चीनी कंपनी के साथ मिलकर ये क्या कर रहा था यू ट्यूबर बॉबी कटारिया पुलिस ने किया पर्दाफाश
हरियाणा पुलिस ने मशहूर यूटूबर बॉबी कटारिया को कबूतरबाजी के आरोप में गिरफ्तार किया है. आरोप है कि बॉबी कटारिया एक चीनी कंपनी के लिए काम कर रहा था, जो साइबर फ्रॉड में लिप्त है.
Bobby Katariya arrested: हरियाणा पुलिस ने मशहूर यूटूबर बॉबी कटारिया को कबूतरबाजी के आरोप में गिरफ्तार किया है. आरोप है कि बॉबी कटारिया एक चीनी कंपनी के लिए काम कर रहा था, जो साइबर फ्रॉड में लिप्त है. कटारिया भारत के युवाओं को विदेश में नौकरी दिलाने के नाम पर उनसे लाखों रूपये वसूल रहा था और विदेश में उन लोगों को बंधक बना कर उनसे साइबर ठगी का काम करवाया जा रहा था. गुरुग्राम पुलिस का दावा है कि बॉबी कटारिया ने अपने यू ट्यूब और इन्स्टाग्राम चैनल पर विदेश में नौकरी दिलाने का विज्ञापन दिया था, उसी को देख कर कई राज्यों के युवाओं ने सम्पर्क किया था.
एनाईए के रडार पर आया था ये रैकेट
पुलिस सूत्रों के अनुसार इस मामले की जानकारी जब लाओस में स्थित भारतीय दूतावास को हुई तो इस विषय में भारत में एनआईए को भी जानकारी दी गयी. जिसके बाद एनआईए ने अपने स्तर पर इस जानकारी को और डेवेलप किया और फिर कुछ पीड़ितों का पता लगाया. तब कहीं जाकर बॉबी कटारिया के खिलाफ शिकायत करता सामने आ पाए हैं.
दो युवकों ने दी पुलिस को शिकायत
पुलिस के अनुसार बॉबी कटारिया के साथ और भी लोग शामिल हैं. ये लोग भारत के युवाओं को लाओस भेजते थे. वहां पर इन लोगों को एक जगह पर बंधक बना लिया जाता था और फिर एक कॉल सेंटर नुमा सेट अप के माध्यम से अमेरिकी नागरिकों के साथ साइबर ठगी करायी जाति थी. यू-ट्यूबर बॉबी कटारिया उर्फ बलवंत को गुरुग्राम पुलिस ने सोमवार को कबूतरबाजी के आरोप में अरेस्ट किया. पुलिस को इसके खिलाफ उत्तर प्रदेश के फतेहपुर निवासी अरुण कुमार ने दी. अरुण ने सोमवार को अपने दोस्त मनीष तोमर के साथ गुरुग्राम के बजघेड़ा थाणे में आकर पुलिस को शिकायत दी कि कुछ समय पहले उसने इंस्टाग्राम व यू-ट्यूब पर बॉबी कटारिया के विदेश में नौकरी दिलाने के दावे वाली ऐड देखी थी. जब इन लोगों ने बॉबी के विज्ञापन पर दिए गए नंबर पर संपर्क किया तो उसने कहा कि मैं विदेश में नौकरी लगवाता हूं. दोनों युवकों का कहना है कि वे सोशल मीडिया पर बॉबी कटारिया के विडियो देखते रहते थे, इसलिए उन्हें भरोसा हो गया. एक फरवरी 2024 को अरुण सेक्टर-109 में स्थित बॉबी के ऑफिस आया.
दुबई में नौकरी लगवाने का किया दावा
अरुण और मनीष ने पुलिस को बताया कि बॉबी कटारिया ने दावा किया कि वो यूएई में नौकरी लगवा देगा. उसने दो हजार रुपये लेकर रजिस्ट्रेशन करवा लिया. इसके बाद 13 फरवरी को पीड़ित ने अपने खाते से बॉबी कटारिया की कंपनी एमबीके ग्लोबल वीजा प्राइवेट लिमिटेड के खाते में 50 हजार रुपये ऑनलाइन ट्रांसफर किए. 14 मार्च को बॉबी ने इसे कहा कि वो अंकित शौकीन नाम के व्यक्ति के खाते में 1 लाख रुपये ट्रांसफर कर दे. पीड़ित ने वो भी कर दिए. फिर बॉबी के एजेंट शौकीन ने वॉट्सएप के जरिये अरुण को लाओस की टिकट भेजी. टिकट 28 मार्च की थी. पीड़ित 28 मार्च को एयरपोर्ट पहुंचा, यहाँ उसने 50 हजार रुपयों को डॉलर में एक्सचेंज कराया और लाओस देश की फ्लाईट में बैठ गया.
दूसरे पीड़ित मनीष तोमर ने पुलिस को बताया कि वो भी 10 जनवरी को बॉबी कटारिया के ऑफिस पहुंचा. बॉबी ने उसे सिंगापुर में नौकरी दिलाने का झांसा दिया. मनीष से भी रजिस्ट्रेशन के नाम पर पहले 2 हजार रुपये जमा कराये गए. बाद में अलग अलग ट्रांजेक्शन में ढाई लाख से ज्यादा रूपये वसूल लिए. मनीष तोमर को भी 28 मार्च की लाओस की टिकट भेजी गयी और वो 50 हजार रुपये के डॉलर एक्सचेंज कराकर फ्लाईट में बैठ गया.
दोनों पीड़ितों ने पुलिस को बताया कि वो लोग वेल्टाईन लाओस एयरपोर्ट पर पहुंचे, जहाँ अभी नामक के व्यक्ति मिला. अभी ने दोनों को एक होटल में ठहरा दिया. अगले दिन इन्हें नावलुई ट्रेन की टिकट देकर वहां से टैक्सी के माध्यम से गोल्डन ट्रायंगल छुड़वा दिया. इन दोनों को अंकित शौकीन और नितीश शर्मा उर्फ रॉकी वहां पर मिले.
चाइना की कंपनी के साथ मिल कर चला रहे हैं ये गोरख धंधा
गुरुग्राम पुलिस को दी अपनी शिकायत में दोनों पीड़ितों ने ये दावा किया है बॉबी कटारिया गैंग की सांठगाँठ किसी चीनी कंपनी से है, क्योंकि इन दोनों को एक चाइनीज कंपनी में ले जाया गया. वहां पहुँचते ही इन दोनों को बहुत बुरी तरह से पीटा गया. इनका सामान व पासपोर्ट छीन लिया गया. उस कंपनी में कॉल सेंटर बना हुआ था, जो अमेरिका के लोगों के साथ ठगी कर रहे थे. इन दोनों को भी इस काम के लिए मजबूर किया गया और ये भी धमकी दी कि अगर बात नहीं मानी तो कभी घर वापस नहीं जा पाओगे.
भाग कर किया भारतीय दूतावास से सम्पर्क
दोनों पीड़ितों ने ये दावा किया है कि वे दो दिन तक चुपचाप उस कंपनी में किसी तरह से पड़े रहे. तीसरे दिन मौका पाकर वे लोग वहां से भाग निकले और फिर भारतीय दूतावास पहुंचे. अपनी सारी बात बताई और फिर भारतीय दूतावास की मदद से भारत वापस लौटे. दोनों का दावा है कि लाओस की उस चीनी कंपनी में लगभग 150 भारतीयों को साइबर फ्रॉड में धकेला हुआ है. इनमें महिलाएं भी शामिल हैं. इस चीनी कंपनी के लिए बॉबी कटारिया जैसे कई और एजेंट काम करते हैं, जो भारत से मानव तस्करी कर यहाँ से युवाओं को वहां भेजते हैं.
बॉबी कटारिया पर दर्ज हैं 7 एफआईआर
पुलिस का कहना है कि यू-ट्यूबर बॉबी कटारिया अक्सर चर्चा में रहते हैं. उसके खिलाफ गुरुग्राम में 7 एफआईआर दर्ज हैं. ये केस लूट का प्रयास, मारपीट, रंगदारी, ठगी, जातिसूचक शब्द कहने आदि के हैं.