जीटीबी अस्पताल में हत्या, गैंगवार! क्या है हाशिम बाबा और छेनू गैंग के बीच दुश्मनी, जानें

इस हत्या के पीछे हाशिम बाबा गैंग का हाथ सामने आया है, लेकिन इसमें गलतफ़हमी के चलते एक बेगुनाह की जान चली गयी. हाशिम बाबा के शूटर मारने तो आये थे छेनू गैंग के वसीम को लेकिन पेट पर बंधी पट्टी के चलते गलती से दूसरे को मार दिया.

Update: 2024-07-16 07:21 GMT

Gangwar In Delhi: जीटीबी अस्पताल में वार्ड के अन्दर गोली मार कर की गयी रियाजुद्दीन की ह्त्या के मामले में गैंग वार फिर से सामने आई है. ये गैंगवार यमुनापार के हाशिम बाबा गैंग और वसीम गैंग के बीच चली आ रही है. वसीम यमुनापार का एक उभरता हुआ गैंगस्टर है, जो छेनू पहलवान का करीबी बताया जाता है. पुलिस का दावा है कि जीटीबी अस्पताल में हाशिम बाबा के गुर्गे वसीम को ही मारने गए थे लेकिन धोखे से रियाजुद्दीन को मार दिया, जिसका इस गैंगवार से दूर दूर तक कोई नाता नहीं था. फिलहाल इस हत्या ने एक बार फिर से यमुनापार में गैंगवार का खतरा और बढ़ा दिया है. बता दें कि हाशिम बाबा कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का सिंडिकेट है तो वहीँ छेनूगैंग नीरज बवानैया और भाम्बिया गैंग का सिंडिकेट है.

वर्चस्व को लेकर एकबार फिर शुरू हुई गैंगवार

पुलिस सूत्रों का कहना है कि हाशिम बाबा गैंग यमुनापार में काफी समय से सक्रीय है, जिसका काम एक्सटोर्शन है. वो पहेल नसीर गैंग के साथ मिलकर काम करता था लेकिन कुछ समय पहले वो उससे अलग हो गया. हाशिम बाबा मंडोली जेल में बंद है. वसीम भी उसी जेल में बंद था. वसीम ने हाशिम बाबा को जान से मारने की धमकी दी और फिर जेल में उसके एक गुर्गे पर ब्लेड से हमला भी करवाया. जो सीधे सीधे एक चेलेंज था. इसके बाद वसीम अप्रैल में जेल से बाहर निकला. उधर हाशिम बाबा ने वसीम को अपने टारगेट पर लिया हुआ था. बाबा के गुर्गों ने मौका पाकर वसीम पर गोली चला दी, जो उसके पेट में लगी थी और वसीम का उपचार जीटीबी अस्पताल में चल रहा है. वसीम वहीँ भर्ती है.

पुलिस सूत्रों का कहना है कि छेनू पहलवान भी जेल में है और जेल से ही अपने गैंग को चला रहा है. संभव है कि वसीम को छेनू पहलवान का समर्थन हो और वसीम को आगे कर छेनू पहलवान हाशिम बाबा को किनारे करने की साजिश रच रहा हो.

पेट पर बंधी पट्टी को देख कर चला दी गोली

पुलिस ने जीटीबी अस्पताल में हुई हत्या के मामले में हाशिम बाबा गैंग के 2 गुर्गों को गिरफ्तार किया है. इन दोनों ने बताया कि वो वसीम को मारने पहुंचे थे. वसीम जिस वार्ड में था, उसी में रियाजुद्दीन भी भर्ती था. रियाजुद्दीन के पेट पर भी पट्टी बंधी थी, उसके पेट का ऑपरेशन हुआ था. हमलावरों ने उसे ही वसीम समझा और उस पर गोली चला दी. वसीम ने भी पुलिस को ये बयान दिया है कि हमलावर उसे ही मारने आये थे लेकिन गलतफ़हमी में दूसरे को मार कर चले गए.

पकडे गए शूटर ने पुलिस को क्या बताया

पुलिस का कहना है कि अस्पताल में हुई हत्या में शामिल चार शूटरों में से दो फैज और फरहान को गिरफ्तार कर लिया गया है. दोनों लेनी और सीलमपुर के रहने वाले हैं. इन दोनों ने पुलिस को बताया कि छेनू गैंग के वसीम ने मार्च-अप्रैल में उनके साथी पिद्दी पर जेल में हमला करवाया था. सूत्रों के मुताबिक, पिद्दी को एक अन्य कैदी ने चाकू मारा था, इस घटना में वसीम की भूमिका का खुलासा हुआ था. फैज और फरहान ने ये भी खुलासा किया है कि वसीम ने हाशिम बाबा को भी नुकसान पहुंचाने की कोशिश की थी.

पुरानी है छेनू पहलवान और हाशिम बाबा की दुश्मनी

पुलिस का कहना है कि वसीम का हाशिम बाबा के राइट हैंड समीर बाबा के साथ भी झगड़ा हुआ था. समीर वही है, जिसने हाल ही में पूर्वी दिल्ली में कई जगहों पर गोलीबारी की थी. शक जताया जा रहा है कि हाशिम ने उसे वसीम को खत्म करने का काम समीर को सौंपा था. वसीम दिल्ली के जीटीबी अस्पताल में भर्ती था. हाशिम गैंग की योजना उसे खत्म कर देने की थी. पर कहते हैं ना कि 'जाको राखे साईंया, मार सके न कोय'. बिल्कुल यही हुआ वसीम के साथ. वह तो बच गया लेकिन गलती से रियाजुद्दीन नाम का मरीज, जिसका किसी गैंग या गैंगस्टर से कोई तालल्कु तक नहीं था, वह इस गैंगवार में मारा गया.


हाशिम बाबा कौन है?

हाशिम बाबा दिल्ली का एक नामी गैंगस्टर है. वो पिछले चार साल से दिल्ली की मंडोली जेल में बंद है. उस पर हत्या, रंगदारी जैसे कई मामले दर्ज हैं. चार साल पहले तक हाशिम बाबा मोस्ट वांटेड था और उसकी गिरफ्तारी पर 6 लाख रुपए का इनाम था. 2020 में स्पेशल सेल ने उसे एनकाउंटर के बाद गिरफ्तार कर लिया था. हाशिम बाबा की कहानी पूरी फ़िल्मी है. वो एक समय पर सड़क किनारे बेल्ट बेचने का काम करता था. वो जल्द अमीर और इलाके में दबदबा रखने वाला बनना चाहता था. इस बीच उसकी नासिर और नाजिम दो भाइयों से हुई और फिर इन तीनों ने मिलकर अपना ही गैंग बना लिया. ये लोग हत्या, हत्या का प्रयास जैसे अपराधों में लिप्त हुए और फिर एक्सटोर्शन करने लगे. हाशिम बाबा संजय दत्त का बहुत बड़ा फैन है और इसलिए लम्बे बाल रखता है. इसके अलावा वो दाउद की तरह बनना चाहता है. इसलिए उसने अपने गैंग का नाम बी कंपनी रखा है.


छेनू पहलवान पर कड़कड़डूमा कोर्ट में चलवाई थी गोलियां

पुलिस का कहना है कि नासिर और हाशिम बाबा गैंग ने 2015 में कड़कड़डूमा अदालत के कोर्ट रूम के अन्दर छेनू पहलवान पर गोलियां चलवायीं थी. चेंनु बुरी तरह से घायल हो गया था लेकिन डॉक्टरों ने उसे बचा लिया. इनकी दुश्मनी 2011 से ही शुरू हो गयी थी. दुश्मनी के पीछे प्रॉपर्टी, सट्टा, जबरन वसूली जैसे धंधे थे. छेनू और हाशिम बाबा गैंग के बीच वर्चस्व को लेकर दुश्मनी चली आ रही है, जो कभी न खत्म होने वाली जंग का रूप ले चुकी है.

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