मुख्य आयोजनकर्ता के सरेंडर के बाद प्रकट हुआ साकार हरी भोले बाबा

बाबा ने दावा किया है कि '2 जुलाई को हुई घटना के बाद हम बहुत व्यथित हैं. मैंने अपनी सदस्यों से अनुरोध किया है कि वो शोक संतिप्त परिवारों और घायलों की मदद करें.

Update: 2024-07-06 07:05 GMT

Hathras Stampede: हाथरस में हुए भगदड़ कांड के चार दिन बाद इस पुरे मामले की अहम कड़ी सूरजपाल उर्फ़ साकार हरी भोले बाबा ने मीडिया के सामने आकर बयान दिया है. बाबा ने दावा किया है कि '2 जुलाई को हुई घटना के बाद हम बहुत व्यथित हैं. मैंने अपनी सदस्यों से अनुरोध किया है कि वो शोक संतिप्त परिवारों और घायलों की मदद करें. बाबा मैनपुरी में हैं. बाबा ने अपने बयान के माध्यम से ये इशारा किया है कि ये हादसा एक षड्यंत्र है.

उत्तर प्रदेश पुलिस में सिपाही के पद से त्यागपत्र देकर अध्यातम गुरु बने सूरजपाल उर्फ़ साकार हरी भोले बाबा का ब्यान शनिवार को मीडिया के सामने आया. लगभग ढाई मिनट के इस विडियो में आधा मिनट तक बाबा ने मौन धारण किया. बाबा ने मीडिया के सामने ये बयान दिया है कि '' हम 2 जुलाई की घटना के बाद बहुत ही व्यथित हैं. प्रभु हमें इस दुख की घड़ी से उभरने की शक्ति दे. सभी शासन और प्रशासन पर भरोसा बनाए रखें. हमें विश्वास है कि जो भी उपद्रवकारी हैं, उनको बख्शा नहीं जाएगा. मैंने अपने वकील ए.पी. सिंह के माध्यम से समिति के सदस्यों से अनुरोध किया है कि वे शोक संतप्त परिवारों और घायलों के साथ खड़े रहें और जीवन भर उनकी मदद करें."

मुख्य आयोजनकर्ता की गिरफ्तारी के बाद आया बाबा का बयान

साकार हरी भोले बाबा का ये बयान आज उस समय आया है, जब चंद घंटे पहले की उनके करीबी और हाथरस में आयोजित किये गए सत्संग के मुख्य आयोजनकर्ता प्रकाश मधुकर को यूपी एसआईटी ने गिरफ्तार किया है. मधुकर दिल्ली के नजफगढ़ में एक अस्पताल में भर्ती था, जहाँ उसके कुछ टेस्ट हुए. बाबा के वकील एके सिंह ने कहा कि जैसे ही मधुकर की रिपोर्ट सही आई, वैसे ही मामले की जानकारी यूपी पुलिस की एसआईटी को दे दी गयी, जिसके बाद पुलिस ने दिल्ली पहुँच कर मधुकर को गिरफ्तार कर लिया. मधुकर के वकील एपी सिंह ने कहा कि "हमने वादा किया था कि हम अग्रिम जमानत के लिए आवेदन नहीं करेंगे, क्योंकि हमने कोई गलत काम नहीं की है. हमारा अपराध क्या है? वो दिल का मरीज है. डॉक्टरों ने कहा कि उसकी हालत अब स्थिर है, और इसलिए हमने जांच में शामिल होने के लिए आज आत्मसमर्पण कर दिया."

बाबा के वकील ने कहा कि जाँच में करेंगे सहयोग

नारायण साकर हरि भोले बाबा पिछले 5 दिनों से गायब थे. वो किस आश्रम में थे वो मीडिया और आम जनता को नहीं पता था. हालांकि, उनके वकील एपी सिंह ने शुक्रवार को कहा था कि वे जांच में सहयोग करेंगे। उन्होंने कहा, "हमारे पास पीड़ितों की जिलेवार सूची है और नारायण साकर हरि का ट्रस्ट भगदड़ में मारे गए लोगों के परिवारों की शिक्षा, स्वास्थ्य और शादी के खर्च का ध्यान रखेगा."

एसआईटी की प्रारंभिक रिपोर्ट

हाथरस में 'सत्संग' के लिए ढाई लाख से ज़्यादा श्रद्धालु जुटे थे. भगदड़ तब मची जब इसमें शामिल होने वाले लोग उस जगह की ज़मीन पर "धूल इकट्ठा करने लगे" जहाँ से भोले बाबा की गाड़ी गुज़री थी. इसके परिणामस्वरूप हुई अफ़रातफ़री में पुरुष, महिलाएँ और बच्चे एक-दूसरे के ऊपर गिर गए, जिसके परिणामस्वरूप कई लोगों की मौत हो गई.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सौंपी गयी प्रारंभिक रिपोर्ट

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भगदड़ पर विशेष जांच दल (एसआईटी) की प्रारंभिक रिपोर्ट से अवगत कराया गया. भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की विभिन्न धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की गई. एसआईटी ने अब तक 90 व्यक्तियों के बयान दर्ज किए हैं. राज्य सरकार ने एक सेवानिवृत्त उच्च न्यायालय के न्यायाधीश की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग का भी गठन किया है.

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