आम आदमी पार्टी के पोस्टर ने राहुल गाँधी को बताया बेईमान ! कांग्रेस ने आप को चेताया

कांग्रेस ने कहा कि ये आम आदमी पार्टी के केजरीवाल ही थे जो लोकसभा चुनाव में गठबंधन के लिए कांग्रेस के आगे पीछे घूम रहे थे।;

Update: 2025-01-25 15:44 GMT

Delhi Assembly Elections 2025: दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक माहौल काफी गर्म हो गया है। लोकसभा चुनाव में गठबंधन में रही आप और कांग्रेस के बीच अब खटाई बढ़ती ही जा रही है। इस वजह से चुनावी समीकरणों में हलचल पैदा हो गई है। शनिवार (25 जनवरी) को आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस के खिलाफ अपने हमले को और तेज करते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के साथ “बेईमानों” की सूची में शुमार कर दिया। इस प्रतिक्रिया ने दोनों पार्टियों के बीच की दरार को और चौड़ा कर दिया है। कांग्रेस की तरफ से 'X' हैंडल पर पोस्ट करते हुए लिखा गया कि हमने चुनाव आयोग से अनुरोध किया है कि वे आप पार्टी के X हैंडल पर डाले गए इस पोस्ट को सारे सोशल मीडिया हैंडल्स से तुरंत डिलीट करवाएं और AAP के खिलाफ कार्रवाई की जाए।


राहुल गांधी पर सीधा हमला


यह विवाद तब उभरा जब राहुल गांधी ने अरविंद केजरीवाल की सरकार पर सवाल उठाए थे और कहा था कि केजरीवाल दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के विकास कार्यों की बराबरी नहीं कर सकते। राहुल ने अपने बयान में यह भी आरोप लगाया कि केजरीवाल बढ़ते प्रदूषण, भ्रष्टाचार और मुद्रास्फीति जैसी समस्याओं का समाधान नहीं कर पा रहे हैं। इसके जवाब में, आम आदमी पार्टी ने पहली बार राहुल गांधी पर सीधा हमला किया और उन्हें मोदी और शाह के साथ “बेईमानों” की श्रेणी में डाला।
AAP द्वारा जारी एक प्रचार पोस्टर में राहुल गांधी, नरेंद्र मोदी, अमित शाह, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, और दिल्ली भाजपा के नेताओं की तस्वीरें दिखाई गईं। पोस्टर में एक भड़काऊ टैगलाइन भी थी: "केजरीवाल की ईमानदारी सभी बेईमान लोगों पर भारी पड़ेगी"। इस पोस्टर में कांग्रेस के अजय माकन और शीला दीक्षित के बेटे संदीप दीक्षित की तस्वीरें भी थीं, जो आम आदमी पार्टी के खिलाफ चुनावी मुकाबला कर रहे हैं।

कांग्रेस की प्रतिक्रिया
राहुल गांधी के आरोपों के बाद, कांग्रेस ने भी पलटवार किया। कांग्रेस नेता अलका लांबा ने अरविंद केजरीवाल को INDIA गठबंधन छोड़ने की चुनौती दी। लांबा ने आरोप लगाया कि यह केजरीवाल थे जिन्होंने लोकसभा चुनावों से पहले कांग्रेस से गठबंधन करने की कोशिश की थी और इसके चलते कांग्रेस को भारी नुकसान हुआ था। उन्होंने यह भी कहा कि अगर केजरीवाल में हिम्मत है, तो उन्हें सार्वजनिक रूप से घोषणा करनी चाहिए कि वह INDIA गठबंधन छोड़ रहे हैं।


अलका लांबा ने कहा, “कांग्रेस पार्टी 100 सांसदों के साथ मजबूती से खड़ी है और अरविंद केजरीवाल ही हैं जिन्होंने भाजपा को दिल्ली की सात सीटें दीं। उन्होंने लोकसभा चुनावों के दौरान हमारे सामने गठबंधन के लिए भीख मांगी थी। कांग्रेस ने दिल्ली की सात सीटों के लिए AAP के साथ गठबंधन कर सबसे बड़ी गलती की।”

AAP और कांग्रेस के बीच बढ़ता तनाव
दिल्ली में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच यह खींचतान 5 फरवरी को होने वाले विधानसभा चुनावों को प्रभावित कर सकती है। इंडिया गठबंधन के कई घटक दल, जैसे शिवसेना, समाजवादी पार्टी, और तृणमूल कांग्रेस, अब AAP और केजरीवाल के समर्थन में सामने आए हैं, जबकि कांग्रेस की स्थिति कमजोर होती जा रही है। चुनावी मैदान में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच यह तनाव एक नई राजनीतिक लड़ाई का रूप ले सकता है, जो दोनों पार्टियों के लिए किसी भी कीमत पर जीत हासिल करने के लिए महत्वपूर्ण है।

क्या कांग्रेस और AAP का गठबंधन टूट जाएगा?
अब सवाल यह है कि क्या यह आरोप-प्रत्यारोप चुनाव के समय तक और बढ़ेंगे और क्या दोनों पार्टियों के बीच गठबंधन टूट जाएगा? AAP की ओर से कांग्रेस पर किए गए हमले और कांग्रेस की पलटवार की स्थिति यह संकेत देती है कि आने वाले दिनों में दिल्ली का चुनावी माहौल और भी गरम हो सकता है।
यह राजनीतिक संघर्ष केवल दिल्ली तक ही सीमित नहीं रहेगा, बल्कि इसका असर इंडिया गठबंधन और अन्य राज्यों की राजनीति पर भी पड़ेगा। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि दोनों पार्टियां इस विवाद का कैसे समाधान करती हैं और दिल्ली के मतदाता किसे चुनते हैं।


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