अनुराग ठाकुर ने फोड़ा सवाल बम, 'AAP के पोस्टर से आतिशी गायब क्यों?'
Delhi election: दिल्ली में पार्टियां एक-दूसरे पर तोहमत मड़ने का कोई भी मौका नहीं छोड़ रही हैं. इसी कड़ी में बीजेपी सांसद अनुराग ठाकुर ने आप की कड़ी आलोचना की है.;
Delhi Assembly election: दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए मतदान 5 फरवरी को होगा. वहीं, बाद 8 फरवरी को नतीजे आएंगे. इस केंद्र शासित प्रदेश में साल 2013 से आम आदमी पार्टी (AAP) सत्ता में काबिज है. वहीं, 15 साल से दिल्ली में राज करने वाली कांग्रेस राष्ट्रीय राजधानी में सबसे बुरे दौर से गुजर रही है. वहीं, साल 1998 से सत्ता से बाहर बीजेपी (BJP) लगातार वापसी के प्रयास कर रही है. हालांकि, साल 2025 का चुनाव तीनों की पार्टियों के लिए काफी अहम है. बीजेपी (BJP) जहां इस बार अपना सूखा खत्म करने की कवायद है. वहीं, कांग्रेस के लिए अस्तित्व को बचाने की लड़ाई है. जबकि AAP लगातार तीसरी बार जीत का हैट्रिक लगाने की फिराक में है. हालांकि, इस बार भी मुख्य मुकाबला आप और बीजेपी (BJP) के बीच में ही देखने को मिल रहा है. इसी बीच तीनों ही पार्टियां एक-दूसरे पर तोहमत मड़ने का कोई भी मौका नहीं छोड़ रही हैं. इसी कड़ी में बीजेपी (BJP) सांसद अनुराग ठाकुर (Anurag Thakur) ने आप की कड़ी आलोचना की है.
अनुराग ठाकुर (Anurag Thakur) ने उन्होंने दावा किया कि आप ने दिल्ली में अपने चुनावी पोस्टरों में मुख्यमंत्री और पार्टी नेता आतिशी को नहीं दिखाया है. इतना ही नहीं अनुराग ठाकुर (Anurag Thakur) ने पूछा कि दिल्ली में चुनाव प्रचार के दौरान AAP के विज्ञापन होर्डिंग्स पर CM आतिशी का चेहरा क्यों नहीं है?
इसके अलावा पूर्व केंद्रीय मंत्री (Anurag Thakur) ने AAP को 'आपदा' कहा, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा गढ़ा गया शब्द है और AAP की राज्यसभा सदस्य स्वाति मालीवाल के साथ मारपीट के मामले का संदर्भ देते हुए इसे महिला विरोधी बताया.
'आतिशी अस्थायी CM हैं': AAP
दरअसल, अरविंद केजरीवाल की नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी (AAP) ने बार-बार कहा है कि पिछले साल सितंबर में केजरीवाल के चौंकाने वाले इस्तीफे के बाद उनकी जगह लेने वाली आतिशी केवल एक 'अस्थायी' CM हैं.
बता दें कि दिल्ली आबकारी नीति मामले में मार्च 2024 में आप सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार किया गया था. वहीं, जब उन्हें सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिली थी तो केजरीवाल ने घोषणा की कि वह लोगों से 'ईमानदारी का प्रमाण पत्र' मिलने के बाद ही कोई पद स्वीकार करेंगे. इसके बाद AAP के राष्ट्रीय संयोजक ने इस्तीफा दे दिया था. जिससे बाद उनकी मंत्री आतिशी को दिल्ली का CM बनाया गया था.
हालांकि, आलोचकों ने कहा था कि सुप्रीम कोर्ट की जमानत शर्तों का प्रभावी रूप से मतलब है कि केजरीवाल मुख्यमंत्री के रूप में काम नहीं कर सकते थे, जिससे उनके पास पद छोड़ने के अलावा कोई विकल्प नहीं है.