अब नोएल के हाथ में टाटा ट्रस्ट, आखिर इनके नाम पर ही क्यों मुहर लगी
टाटा ट्रस्ट की कमान अब रतन टाटा के सौतेले भाई नोएल टाटा के हाथ में होगी।
नोएल टाटा को शुक्रवार (11 अक्टूबर) को टाटा समूह की परोपकारी शाखा टाटा ट्रस्ट्स का अध्यक्ष नियुक्त किया गया। नोएल अपने सौतेले भाई रतन टाटा का स्थान लेंगे, जिनका 9 अक्टूबर को निधन हो गया था। रिपोर्टों के अनुसार, नोएल की नियुक्ति शुक्रवार को मुम्बई में हुई एक बैठक में सर्वसम्मति से लिए गए निर्णय के बाद की गई। रतन टाटा के सौतेले भाई नोएल टाटा को आज मुंबई में आयोजित बोर्ड मीटिंग के बाद टाटा ट्रस्ट का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है।
नोएल टाटा टाटा स्टील और घड़ी कंपनी टाइटन के उपाध्यक्ष हैं। उनकी मां सिमोन टाटा, एक फ्रांसीसी-स्विस कैथोलिक हैं जो रतन टाटा की सौतेली मां हैं, वर्तमान में ट्रेंट, वोल्टास, टाटा इन्वेस्टमेंट कॉरपोरेशन और टाटा इंटरनेशनल की अध्यक्ष हैं।नोएल टाटा 2000 के दशक की शुरुआत में टाटा समूह में शामिल होने के बाद से ही इसके विकास में एक प्रमुख व्यक्ति रहे हैं। सर रतन टाटा ट्रस्ट और दोराबजी टाटा ट्रस्ट की मीटिंग के बाद आज उन्हें टाटा ट्रस्ट का अध्यक्ष नियुक्त किया गया।
टाटा ट्रस्ट एक छत्र निकाय है जो सभी 14 टाटा ट्रस्टों के कार्यों का प्रबंधन करता है।टाटा संस का स्वामित्व मुख्य रूप से दो प्रमुख ट्रस्टों - सर दोराबजी टाटा ट्रस्ट और सर रतन टाटा ट्रस्ट के पास है, जो कुल मिलाकर स्वामित्व का 50 प्रतिशत से अधिक हिस्सा बनाते हैं।
टाटा ट्रस्ट में वर्तमान में वेणु श्रीनिवासन, विजय सिंह और मेहली मिस्त्री कार्यकारी समिति के सदस्य हैं।रतन टाटा के छोटे भाई जिमी पारिवारिक व्यवसाय से जुड़े नहीं हैं और दक्षिण मुंबई के कोलाबा में एक साधारण दो बेडरूम वाले अपार्टमेंट में रहते हैं।1937 में एक पारंपरिक पारसी परिवार में जन्मे रतन टाटा का पालन-पोषण उनकी दादी ने किया, जब उनके माता-पिता नवल और सूनी टाटा का तलाक हो गया था, तब वे 10 साल के थे।