केजरीवाल ने दबाई सच्चाई, CAG रिपोर्ट ने किया उजागर, 'शीश महल' पर 80 करोड़ खर्च! BJP का दावा
BJP alleged Kejriwal: बीजेपी ने दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर उनके सरकारी आवास के रेनोवेशन से जुड़ी वित्तीय अनियमितताओं का आरोप लगाया है.;
Delhi Assembly election: दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) के सरकारी आवास को लेकर विवाद खत्म होता हुआ नजर नहीं आ रहा है. दिल्ली विधानसभा चुनाव सामने हैं और ऐसे में बीजेपी और कांग्रेस इस मुद्दे को तूल देने का कोई भी मौका नहीं छोड़ना चाहती हैं. खासकर केजरीवाल के सरकारी आवास, जिसे शीशमहल (Sheesh mahal) के नाम से जाना जा रहा है. इसको लेकर नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (CAG) की रिपोर्ट सामने आने के बाद अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) पर कोविड-19 महामारी के दौरान वित्तीय अनियमितताओं के आरोप लगने शुरू हो गए हैं.
बीजेपी (BJP) ने सोमवार को दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) पर फ्लैगस्टाफ रोड स्थित उनके सरकारी आवास (Sheesh mahal) के रेनोवेशन से जुड़ी वित्तीय अनियमितताओं का आरोप लगाया. नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (CAG) की रिपोर्ट का हवाला देते हुए भाजपा (BJP) ने दावा किया कि इसने खर्च के बारे में 139 सवाल उठाए हैं और आरोप लगाया कि इसक वजह से "उनके काले कारनामों को उजागर किया है.
भाजपा (BJP) दिल्ली अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने आरोप लगाया कि 2022 की सीएजी रिपोर्ट में "शीश महल" नामक आवास पर 33.86 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान लगाया गया है. हालांकि, उन्होंने दावा किया कि वास्तविक लागत काफी अधिक थी. सचदेवा ने कहा कि यह रिपोर्ट 2022 तक के खर्च से संबंधित है. साल 2023 और 2024 के खर्चों पर कोई खुलासा नहीं किया गया है और हमारी जानकारी के अनुसार, बंगले में मौजूद वस्तुओं की सूची को शामिल करने पर वास्तविक लागत 75-80 करोड़ रुपये तक पहुंच जाती है.
वहीं, भाजपा (BJP) के राष्ट्रीय प्रवक्ता सीआर केसवन ने केजरीवाल (Arvind Kejriwal) पर पिछले एक दशक में दिल्ली के लोगों को धोखा देने, सरकार को दिवालिया बनाने और भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने का आरोप लगाया. केशवन की टिप्पणी कैग (CAG) की रिपोर्ट के बाद आई है. इस रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि मुख्यमंत्री के आधिकारिक आवास, जिसे "शीश महल" कहा जाता है, के जीर्णोद्धार की कुल लागत 33.66 करोड़ रुपये हो गई है. जो कि शुरुआती अनुमान 7.9 करोड़ रुपये से कहीं अधिक है.
केशवन ने ANI के हवाले से कहा कि अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने सच्चाई को दबा दिया है और अब एक बदनाम और बेईमान 'शीश महल' (Sheeshmahal) वाले व्यक्ति में बदल गए हैं. वह AAP के धोखाधड़ी को कभी नहीं छिपा सकते. CAG ऑडिट ट्रेल विस्फोटक रहा है और इसने AAP को उजागर कर दिया है. AAP सरकार ने करदाताओं के पैसे के 33.6 करोड़ रुपये 'शीश महल' (Sheeshmahal) में खर्च किए हैं. वह भी कोविड के दौरान, जब लोग जीवित रहने के लिए संघर्ष कर रहे थे. AAP और केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने दिल्ली के लोगों को धोखा दिया है. उन्होंने दिल्ली सरकार को दिवालिया बना दिया है और एक दशक की आपदा में घोटाले करके लाभ उठाया है.
केसवन ने यह भी भरोसा जताया कि दिल्ली के मतदाता आगामी विधानसभा चुनावों में AAP को नकार देंगे. उन्होंने कहा कि दिल्ली के लोगों को एहसास हो गया है कि AAP ने शासन को पटरी से उतार दिया है. वे AAP को इतिहास के कूड़ेदान में फेंक देंगे और भाजपा (BJP) को सरकार बनाने का आशीर्वाद देंगे, जिससे यह सुनिश्चित होगा कि दिल्ली हमारे देश की विकास गाथा में अपनी सही भूमिका निभाए.
CAG की रिपोर्ट के अनुसार, साल 2020 में शुरू हुए जीर्णोद्धार में 28.9 लाख रुपये की कीमत वाली 88 इंच की OLED टीवी, 43.9 लाख रुपये की कीमत वाली 10 अन्य OLED टीवी, 3.2 लाख रुपये की कीमत वाला एक हाई-एंड रेफ्रिजरेटर और 19.5 लाख रुपये की कीमत वाली जकूज़ी, सौना और स्पा जैसी लग्जरी चीजें शामिल थीं. जीर्णोद्धार में सात सर्वेंट क्वार्टर भी शामिल थे, जिनकी कीमत 19.8 करोड़ रुपये थी. भाजपा और कांग्रेस ने आगामी दिल्ली चुनावों में इस घोटाले को एक प्रमुख मुद्दे के रूप में भुनाया है. दोनों दलों ने केजरीवाल (Arvind Kejriwal) पर ऐसे महत्वपूर्ण समय में सार्वजनिक धन का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया है, जब आम नागरिक महामारी के आर्थिक प्रभाव से जूझ रहे थे.