शेयर बाजार ने आज निवेशकों को किया निराश, जानें- जापान- अमेरिका से क्या है कनेक्शन

शेयर मार्केट के बारे में कहा जाता है कि यह विश्वास पर चलता है। जापान और अमेरिकी बाजार में गिरावट का असर भारतीय शेयर बाजार पर भी नजर आया।

By :  Lalit Rai
Update: 2024-08-02 07:59 GMT

Share Market News:  शेयर बाजार में आज निवेशकों को निराशा का सामना करना पड़ा। बीएसई सेंसेक्स 709 प्वाइंट की गिरावट के साथ ही खुला। जबकि निफ्टी में 260 प्वाइंट की गिरावट दर्ज की गई। टाटा मोटर्स और मारुति को सबसे अधिक नुकसान हुआ। टाटा मोटर्स में 4 फीसद और मारुति में तीन फीसद की गिरावट हुई। इसके साथ ही टाटा स्टील में भी तीन फीसद की गिरावट दर्ज की गई। लार्सन एंड टुब्रो, टेक महिंद्रा, अदानी पोर्ट्स, एनटीपीसी, जेएसडब्ल्यू स्टील, आईसीआईसीआई बैंक, अल्ट्राटेक सीमेंट और एसबीआई आज सुबह अन्य प्रमुख पिछड़े हुए शेयर रहे। व्यापक बाजार में, बीएसई मिडकैप सूचकांक 1.6 प्रतिशत गिरकर 47,500 पर आ गया, और स्मॉलकैप 1.4 प्रतिशत गिरकर 54,175 पर आ गया।

अमेरिकी बाजार दे या गच्चा
शुक्रवार को ना सिर्फ अमेरिका बल्कि पूरी दुनिया का मूड एक तरह से खराब हो गया। अमेरिकी बाजार में मंदी के चलते भारी गिरावट आई। अमेरिका में साप्ताहिक बेरोजगारी दावों में इजाफा हुआ है और विनिर्माण विकास में अपेक्षा से अधिक कमी आई और उसकी वजह से आर्थिक सुधार की मजबूती को लेकर चिंताएं बढ़ गईं हैं। 27 जुलाई को समाप्त सप्ताह के लिए शुरुआती बेरोजगारी दावों में अगस्त 2023 के बाद से सबसे अधिक बढ़ोतरी हुई है यह 249,000 हो गया। यह आंकड़ा 236,000 के शुरुआती आम सहमति अनुमान से अधिक । अमेरिका में फैक्टरी गतिविधि का बैरोमीटर, ISM मैन्युफैक्चरिंग इंडेक्स भी उम्मीद से कम 46.8 प्रतिशत पर आया, जो आर्थिक नरमी का संकेत है। मैन्युफैक्चरिंग ग्रोथ 48.2 प्रतिशत रहने का अनुमान था। इन डेटा पॉइंट्स ने संभावित मंदी और इस बात की आशंकाओं को बढ़ा दिया कि फेडरल रिजर्व ब्याज दरों में कटौती करने में बहुत देर कर सकता है। जुलाई की बैठक में यूएस फेड ने प्रमुख दरों को अपरिवर्तित छोड़ दिया था और सितंबर की बैठक में संभावित दर कटौती का संकेत दिया था।

जापान के निक्केई में गिरावट का असर

एशिया-प्रशांत बाजारों में भी उथल-पुथल देखने को मिली।  जापान के निक्केई में 5 प्रतिशत की गिरावट आई । बड़ी बात यह है कि दो वर्षों में यह एक दिन में सबसे बड़ी गिरावट थी। वैश्विक चिंताओं के अलावा व्याज दरों में संभावित वृद्धि की आशंकाओं ने जापानी इक्विटी बाजार पर दबाव डाला। बैंक ऑफ जापान ने ब्याज दरों में 15 आधार अंकों की वृद्धि करके इसे 0.25 प्रतिशत कर दिया है जो कि  पिछले 17 वर्षों में यह दूसरी वृद्धि है। यही नहीं आगे और मौद्रिक सख्ती के संकेत मिल रहे हैं। बैंक ऑफ जापान द्वारा दरों में वृद्धि के बाद 5 साल के लंबे बुल-रन के बाद जापान का बाजार नकारात्मक हो गया है।

Tags:    

Similar News