Delhi assembly election: त्रिकोणीय मुकाबले में फंसे दिग्गज, जानें किसके सिर सजेगा ताज?
Delhi election: दिल्ली में कुछ सीटों पर मुकाबलों के नतीजों को लेकर लोगों में उत्साह साफतौर से देखा जा रहा है.;
Delhi Assembly poll: बीजेपी (BJP) ने दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है. इसके सात ही राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली त्रिकोणीय राजनीतिक लड़ाई के लिए तैयार हो गई है. अब यह देखना दिलचस्प होगा कि इस लड़ाई में जीत का सेहरा किस राजनीतिक दल के सिर पर बंधेगा?
हालांकि, भाजपा (BJP) ने केवल 29 सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा की है. वहीं, कांग्रेस ने भी 48 सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा की है. लेकिन कुछ मुकाबलों के नतीजों को लेकर लोगों में उत्साह साफतौर से देखा जा रहा है. इनमें सबसे दिलचस्प मुकाबला नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र में देखने को मिलेगा. क्योंकि इस सीट पर आम आदमी पार्टी (AAP) की तरफ से खुद पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) चुनावी मैदान में हैं. वहीं, कांग्रेस (Congress) ने शीला दीक्षित के बेटे संदीप दीक्षित को मैदान में उतारा है. जबकि, भाजपा (BJP) ने साहिब सिंह वर्मा के बेटे प्रवेश वर्मा पर भरोसा जताया है.
नई दिल्ली विधानसभा सीट
नई दिल्ली सीट शीर्ष राजनेताओं, नौकरशाहों, न्यायाधीशों और उद्योगपतियों के बंगलों के लिए जाना जाता है. यहां बड़ी तादाद में सरकारी कर्मचारी रहते हैं. इस सीट को लेकर संदीप दीक्षित और प्रवेश वर्मा में कोई अनुभव नहीं है. क्योंकि दोनों ही अलग-अलग वर्षों और अलग-अलग निर्वाचन क्षेत्रों से दो बार संसद के लिए चुने गए हैं. संदीप 2004 और 2009 में पूर्वी दिल्ली से सांसद थे. जबकि प्रवेश ने 2014 और 2019 में लोकसभा में पश्चिमी दिल्ली का प्रतिनिधित्व किया था. वहीं, अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) को इस सीट का अच्छा खासा अनुभव है. केजरीवाल ने नई दिल्ली से लगातार तीन चुनाव जीते हैं- 2013, 2015 और 2020. इस बार वह बड़े अंतर और लगातार चौथी बार चुनाव लड़ने के लिए मैदान में हैं.
कालकाजी
वहीं, सीएम आतिशी भी कालकाजी में एक दिलचस्प राजनीतिक लड़ाई में लगी हुई हैं. इस सीट ने साल 2020 में उन्हें पहली बार विधानसभा में भेजा था. इस बार इस सीट पर भी दिलचस्प त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिल रहा है. क्योंकि आतिशी को इस दफा कांग्रेस (Congress) की अलका लांबा और भाजपा (BJP) के रमेश बिधूड़ी से चुनौती मिल रही है. अलका लांबा कालकाजी के लिए नई हैं. ऐसा ही बिधूड़ी के साथ भी है. हालांकि, कालकाजी दक्षिण दिल्ली लोकसभा क्षेत्र का एक हिस्सा है, जिसका प्रतिनिधित्व बिधूड़ी ने 2014 से 2024 तक किया था.
जंगपुरा
जंगपुरा में सिसोदिया भाजपा (BJP) के तरविंदर सिंह मारवाह और कांग्रेस (Congress) के फरहाद सूरी के साथ एक दिलचस्प त्रिकोणीय मुकाबले में फंसे हुए हैं. तीनों उम्मीदवारों को निर्वाचन क्षेत्र में अलग-अलग चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा. यह सिसोदिया के लिए एक नया मैदान है, जिन्होंने पटपड़गंज से पिछले तीन चुनाव जीते हैं. दूसरी ओर, मारवाह ने यहां से 1998, 2003 और 2008 में जीत हासिल की. लेकिन 2013, 2015 और 2020 में लगातार तीन चुनाव हार गए. सूरी जंगपुरा से भी पहली बार चुनाव लड़ेंगे. पिछली बार उन्होंने 2009 में ओखला से उपचुनाव में विधानसभा के लिए चुनाव लड़ा था. वे चार बार नगर निगम पार्षद रह चुके हैं. लेकिन 2022 के निकाय चुनाव में दरियागंज वार्ड से मात्र 244 वोटों से हार गए.