मोबाइल पर आने वाली स्पैम कॉल के सामने ट्राई की डीएनडी सेवा भी फेल

सर्वेक्षण के अनुसार, 95 प्रतिशत मोबाइल उपभोक्ताओं ने प्रतिदिन परेशान करने वाले कॉल प्राप्त करने की बात स्वीकार की है, जिनमें से 77 प्रतिशत को प्रतिदिन तीन या इससे अधिक ऐसे कॉल प्राप्त होते हैं.

Update: 2024-09-01 12:45 GMT

Spam Calls on Mobile: ऑनलाइन सर्वेक्षण फर्म लोकलसर्किल्स ने हाल ही में किये एक सर्वे के बाद ये दावा किया है कि देश के अधिकांश मोबाइल उपभोक्ताओं के पास प्रतिदिन बड़ी संख्या में स्पैम कॉल आती हैं. स्पैम कॉल करके परेशान करने वालों में वित्तीय और रियल एस्टेट सेक्टर की भूमिका सबसे अधिक है.


स्पैम कॉल्स के सामने फेल है ट्राई की डीएनडी सेवा
सर्वेक्षण के अनुसार, 95 प्रतिशत मोबाइल उपभोक्ताओं ने प्रतिदिन परेशान करने वाले कॉल आने की बात स्वीकार की, जिनमें से 77 प्रतिशत को प्रतिदिन तीन या इससे अधिक कॉल आते हैं. इसके अलावा, अधिकांश लोगों ने ट्राई की डू नॉट डिस्टर्ब (डीएनडी) सूची में पंजीकृत होने के बावजूद पिछले 12 महीनों में कॉल प्राप्त करने की पुष्टि की.
सर्वेक्षण रिपोर्ट के अनुसार, "डू नॉट डिस्टर्ब (डीएनडी) सूची में पंजीकृत 96 प्रतिशत मोबाइल उपभोक्ताओं ने कहा कि पिछले 12 महीनों में उनके नंबर पर परेशान करने वाले कॉल आ रहे हैं. डू नॉट डिस्टर्ब (डीएनडी) सेवाओं की प्रभावशीलता भी कम हो गई है क्योंकि 96 प्रतिशत ने डीएनडी के लिए पंजीकृत होने के बावजूद इस तरह के कॉल प्राप्त करने की पुष्टि की है, जबकि लोकलसर्किल्स द्वारा छह महीने पहले किए गए सर्वेक्षण में 90 प्रतिशत लोगों ने ऐसा कहा था."

सर्वे में देश के 371 जिलों के 71 हजार लोगों को शामिल किया
सर्वेक्षण के अनुसार, 66 प्रतिशत मोबाइल उपभोक्ताओं का कहना है कि उन्हें अधिकतर परेशान करने वाले फोन कॉल अलग-अलग मोबाइल नंबरों से आते हैं, जो व्यक्तियों के होते हैं, जबकि 18 प्रतिशत का कहना है कि ये कॉल कंपनियों और ब्रांडों के मोबाइल नंबरों से आते हैं. सर्वेक्षण में भारत के 371 जिलों के नागरिकों से 71,000 प्रतिक्रियाएं प्राप्त हुईं, लेकिन प्रत्येक सर्वेक्षण प्रश्न के उत्तरों की संख्या अलग-अलग थी.

रियल एस्टेट और वित्तीय सेक्टर से आती हैं सबसे ज्यादा कॉल
17,380 उत्तरदाताओं में से लगभग 88 प्रतिशत ने कहा कि पिछले 12 महीनों में उन्हें प्राप्त स्पैम फोन कॉल्स की सबसे अधिक संख्या वित्तीय सेवाओं और रियल एस्टेट क्षेत्रों से आई है. रिपोर्ट में कहा गया है, "वित्तीय सेवा क्षेत्र से सबसे अधिक परेशान करने वाली कॉल प्राप्त करने वाले मोबाइल उपभोक्ताओं का प्रतिशत पिछले 6 महीनों में 54 से बढ़कर 66 प्रतिशत हो गया है."
भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) ने कष्टप्रद कॉल और एसएमएस को रोकने के लिए मौजूदा नियमों की समीक्षा शुरू कर दी है. टेलीमार्केटिंग संचार के मानदंडों को कड़ा करने के उपायों पर एक नए परिचर्चा पत्र के अनुसार ट्राई ने उद्योग से पूछा है कि क्या एक निश्चित सीमा से अधिक कॉल और एसएमएस के लिए क्रमबद्ध तरीके से उच्च टैरिफ लागू किया जाना चाहिए.
पीटीआई

(शीर्षक को छोड़कर, इस कहानी को फेडरल स्टाफ द्वारा संपादित नहीं किया गया है और एक सिंडिकेटेड फीड से स्वतः प्रकाशित किया गया है।)


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