दिल्ली चुनाव में इंडिया ब्लॉक बनाम कांग्रेस, बिखरने की कगार पर गठबंधन
Delhi election: इंडिया ब्लॉक के बिखराव की कहानी महज दिल्ली विधानसभा चुनाव से शुरू नहीं होती है.;
Delhi Assembly election: राजनीति की बिसात ही कुछ ऐसी है कि कब दोस्त दुश्मन और कब दुश्मन दोस्त बन जाएं. सब कुछ समय पर निर्भर करता है साहब. समीकरण के हिसाब से राजनीतिक दल पाला बदलती हैं. ऐसा ही कुछ नजारा इन दिनों विपक्षी इंडिया गठबंधन (India Alliance) में देखने को मिल रहा है. लोकसभा चुनाव के दौरान बीजेपी को हार का घूंट पिलाने के लिए इकट्ठा हुए इंडिया ब्लॉक (India Block) के सहयोगी दल आज बिखरने की कगार पर आ चुके हैं. यहां तक कि आज जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने तो यहां तक कह दिया कि अगर गठबंधन सिर्फ लोकसभा चुनाव के लिए है तो इसे खत्म कर देना चाहिए.
बता दें कि इंडिया ब्लॉक (India Block) के बिखराव की कहानी महज दिल्ली विधानसभा चुनाव (Delhi Assembly election) से शुरू नहीं होती है. इसकी कवायद हरियाणा और महाराष्ट्र जैसे बड़े राज्यों में कांग्रेस (Congress) की हार के साथ शुरू हुई थी. विधानसभा चुनाव निपटने के बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और TMC सुप्रीमो ममता बनर्जी ने तो इशारों में यह कह दिया था कि अगर कांग्रेस (Congress) गठबंधन (India Alliance) के नेतृत्व की जिम्मेदारी सही तरह से नहीं निभा पा रही है तो वह इसके लिए तैयार हैं. उनकी बातों का समर्थन कई क्षेत्रीय नेताओं ने भी किया था.
वहीं, अब जब दिल्ली विधानसभा चुनाव (Delhi Assembly election) की तारीखों का एलान हो चुका है तो इंडिया गठबंधन (India Alliance) के सहयोगी रहे आम आदमी पार्टी (AAP) और कांग्रेस (Congress) ने अलग-अलग राह पकड़ ली है. ऐसे में इंडिया गठबंधन (India Alliance) के बाकी दलों में इस बात लेकर कश्मकश छिड़ गई है कि दिल्ली में आप (AAP) का साथ दें या फिर कांग्रेस (Congress) का. हालांकि, अभी तक तो आप (AAP) का पलड़ा ही भारी दिख रहा है. क्योंकि, ममता और अखिलेश ने केजरीवाल के समर्थन का फैसला किया है.
समाजवादी पार्टी (SP) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एलान किया है कि वह आप (AAP) के साथ खड़े हैं. वहीं, टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी ने भी केजरीवाल को समर्थन दिया है. हालांकि, उद्धव ठाकरे की शिवसेना यह तय नहीं कर पा रही है कि वह किसके पक्ष में दिखाई रहे. ऐसे में संजय राउत ने नसीहत देते हुए कहा कि दोनों पार्टियों को ही मर्यादा में चुनाव लड़ना चाहिए. हालांकि, राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने तो कह दिया कि इंडिया गठबंधन केवल लोकसभा चुनाव के लिए बना था. राज्यों के चुनाव में इस गठबंधन का कोई अस्तित्व नहीं है.
पृथ्वीराज चव्हाण का बयान
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के दिग्गज नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा था कि आप (AAP) और कांग्रेस (Congress) के बीच गठबंधन होता तो अच्छी बात थी. हालांकि, उन्होंने यह भी बोला कि दिल्ली में अरविंद केजरीवाल जीत दर्ज करेंगे. हालांकि, उनके बयान पर विवाद होता देख उन्होंने कहा कि उनके बयान को गलत तरीके से देखा गया.
वहीं, दिल्ली विधानसभा चुनाव (Delhi Assembly election) में कांग्रेस (Congress) और आप के बीच चल रही खींचतान के बीच जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि अगर गठबंधन सिर्फ लोकसभा चुनाव के लिए है तो इसे खत्म कर देना चाहिए और विपक्षी दलों को अलग-अलग काम करना शुरू कर देना चाहिए.