस और विमानों के भारतीय हवाई क्षेत्र में प्रवेश पर प्रतिबंध को एक और महीने के लिए, 24 सितंबर की सुबह तक, बढ़ा दिया। यह विस्तार पाकिस्तान द्वारा अपने हवाई क्षेत्र को भारतीय विमानों और एयरलाइंस के लिए बंद करने की समयसीमा बढ़ाए जाने के दो दिन बाद आया।

इसके साथ ही दोनों पड़ोसी देशों द्वारा एक-दूसरे के विमानों और एयरलाइंस पर लगाए गए हवाई क्षेत्र प्रतिबंध अब पाँचवें महीने में प्रवेश कर गए हैं। अप्रैल में पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के रिश्तों में गिरावट आई, जिसके बाद पाकिस्तान ने 24 अप्रैल को हवाई क्षेत्र बंदी लागू की। शुरुआत में यह प्रतिबंध केवल एक महीने के लिए था, जिसमें भारतीय विमानों और एयरलाइंस को पाकिस्तानी हवाई क्षेत्र से उड़ान भरने से रोका गया था। भारत ने 30 अप्रैल को जवाब देते हुए पाकिस्तान की एयरलाइंस और विमानों पर अपने हवाई क्षेत्र में प्रतिबंध लगा दिया। तब से दोनों देश हर महीने NOTAM जारी कर इस बंदी को आगे बढ़ा रहे हैं।

ध्यान देने वाली बात यह है कि भारत और पाकिस्तान ने केवल एक-दूसरे की एयरलाइंस और विमानों पर ही रोक लगाई है, जबकि अन्य देशों की एयरलाइंस और विमान अब भी उनके हवाई क्षेत्र का इस्तेमाल कर सकते हैं।

भारत और पाकिस्तान पर असर

पाकिस्तान ने अपना ताज़ा NOTAM 20 अगस्त (बुधवार) को जारी किया था, जो पहले जारी नोटिस की 24 अगस्त को समाप्त होने वाली अवधि से कुछ दिन पहले आया। इसके बाद लगभग तय था कि भारत भी अपने प्रतिबंध को 24 अगस्त के बाद बढ़ाएगा।

भारत का नया NOTAM पहले जैसे ही है, फर्क सिर्फ समयसीमा में है। भारत ने अपने हवाई क्षेत्र को पाकिस्तानी एयरलाइंस और विमानों (जिसमें सैन्य उड़ानें भी शामिल हैं) के लिए 24 सितंबर सुबह 5:29 बजे तक बंद रखने का फैसला किया है। पाकिस्तान का नवीनतम NOTAM भी इसी समय तक लागू रहेगा।

भारतीय एयरलाइंस पर बड़ा असर

पाकिस्तान का हवाई क्षेत्र बंद रहने से भारतीय एयरलाइंस की लगभग 800 साप्ताहिक उड़ानें प्रभावित हो रही हैं। ये उड़ानें आमतौर पर उत्तर भारत से पश्चिम एशिया, कॉकस क्षेत्र, यूरोप, ब्रिटेन और उत्तर अमेरिका जाती हैं।

इस वजह से उड़ानों की अवधि 15 मिनट से लेकर कई घंटों तक बढ़ रही है। ईंधन की खपत और ऑपरेशनल लागत काफी बढ़ गई है। क्रू और शेड्यूलिंग में जटिलता बढ़ गई है। इंडिगो को दिल्ली से अल्माटी और ताशकंद की उड़ानें रोकनी पड़ीं क्योंकि उनकी नैरो-बॉडी एयरक्राफ्ट फ्लीट इतनी लंबी दूरी तय नहीं कर सकती।

इसके विपरीत, पाकिस्तान पर भारत के हवाई क्षेत्र बंद होने का असर बहुत कम है। इसका मुख्य कारण यह है कि पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (PIA), देश की प्रमुख एयरलाइन, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सीमित नेटवर्क रखती है और पहले से ही संघर्षरत है। Cirium के डेटा के अनुसार, PIA की सिर्फ लगभग छह साप्ताहिक उड़ानें (कुआलालंपुर से लाहौर या इस्लामाबाद के लिए) ही भारत के ऊपर से गुजरती थीं।

आंकड़े और वित्तीय बोझ

उत्तर भारत से हर हफ्ते लगभग 400 अंतरराष्ट्रीय प्रस्थान प्रभावित हैं। वापसी उड़ानों को भी जोड़ने पर यह संख्या लगभग 800 साप्ताहिक उड़ानें हो जाती है। दिल्ली का इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा सबसे ज़्यादा प्रभावित है, जहाँ से लगभग 640 उड़ानें प्रभावित हो रही हैं।

मुंबई जैसी अन्य भारतीय शहरों से निकलने वाली कुछ लंबी दूरी की उड़ानें भी प्रभावित हैं।

वित्तीय असर बड़ा है

2019 में जब पाकिस्तान ने 4 महीने से अधिक समय तक हवाई क्षेत्र बंद किया था, तब भारतीय एयरलाइंस को लगभग ₹700 करोड़ का नुकसान हुआ था। मौजूदा बंदी से एयर इंडिया को सालाना करीब 600 मिलियन डॉलर तक का नुकसान होने का अनुमान है। एयर इंडिया, जो अब टाटा समूह के अधीन है, उत्तर अमेरिका के लिए अल्ट्रा-लॉन्ग-हॉल सेवाएं देने वाली एकमात्र भारतीय एयरलाइन है, इसलिए उस पर असर सबसे अधिक है।

हाल के वर्षों में इंडिगो समेत अन्य भारतीय एयरलाइंस ने भी अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क बढ़ाया है। इंडिगो फिलहाल केंद्रीय एशिया, कॉकस और तुर्की के लिए उड़ान भरने वाली एकमात्र भारतीय एयरलाइन है।

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