कोयंबटूर में कॉलेज छात्रा से गैंगरेप के तीनों आरोपी एनकाउंटर में घायल

तमिलनाडु में हवाई अड्डे के पास छात्रा को अगवा कर सामूहिक दुष्कर्म के मामले से पूरे तामिलनाडू में सत्ता पक्ष को जनता और विपक्ष की नाराज़गी का सामना करना पड़ रहा था।

Update: 2025-11-04 02:23 GMT
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Coimbatore Gang Rape Case : तमिलनाडु के कोयंबटूर में एअरपोर्ट के नजदीक एक कॉलेज छात्रा के अपहरण और सामूहिक दुष्कर्म के मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया है। तीनों आरोपियों के पैरों में गोली लगी है। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार किए गए आरोपियों के नाम थवासी, कार्तिक और कालीश्वरन हैं। ज्ञात रहे कि छात्र के अपहरण और सामूहिक दुष्कर्म के मामले के बाद तामिलनाडू की राजनीती में भूचाल खड़ा हो गया था। तमाम विपक्षी दलों ने सत्ता पक्ष यानी डीएमके सरकार पर तमाम तरह से दबाव डालना शुरू कर दिया था।


क्या हुआ था
पुलिस के अनुसार पीड़िता कोयंबटूर के एक निजी कॉलेज की छात्रा है। रविवार रात वह अपने एक पुरुष मित्र के साथ एअरपोर्ट के नजदीक कार में बैठ कर बात कर रही थी, तभी हथियारबंद आरोपियों ने कार को घेरा और छात्रा का अपहरण कर उसे एक सुनसान जगह ले गए, जहाँ उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। पुलिस ने बताया कि आरोपियों की तलाश के लिए सात विशेष टीमें (स्पेशल टीमें) बनाई गई थीं।

सियासी बवाल: विपक्ष ने स्टालिन सरकार पर साधा निशाना
इस जघन्य अपराध ने तमिलनाडु में तीखी राजनीतिक प्रतिक्रिया को जन्म दिया। राज्य में 2026 के विधानसभा चुनाव नज़दीक हैं और विपक्ष ने मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन की सरकार को कानून-व्यवस्था और महिलाओं की सुरक्षा को लेकर कठघरे में खड़ा कर दिया।
विपक्ष के नेता ई. पलानीस्वामी (ईपीएस) ने कोयंबटूर और पूरे राज्य में विरोध प्रदर्शन की घोषणा करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन के अधीन क्या राज्य में कोई कामकाजी पुलिस बल बचा है? वहीँ भाजपा ने भी कोयंबटूर में सोमवार शाम प्रदर्शन किया और राज्यभर में आंदोलन की घोषणा की। पूर्व आईपीएस और प्रदेश भाजपा के नेता के.अन्नामलाई ने इस घटना को बेहद चौंकाने वाला बताया।
उन्होंने एक्स पर लिखा कि डीएमके सरकार के सत्ता में आने के बाद से महिलाओं के खिलाफ अपराधों में लगातार वृद्धि हुई है। ऐसा लगता है कि समाजविरोधी तत्वों को न तो कानून का डर है और न पुलिस का। डीएमके के मंत्री हों या पुलिस अधिकारी, सभी यौन अपराधियों की रक्षा करने में लगे हैं।
अन्नामलाई ने यह भी कहा कि डीएमके सरकार जनता की सुरक्षा के बजाय केवल अपने आलोचकों को गिरफ्तार करने में पुलिस का इस्तेमाल कर रही है। मुख्यमंत्री स्टालिन, जो पुलिस विभाग के मुखिया भी हैं, उन्हें शर्म आनी चाहिए।

टीवीके पार्टी के अध्यक्ष और सुपरस्टार विजय ने भी तंज कसते हुए कहा कि स्टालिन, अब जाग जाइए। उन्होंने कहा कि कानून-व्यवस्था और सार्वजनिक सुरक्षा कहां है? अन्ना यूनिवर्सिटी यौन उत्पीड़न मामले के घाव अभी भरे भी नहीं थे कि एक और गैंगरेप हो गया।
ज्ञात रहे कि अन्ना यूनिवर्सिटी मामले में आरोपी को हाल ही में आजीवन कारावास की सज़ा दी गई है।

मानवाधिकार आयोग की सख्त टिपण्णी
वहीँ राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) के अध्यक्ष ने भी कोयंबटूर की इस घटना को राज्य पुलिस की विफलता बताया है और सवाल किया है कि इस देश में और कितनी निर्भया?

सरकार और पुलिस ने खारिज किए बढ़ते अपराध के आरोप
विपक्ष के तमाम आरोपों को सत्तारूढ़ डीएमके और तामिलनाडू पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने ख़ारिज किया है। विपक्ष ने राज्य को जहाँ महिलाओं के लिए असुरक्षित बताया है तो वहीँ सत्ता पक्ष का कहना है कि अपराधियों के खिलाफ त्वरित और कठोर कार्रवाई की जा रही है। उनके खिलाफ फास्ट-ट्रैक अदालत में मुकदमा चलाया जा रहा है। हाल ही में अन्ना यूनिवर्सिटी मामले में हुई सज़ा को भी इसका उदाहरण बताया गया।
डीएमके प्रवक्ता डॉ. सैयद हफ़ीज़ुल्लाह ने कहा कि कई सख्त कदमों के बावजूद ऐसी दुर्भाग्यपूर्ण घटनाएं घट रही हैं। हर मामले में तुरंत कार्रवाई की जा रही है। इसे हमें देशभर में बढ़ते महिला अपराधों के व्यापक परिप्रेक्ष्य में देखना चाहिए।


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