पहलगाम आतंकी हमले ने करा दी जम्मू कश्मीर टूरिज्म इंडस्ट्री की क्रैश लैंडिंग, कैंसल करा रहे एडवांस बुकिंग
पहलगाम में आतंकी हमले के बाद ऐसा पहली बार हो रहा है कि स्थानीय नागरिक भी सड़कों पर उतरकर आतंकियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.;
Jammu Kashmir Tourism Industry: जम्मू कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल 2025 को आतंकियों ने कश्मीर की वादियों में घूमने आए 28 पर्यटकों की निर्मम हत्या कर दी है. लेकिन इस आतंकी हमले का सबसे ज्यादा असर केंद्र शासित प्रदेश की अर्थव्यवस्था पर पड़ सकता है. इस आतंकी हमले को टूरिज्म सेक्टर से जुड़े लोग कश्मीर के पर्यटन इंडस्ट्री के लिए क्रैश लैंडिंग तक करार दे रहे हैं. इनका कहना है कि कश्मीर के पर्यटन इंडस्ट्री में 20-30 फीसदी तक की कमी आ सकती है.
जम्मू कश्मीर के पर्यटन उद्योग पर हमला
जम्मू कश्मीर में मौजूदा पर्यटन सीजन की अभी शुरुआत ही हुई है. मई के महीने में स्कूलों में गर्मियों की छुट्टी होने के बाद बड़े पैमाने पर सैलानी जम्मू कश्मीर घूमने के लिए आते हैं. साथ ही जुलाई के महीने में अमरनाथ यात्रा की भी शुरुआत हो जाएगी. लेकिन पहलगाम में आतंकी हमले के बाद पर्यटक डरे हुए हैं. ये पर्यटक अब पहलगाम यात्रा नहीं करना चाहते जिसे जम्मू कश्मीर का स्विट्जरलैंड भी कहा जाता है. टूरिज्म और ट्रैवल कंपनी स्टिक ट्रैवल ग्रुप ऑफ कंपनीज के चेयरमैन सुभाष गोयल के मुताबिक, जो पर्यटक जम्मू कश्मीर की यात्रा करने को लेकर एडवांस दे चुके हैं वे दूसरी जगह जाने को तैयार हैं लेकिन पहलगाम नहीं जाना चाहते हैं. लेकिन ऐसे पर्यटक जिन लोगों ने एडवांस नहीं दिया है वे अब जम्मू कश्मीर की यात्रा नहीं करना चाहते हैं. वे गर्मी छुट्टियों में कुल्लू मनाली के अलावा पूर्वोत्तर राज्यों की यात्रा को ज्यादा तवज्जो दे रहे हैं. सुभाष गोयल ने बताया कि, जिनकी नई-नई शादी हुई है वे अब इस हमले के बाद जम्मू कश्मीर से ज्यादा अरुणाचल प्रदेश को प्राथमिकता दे रहे हैं.
4 सालों में डबल हो गई पर्यटकों की संख्या
बीते 4 सालों में जम्मू कश्मीर में आने वाले पर्यटकों की संख्या पर नजर डालें तो इकोनामिक सर्वे 2024-25 के मुताबिक साल 2021 में जम्मू कश्मीर में कुल 1,13,16,534 पर्यटक आए थे. साल 2022 में इनकी संख्या बढ़कर 1,88,84,317 हो गई. साल 2023 में जम्मू कश्मीर में कुल 2,11,80,011 देसी और विदेशी पर्यटक आए थे तो साल 2024 में इनकी संख्या बढ़कर 2,35,90,081 पर जा पहुंची. 2024 में जम्मू कश्मीर में आने वाले पर्यटकों में 5,11,922 अमरनाथ यात्री और 94,55,605 वैष्णो देवी यात्री शामिल थे. इकोनामिक सर्वे के मुताबिक बीते 4 सालों में जम्मू कश्मीर में आने वाले विदेशी सैलानियों की संख्या में 300 फीसदी का उछाल देखने को मिला है.
साल 2023 में 22 से 24 मई के बीच जी-20 के तीसरे पर्यटन कार्य समूह की बैठक श्रीनगर में आयोजित हुई, जिसने जम्मू और कश्मीर को वैश्विक मंच पर केंद्र में ला दिया, जो इसके पर्यटन क्षेत्र के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि रही है. सर्वे के मुताबिक, जम्मू में पहली बार आयोजित सनबर्न म्यूज़िकल फेस्टिवल और श्रीनगर में पहली एफ4 कार शो जैसे ऐतिहासिक आयोजनों ने इस क्षेत्र की बढ़ती लोकप्रियता और समृद्ध सांस्कृतिक परिदृश्य में चार चांद लगा दिए.
कश्मीर के लोगों की जीविका पर असर
लेकिन पहलगाम के आतंकी हमले ने जम्मू कश्मीर के पर्यटन इंडस्ट्री को झकझोर दिया है. सुभाष गोयल ने बताया, आतंकी हमले का सबसे ज्यादा असर जम्मू कश्मीर के उन लोगों की जीविका पर पड़ेगा जो पूरी तरीके से पर्यटकों पर निर्भर है जिनमें टैक्सी वाले, हाउसबोट वाले शामिल हैं. उन्होंने बताया कि होटल इंडस्ट्री की बुकिंग पर भी आतंकी हमले का असर देखने को मिल सकता है.
आतंकियों के खिलाफ स्थानीय लोग उतरे सड़कों पर
यही वजह है कि पहलगाम में आतंकी हमले के बाद ऐसा पहली बार हो रहा है कि स्थानीय नागरिक भी सड़कों पर उतरकर आतंकियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.