नोएडा की सड़कों पर वीआईपी कल्चर को 'न न न न रे न रे न'

उत्तर प्रदेश में वीआईपी कल्चर के खिलाफ छेड़े गए अभियान के तहत नोएडा और ग्रेटर नोएडा में पुलिस ने 5400 से अधिक वाहनों से लाल - नीली बत्ती और हूटर हटाये. इसके अलावा तक़रीबन इतनी ही संख्या में लोगों के चालान भी किये गए.

Update: 2024-06-26 07:28 GMT

Action against VIP Culture: उत्तर प्रदेश में वीआईपी कल्चर के खिलाफ छेड़े गए अभियान के तहत नोएडा और ग्रेटर नोएडा में पुलिस ने 5400 से अधिक वाहनों से लाल - नीली बत्ती और हूटर हटाये. इसके अलावा तक़रीबन इतनी ही संख्या में लोगों के चालान भी किये गए. चालान किये गए वाहनों की श्रेणी में ऐसे वाहन भी थे जिन पर जाति या समुदाय को लेकर भी लिखा हुआ था. इतना ही नहीं लगभग 370 वाहन ऐसे थे, जिन पर पुलिस के निशान वाले स्टीकर भी लगे हुए थे. पुलिस ने सभी को ये हिदायत दी है कि वाहन चालते समय वीआईपी न बनें.

15 दिनों तक चलाया गया वीआईपी कल्चर के खिलाफ अभियान

योगी सरकार द्वारा दिए गए निर्देश के बाद प्रदेश में वीआईपी कल्चर के खिलाफ व्यापक स्तर पर अभियान चलाया गया. गौतमबुद्ध नगर जिले की पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह के दिशा निर्देश पर 11 जून से 25 जून तक अभियान चलाया गया. जिसमें ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई की गयी जो अपनी गाड़ियों पर लाल - नीली बत्ती, हूटर लगा कर निकलते हैं. इतना ही नहीं कई वाहन ऐसे भी पाए गए, जिन पर जाति और धर्म लिखे थे.

इस मामले में डीसीपी (यातायात) अनिल कुमार यादव के अनुसार इस अभियान का उद्देश्य वाहनों पर लाल और नीली बत्ती, हूटर, सायरन और पुलिस कलर के इस्तेमाल पर बैन करना था. अनुबंधित वाहनों को छोड़कर ‘यूपी सरकार’ और ‘भारत सरकार’ के चिह्नों वाले वाहनों पर भी एक्शन लिया गया है.

1600 से अधिक वाहन चालकों के खिलाफ किया गया मामला दर्ज

पुलिस के अनुसार नोएडा ट्रैफिक पुलिस ने बड़े पैमाने पर कार्रवाई की है. इसके मद्देनजर हूटर, सायरन और लाल-नीली बत्ती के अनाधिकृत इस्तेमाल के लिए कुल 1,604 केस दर्ज किए गए. वाहनों पर पुलिस के स्टीकर लगाने के दुरुपयोग के लिए 371 चालान किये गए हैं. इसके अलावा 3,430 वाहनों पर जाति और समुदाय के बारे में लिखा था, इस संख्या में वो वाहन भी शामिल हैं, जिन पर अनधिकृत तौर पर सरकाई चिन्ह लगे हुए थे. पुलिस का कहना है कि इस अभियान के तहत 15 दिनों में विभिन्न यातायात मामलों के चलते 5,405 चालान किये गए हैं.

पुलिस ने ये भी कहा है कि ये कार्रवाई सिर्फ 15 दिनों के लिए नहीं थी बल्कि लगातार जारी रहेगी ताकि सड़कों पर अनुशासन बना रहे और लोग सुरक्षित रहे. 

Tags:    

Similar News