दिल्ली के अस्पताल में भर्ती था हाथरस कांड का मुख्यारोपी मधुकर
पुलिस को फोन कर दी दिल्ली के अस्पताल में होने की सूचना, पुलिस टीम ने दिल्ली पहुँच कर किया मधुकर को गिरफ्तार, मधुकर की गिरफ्तारी पर था 1 लाख रूपये का इनाम
Hathras Stampede: हाथरस भगदड़ कांड के मुख्यारोपी और भोले बाबा साकार हरी के सत्संग के मुख्यआयोजनकर्ता प्रकाश मधुकर को यूपी पुलिस की एसआईटी ने दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया है. बाबा के वकील एपी सिंह का ये दावा है कि मधुकर ने खुद पुलिस के सामने सरेंडर किया है, जिसके लिए खुद एपी सिंह ने यूपी एसटीएफ को फोन करके सूचना दी थी. मधुकर दिल्ली के नजफगढ़ जोन में स्थित एक अस्पताल में था, जब ये गिरफ्तारी हुई. बता दें कि 2 जुलाई से ही मधुकर की तलाश जारी थी और उसकी गिरफ्तारी पर यूपी पुलिस ने 1 लाख रूपये का इनाम घोषित किया था.
अस्पताल में चल रहा था इलाज
प्रकाश मधुकर को दिल्ली के अस्पताल से गिरफ्तार किया गया है. प्रकाश मधुकर दिल्ली के अस्पताल में भर्ती था. शुक्रवार को उसका ईसीजी हुआ, जो नार्मल आया. उसके बाद ही वकील एपी सिंह ने यूपी पुलिस को सूचना दी.
Hathras stampede main suspect surrenders, says Advocate AP Singh
— ANI Digital (@ani_digital) July 5, 2024
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प्रकाश मधुकर से चल रही है पूछताछ
यूपी पुलिस ने प्रकाश मधुकर को गिरफ्तार करने के बाद हिरासत में ले लिया है और उससे पूछताछ की जा रही है. फिलहाल उससे 2 जुलाई को हुई घटना के बारे में पूछा जा रहा है. उससे सत्संग के आयोजन को लेकर भी पूछा जा रहा है कि ये सत्संग कराने के लिए कितने दिन पहले योजना बनी थी. कौन कौन लोग इसे कराने में शामिल थे. क्या बाबा भी सत्संग कराने वालों में से एक थे, मतलब बाबा के कहने पर ही वहां सत्संग कराया गया था या फिर बाबा को महज सत्संग करने के लिए बुलाया गया था.
घटना के बाद जब मधुकर ने बाबा को फोन किया तो क्या बताया था और बाबा ने क्या कहा था? किसके आदेश पर पुलिस को भगदड़ मचने के बाद भी बचाव कार्य करने नहीं दिया जा रहा था? बाबा के चरणों की धूल के लिए लोगों को खुद बाबा ने कहा है या फिर लोग खुद ऐसा करते हैं. पुलिस सूत्रों का कहना है कि इस तरह के कई सवाल मधुकर से किये जा रहे हैं.
इससे पहले छह सेवादारों को किया गया था गिरफ्तार
हाथरस भगदड़ कांड में मधुकर की गिरफ्तारी से पहले यूपी पुलिस ने 6 सेवादारों को गिरफ्तार किया था, जिनमें 4 पुरुष और 2 महिलाएं थीं. उनकी पहचान राम लड़ैते, उपेंद्र सिंह, मेघ सिंह, मुकेश कुमार, मंजू यादव और मंजू देवी के रूप में हुई.
पेशे से इंजिनियर है मधुकर
वकील एपी सिंह का कहना है कि मधुकर पेशे से इंजिनियर है. इस भगदड़ कांड में उसके अपनों की भी मौत हुई है. वो हार्ट पेशेंट है और इस घटना से काफी दुखी है. उसका अस्पताल में उपचार चल रहा था. जैसे ही वो स्टेबल हुआ और उसकी ईसीजी रिपोर्ट सही आई तो हमारी तरफ से पुलिस को सुचना दे दी गयी, ताकि मधुकर सरेंडर कर सके.
एसआईटी के सामने दर्ज हो चुके हैं 90 लोगों के बयान
इस भगदड़ कांड में गठित की गयी एसआईटी की मुखिया आगरा जोन की एडीजी अनुपम कुलश्रेष्ठ ने बताया कि हाथरस में भगदड़ मामले की जांच कर रही एसआईटी ने अब तक 90 लोगों के बयान दर्ज किए हैं. अभी जाँच जारी है.