कटोरा लो भीख मांग कर खाओ, तानों से परेशान बुजुर्ग दंपति ने की खुदकुशी
राजस्थान के नागौर जिले की यह घटना सुन आप का भरोसा रिश्तों से उठ सकता है। बेटे और बहू के तानों से परेशान बुजुर्ग दंपति मे मौत को गले लगा लिया।
Nagaur Suicide Case: जब उनके घर बेटों के पैदा पर शहनाई बजी होगी तो उस मां और बांप ने जाने कितने सपने देखे होंगे। बेटे, बुढ़ापे का सहारा बनेंगे। मुश्किल वक्त में कभी हाथ नहीं छोड़ेंगे। लेकिन बेटों ने रिश्ते को शर्मसार कर दिया। बेटे कितने संगदिल हो सकते हैं उसके बारे में जब जिक्र करेंगे तो आप कह उठेंगे कि पूत कपूत तो का धन संचय, पूत सपूत तो का धन संचय। बेटे और बहू कहते हैं कि कटोरा ले लो और मांग कर खाओ। बता दें कि बेटे-बहू और बेटियों के तानों से तंग उन दोनों खुदकुशी कर ली। यह सब कुछ दुनिया के सामने भी नहीं आता यदि उन्होंवे सुसाइड नोट ना छोड़ा होता। मामला राजस्थान के नागौर जिले का है। हजारी राम बिश्नोई और उनकी पत्नी चावली देवी अब इस दुनिया में नहीं है। खुदकुशी से पहले उन्होंने खत को दीवाल पर चस्पा कर रखा था।
सुसाइड नोट के मुताबिक हजारी राम बिश्नोई और चावली देवी का भरा पूरा परिवार था। दो बेटे उनकी पत्नियां और दो बेटियों ने अपने माता पिता को परेशान, प्रताड़ित और मारपीट किया करते थे। दंपति सारे कष्ट को सहते रहे। लेकिन एक समय के बाद उन्हें लगा कि जान देने से बेहतर और दूसरा रास्ता नहीं है। बुजर्ग दंपति नागौर शहर के करणी कॉलोनी में रहते थे। 10 अक्टूबर की सुबह घर के चौक में बने पानी के टैंक में लाश मिली थी। दोनों की उम्र 70 और 68 साल थी। मौके पर पुलिस पहुंची और दोनों को अस्पताल ले जाया गया। लेरिन सांस का जिस्म से नाता टूट चुक था। खास बात यह है कि अपने माता पिता की खुदकुशी की जानकारी उनके बेटे ने दी थी।
हजारीराम खुद फौज से रिटायर हुए थे। उनका बड़ा बेटा बीएसएफ में और छोटा बेटा गुजरात में किसी प्राइवेट कंपनी में जॉब करता है। जमीन विवाद की वजह से दोनों बेटे अपने मां बाप से अलग हो गए थे। इलाके के लोगों ने जब दो दिन से हाजीराम बिश्नोई को नहीं देखा तो बेटे को जानकारी दी। बेटे ने पुलिस को बताया उसके माता पिता दो दिन से लापता है। लेकिन जब पुलिस मौके पर पहुंची तो घर के अंदर पानी का टैंक देखा और उसमें हाजीराम बिश्वोई और उनकी पत्नी के शव मिले।