आरबीआई का बड़ा फैसला, रेपो रेट में कोई कटौती नहीं, गवर्नर ने कहा, बढ़ सकती है महंगाई
आरबीआई की एमपीसी की 3 दिवसीय बैठक 4 अगस्त को शुरू हुई थी और 6 अगस्त को इस बैठक में लिए गए फैसलों का ऐलान किया गया है.;
आरबीआई की मॉनिटरी पॉलिसी कमिटी ने बड़ा फैसला लेते हुए रेपो रेट में कोई कटौती नहीं करने का फैसला किया है. रेपो रेट को 5.50 फीसदी पर बरकरार रखा गया है. इससे पहले तीन एमपीसी बैठकों में आरबीआई ने 100 बेसिस प्वाइंट रेपो रेट में कटौती किया था.
भारतीय रिजर्व बैंक गवर्नर संजय मल्होत्रा ने मॉनिटरी पॉलिसी कमिटी की बैठक में लिए गए फैसलों का ऐलान करते हुए कहा, मूल महंगाई (Core Inflation) 4% पर स्थिर बनी हुई है. उन्होंने कहा कि सामान्य से बेहतर दक्षिण-पश्चिम मानसून और अन्य अनुकूल परिस्थितियाँ देश की इकोनॉमिक ग्रोथ को सपोर्ट कर रही हैं.
बढ़ सकती है महंगाई
संजय मल्होत्रा ने कहा, मौद्रिक नीति समिति (MPC) ने नीतिगत ब्याज दर (रेपो रेट) को 5.5% पर स्थिर रखा है और रुख को ‘न्यूट्रल’ बनाए रखा है. गवर्नर मल्होत्रा ने कहा कि एमपीसी ने सर्वसम्मति से इस बार ब्याज दरों में कोई बदलाव न करने का फैसला किया, जबकि इससे पहले साल में 100 बेसिस पॉइंट की कटौती की गई थी. हालांकि आरबीआई गवर्नर ने कहा, आने वाले समय में महंगाई बढ़ सकती है.
6.5 फीसदी रहेगा GDP
मौजूदा वित्त वर्ष 2025-26 के लिए आरबीआई ने आर्थिक विकास दर यानी जीडीपी 6.5 फीसदी रहने का अनुमान जताया है. अगले वित्त वर्ष 2026-27 के लिए 6.6 फीसदी जीडीपी रहने का अनुमान जताया है.