असम गैंगरेप मामले का मुख्यारोपी पुलिस से भाग कर तालाब में डूबा, मौत
असम पुलिस का दावा है कि मुख्यारोपी तफजुल पुलिस हिरासत से भाग कर क्राइम सीन के पास तलब में कूद गया और डूब गया. घंटो की मशक्कत के बाद आरोपी के शव को पानी से बाहर निकाला गया
By : Abhishek Rawat
Update: 2024-08-24 04:42 GMT
Assam Gangrape Case: असम में 14 साल की एक बच्ची के साथ सामुहिक दुष्कर्म के मुख्यारोपी तफजुल इस्लाम की तालाब में डूबने से मौत हो गयी. पुलिस का दावा है कि तफजुल को क्राइम सीन पर ले जाया गया था, जहाँ उसने भागने की नियत से तालाब में छलांग लगा दी और पानी में डूब गया.
क्या है पुलिस का कहना
पुलिस ने इस मामले को हादसा बताया है. एसपी नागांव स्वप्ननील डेका ने बताया कि पुलिस ने इस मामले में तफजुल को गिरफ्तार किया था. गैंग रेप के इस मामले में आरोपियों की संख्या तीन थी. जब पुलिस की एक टीम तफजुल को मौका ए वारदात पर मुआयना करने के लिए रात के समय ले गयी तो उसने भागने की नियत से नजदीक ही स्थित तालाब में छलांग लगा दी. पुलिस कर्मियों ने तुरंत ही एसडीआरएफ को सूचित किया और पानी में उसकी तलाश करते रहे, जिसके बाद आरोपी का शव सुबह के समय पानी से बाहर निकला जा सका.
#WATCH | The body of the prime accused of the Dhing gang rape incident in Assam's Nagaon district, Tafazul Islam recovered from a pond. The police had earlier arrested him in connection with the case.
— ANI (@ANI) August 24, 2024
"When a police team took him last night to the spot for investigation where… pic.twitter.com/ow29EJ37j7
इसी तालाब के पास बेहोश मिली थी किशोरी
पुलिस के अनुसार गैंग रेप की पीड़ित किशोरी की उम्र 14 साल है. वो शाम के समय साइकिल पर स्वर हो कर ट्यूशन से घर लौट रही थी. रस्ते में तफजुल और उसके दो साथियों ने किशोरी को जबरन रोक कर उसे तालाब किनारे ले आये और उसका रेप किया. जब किशोरी बेहोश हो गयी तो आरोपी फरार हो गए. राहगीरों ने जब किशोरी को बेहोशी की हालत में देखा तो पुलिस को इसकी जानकारी दी और पीड़िता को अस्पताल ले जाया गया.
घटना से जनता में था रोष
किशोरी के साथ हुई गैंगरेप की घटना से असम की जनता में काफी रोष था. ये मामला धार्मिक रंग भी ले चूका था क्योंकि इसमें पीड़िता और आरोपी अलग अलग धर्म के हैं. जनता में रोष का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि राज्य के डीजीपी स्वयं पीड़ित पक्ष के पास पहुंचे और पुलिस जांच का जायजा लिया. धींग इलाके में बंद रखा गया. वहीँ ऑल असम स्टूडेंट्स यूनियन ने इस घटना को लेकर असम सरकार की आलोचना की और 12 घंटों के अन्दर आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की.
असम के लोगों पर हमला बताया था
असम के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वसर्मा ने इस घटना को असमिया लोगों पर हमला बताया था. सरमा ने जनता के सामने ये कसम खायी थी कि अपराधियों को न्याय के कटघरे में जल्द से जल्द खड़ा करेंगे.