जमीन पर नजर नहीं आता कानून

आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में महिला रेजिडेंट डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या पर निर्भया की माँ आशा देवी कहती हैं, "...मुझे नहीं लगता कि महिलाओं की सुरक्षा और महिलाओं के खिलाफ अपराधों को न्याय के कटघरे में लाने के लिए कुछ किया गया है, कानून ज़रूर बनाए गए लेकिन कोई काम नहीं हुआ। निर्भया के दोषियों को 2020 में फांसी दी गई लेकिन उससे पहले और बाद में इतनी सारी घटनाएँ हुईं...किसको न्याय मिला? घटनाएँ रोज़ हो रही हैं...अगर आप दोषियों को सज़ा नहीं देंगे और उन्हें जेल में नहीं डालेंगे और उन्हें खाना नहीं देंगे और उनकी ज़रूरतों का ख्याल नहीं रखेंगे, तो महिलाएँ कैसे सुरक्षित रहेंगी? जब तक दोषियों को सज़ा नहीं मिलेगी, जब तक फ़ास्ट ट्रैक कोर्ट में काम नहीं होगा और जब तक बनाए गए कानूनों पर काम नहीं होगा, तब तक समाज की मानसिकता नहीं बदलेगी और महिलाएँ सुरक्षित नहीं होंगी"

Update: 2024-08-18 01:16 GMT

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